दुकानों की रजिस्टरी कराने के लिए भी दुकानदारों को बैंक से मिल सकेगा लोन 20 वर्ष से ज्यादा पुराने नप के दुकानदारों को मिलेगा मालिकाना हक, सब्जी मंडी एवं कैंट थाने के पास स्थित दुकानों के दुकानदारों को हुआ फायदा अम्बाला, 15 अप्रैल- सब्जी मंडी (हिल रोड) एवं कैंट थाना के पास स्थित नगर परिषद की दुकानों के किराएदारों ने गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज पर फूलों की वर्षा एवं “अनिल विज” जिंदाबाद के नारे लगाकर उनका धन्यवाद जताते हुए कहा कि “उन्हीं की बदौलत ही अम्बाला छावनी में नगर परिषद की 20 वर्ष से ज्यादा पुरानी दुकानों के किराएदारों को दुकानों का मालिकाना हक हासिल हो सका है”। गृह मंत्री अनिल विज के आवास पर शनिवार पहुंचे दर्जनों दुकानदारों ने गृह मंत्री विज जिंदाबाद के नारे लगाते हुए कहा कि नगर परिषद उनकी मेहनत की बदौलत दुकानदारों को यह हक हासिल हो सका है। अब वह नगर परिषद में दुकानों की रजिस्ट्रियां करवा सकेंगे और उन्हें रजिस्ट्रियों के लिए लोन भी मिल सकेगा। दुकानदारों ने गृह मंत्री को शॉल भेंट कर उनका धन्यवाद व्यक्त किया। इस अवसर पर गृह मंत्री अनिल विज ने दुकानदारों को बताया कि नगर परिषद द्वारा जल्द ही दुकानदारों को मालिकाना हक देने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी और उन्होंने नप अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह कैंप लगाकर सिंगल विंडो पर दुकानों की रजिस्ट्रिया उनके नाम करें। इस अवसर पर दुकानदार प्रवीण गुलाटी, विशाल, शुभम, विनोद जौहर, प्रेम भल्ला, सुनील गांधी, राज कुमार नागपाल, साहिल, दीपक भल्ला, हरीश कपूर, चंद्र, भगत, राजेश, शशांक मक्कड़, गुलशन कुमार, विनोद कुमार, पंकज कालड़ा, मुकेश, गुलशन, गौर सिंह, भूपिंद्र सिंह, सरबजीत सिंह, भाजपा नेता सुरेंद्र तिवारी सहित अन्य मौजूद रहे। कई बाजार एसोसिएशन जता चुकी गृह मंत्री अनिल विज का धन्यवाद गौरतलब है कि इससे पहले गांधी मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन, बिहाइंड राय मार्केट एसोसिएशन, राय मार्किट सुप्रीम एसोसिएशन के सैकड़ों दुकानदार भी गृह मंत्री अनिल विज का आभार व्यक्त कर चुके हैं। यहां की सैकड़ों दुकानों के किराएदार अब अपनी दुकानों के मालिक बन सके हैं। Post navigation हरियाणा देश का पहला राज्य होगा जहां ग्रामीण स्तर पर सभी अस्पतालों/चिकित्सा केन्द्रों में ईसीजी की सुविधा होगी – अनिल विज गृह मंत्री अनिल विज ने नगर परिषद की तर्ज पर कैंटोनमेंट बोर्ड के 20 वर्ष से ज्यादा पुराने दुकानदारों को मालिकाना हक दिलाने के लिए रक्षा मंत्री को लिखा पत्र