हरियाणा देश का पहला राज्य होगा जहां ग्रामीण स्तर पर सभी अस्पतालों/चिकित्सा केन्द्रों में ईसीजी की सुविधा होगी – अनिल विज

‘‘हम अपने सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में ईसीजी सुविधा देने जा रहे हैं ताकि मरीज के प्राथमिक लक्षणों का वहीं पर ही पता लगाया जा सकें’’- अनिल विज

श्री विज ने अंबाला में पीसीआई कंपलेक्स कार्डिक वर्कशॉप का शुभारंभ किया

चण्डीगढ़, 14 अप्रैल- हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य होगा जहां ग्रामीण स्तर पर सभी अस्पतालों/चिकित्सा केन्द्रों में ईसीजी की सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि हम अपने सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में ईसीजी सुविधा देने जा रहे हैं ताकि मरीज के प्राथमिक लक्षणों का वहीं पर ही पता लगाया जा सकें।

श्री विज आज अंबाला छावनी के सिविल अस्पताल में मैडीटीना के तत्वाधान में काम्पलैक्स पीसीआई कार्डिक वर्कशॉप के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित डाक्टरों व अन्य लोगों को संबोधित कर रहे थे। पीसीआई कंपलेक्स कार्डिक वर्कशॉप का शुभारंभ श्री अनिल विज के अलावा मेडीटीना हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉक्टर एन. प्रताप कुमार, इटली से आए वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. इमाद शैबान द्वारा किया गया।

‘‘मेरा एक ही लक्ष्य है कि मेरे राज्य से एक भी मरीज अपना इलाज कराने के लिए बाहर किसी अन्य राज्य या शहर में न जाए, उसे हमारे राज्य में ही सुविधाएं मुहैया हों’’- विज

इस मौके पर उन्होंने कहा कि ज्यादातर लोग बडे अस्पतालों मंे हदय का इलाज कराने के लिए जाते हैं और परेषान होते हैं जबकि कुछ लोगों को कुछ हार्ट का रोग नहीं भी होता है इसलिए उनके लक्षणों की जांच के लिए राज्य के प्रत्येक पीएचसी में ईसीजी की सुविधा मुहैया करवाई जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ‘‘मेरा एक ही लक्ष्य है कि मेरे राज्य से एक भी मरीज अपना इलाज कराने के लिए बाहर किसी अन्य राज्य या शहर में न जाए, उसे हमारे राज्य में ही सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया हों’’। उन्होंने कहा कि हम यहां अंबाला में हार्ट, कैंसर, डायलिसीज का सेंटर चला रहे हैं और ऐसा ही हरियाणा में वे चाहते हैं ताकि मरीजों को बाहर न जाना पडें।

जरूरत के अनुसार स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए कराया जा रहा है अध्ययन-विज

श्री विज ने कहा कि राज्य में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए डब्ल्यूएचओ के दिशा निर्देशो के तहत अध्ययन करवाया जा रहा है कि कहां और कितनी क्षमता की स्वास्थ्य सेवाएं चाहिए। उन्होंने बताया कि इस अध्ययन हेतू एक कंपनी को कार्य दिया गया है जो हमें एक रिपोर्ट तैयार करके देगी कि कहां-कहां और क्या-क्या स्वास्थ्य सुविधाएं जैसे कि डाक्टर, पैरामैडीकल स्टाफ, उपकरण इत्यादि की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार से हम सभी क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दे पाएंगें।

प्रत्येक हरियाणावासी के स्वास्थ्य से संबंधित टेस्ट कराए जाएंगे, जानकारी ई-उपचार के माध्यम से दर्ज भी की जाएगी- विज

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा 24 बसें ली गई है जिनमें स्वास्थ्य से संबंधित सुविधाएं जैंसे कि टेस्टिंग की सुविधा, डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ भी है। ये बसें लगातार चलती रहती है और गांव-गांव व कस्बों में जा रही है ताकि लोगों का इलाज वहीं पर किया जा सकें। उन्होंने कहा कि हम प्रत्येक हरियाणावासी के सभी प्रकार के टैस्ट करने जा रहे हैं और ये सभी जानकारी ई-उपचार के माध्यम से दर्ज भी की जाएगी ताकि भविष्य में मरीज के स्वास्थ्य इतिहास का पता चल सकें। इसके अलावा, किस बीमारी के कितने मरीज हैं का भी पता चल पाएगा।

सैटेलाइट या छोटे शहरों में स्वास्थ्य सुविधाएं हेतु देना होगा बल, अस्पतालों से केवल रेफर मामले ही पीजीआई या एम्स में जाने चाहिए- विज

उन्होंने कहा कि हमारे पास हरियाणा में 4 कैथलैब हैं और राज्य के अस्पतालों में ओर नए कैथलैब स्थापित करने के लिए योजना बनाई जा रही है। उन्होंने अपने विचारों को साझा करते हुए कहा कि ‘‘मैं सोचता हूं कि हमारे पास पीजीआई और एम्स जैसे संस्थान कई शहरों में हैं। अगर हम सैटेलाईट कस्बों व शहरों में गुणवत्तापरक स्वास्थ्य सेवाएं नहीं देते हैं तो इन संस्थानों में मरीजों की भरमार रहती है और इसकी वजह से अनुसंधान का कार्य नहीं किया जा सकता। इसलिए हमें हरियाणा या आसपास के राज्यों में चाहिए कि सैटेलाईट या छोटे शहरों में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हों ताकि ऐसे मरीजों की देखभाल वहीं की जा सके। उन्होंने कहा कि इन अस्पतालों से केवल रेफर मामले ही पीजीआई या एम्स में जाने चाहिए।

अंबाला छावनी के अस्पताल में अब तक 13 हजार के लगभग एंजियोप्लास्टी की जा चुकी, होना चाहिए अध्ययन- विज

उन्होंने डॉ. प्रताप का धन्यवाद करते हुए कहा कि वे यहां पर कैंसर अस्पताल खोल रहे हैं जोकि सराहनीय है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि हमारे यहां स्थापित सिविल अस्पताल पर अध्ययन होना चाहिए कि यहां पर बहुत ही अधिक संख्या में मरीजों का इलाज किया जा रहा है और बहुत ही अधिक संख्या में मरीज यहां पर पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि अंबाला छावनी के अस्पताल में अब तक 13 हजार के लगभग एंजियोप्लास्टी की जा चुकी है अर्थात 12 हजार से अधिक लोगों की जान बचाई जा चुकी है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार से पंचकूला के सिविल अस्पताल में भी 7 हजार के लगभग एंजियोप्लास्टी की जा चुकी है और लोगों को बचाया गया है। इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि अंबाला में कैथलेब है और जहां पर डॉ राघव बढिया सेवाएं दे रहे हैं। श्री अनिल विज ने कहा कि इस परियोजना की सफलता स्वास्थ्य विभाग हरियाणा द्वारा संचालित सार्वजनिक निजी भागीदारी योजना की सफलता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि सरकार इस प्रकार के ओर प्रोजेक्ट लाने के लिए काम कर रही है।

उल्लेखनीय है कि अंबाला में हरियाणा में पीपीपी मोड पर चल रहे मेडीटीना हार्ट सेंटर में आयोजित कॉर्डिक वर्कशॉप में देश भर से आए 25 कॉर्डियोलॉजिस्टों ने दिल के मरीजों की जटिल से जटिल (कॉम्प्लेक्स) पीसीआई कोरोनरी सर्जरी की विभिन्न तकनीकों से इलाज की बारीकियां सीखी। इस अवसर पर लाइव सर्जरी का भी सीधा प्रसारण भी किया गया।

इस अवसर पर डॉ. प्रताप ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने सिविल अस्पताल में मेडिटीना हॉस्पिटल पर हार्ट सेंटर संचालन का जो भरोसा जताया हैं हम उस पर खरा उतरने का पूरा प्रयास कर रहे हैं, ताकि जरूरतमंद मरीजों को दिल का बेहतर इलाज मिल सके। वर्कशॉप में मेडीटरीना हॉस्पिटल अंबाला कैंट के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर डॉ राघव शर्मा, केरल के डॉक्टर मनु आर, डॉ. दीपक, डॉ मनिंदर, डॉ हरसिमरन समेत देश भर से आए 25 कार्डियोलॉजिस्ट ने भाग लिया।

श्री विज का नेशनल इंटीग्रेटिड मैडीकल एसोसिएशन के एक शिष्टमंडल ने आयुष पद्धति चिकित्सा प्रतिपूर्ति नीति मंजूर कराने के लिए आभार व्यक्त किया

इससे पहले, श्री विज का नेशनल इंटीग्रेटिड मैडीकल एसोसिएशन के एक शिष्टमंडल ने अंबाला में उनके निवास स्थान पर आकर आयुष पद्धति चिकित्सा प्रतिपूर्ति नीति मंजूर कराने के लिए आभार व्यक्त किया। नेशनल इंटीग्रेटिड मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने आयुष मंत्री श्री अनिल विज से कहा कि उनकी बदौलत सरकारी कर्मचारियों, पेंशनधारकों एवं उनके आश्रितों को लाभ मिलेगा।

इस शिष्टमंडल में नीमा हरियाणा से कार्यकारी अध्यक्ष डॉ  अशोक यादव, महासचिव डॉ विनय बंसल, कोषाध्यक्ष ऋशिपाल अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष डॉ आर.बी.गोयल, पूर्व महासचिव डॉ दिनेश चंद्र, लीगल एक्शन कमेटी के चेयरमैन डॉ विनोद अंचल, डॉ दिनेश अग्रवाल और डॉ रश्मि सहित दो दर्जन से अधिक सदस्य थे।  

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