भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। लोन के लिए फर्जी फाइल तैयार करके श्रीराम फाइनेंस कंपनी से 1 करोड़ रुपए का फ्रॉड करने के मामले में जिला पुलिस की इकनॉमिक सेल की टीम ने मुख्य आरोपित सहित दो अन्य आरोपितों को गिरफ्तार किया है। धोखाधड़ी के इस मामले में पुलिस ने एसएस मोटर्स के प्रोपराइटर्स प्रद्युमन, फील्ड इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर रविंद्र और क्रेडिट टीम के सदस्य यशपाल को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पूछताछ में आरोपित प्रद्युमन से 1 थार गाड़ी, 9 दोपहिया वाहन और 1 आईफोन बरामद किया है, जो आरोपित ने धोखाधड़ी कर लिए हुए पैसों से खरीदे हुए थे। आरोपितों को न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

श्रीराम फाइनेंस कंपनी के सीनियर प्रोडक्ट मैनेजर दीपक ने थाना सतनाली में आरोपितों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। जिसमे उसने बताया कि श्रीराम सीटी यूनियन फाइनेंस लि० आरबीआई से मंजूर शुदा कंपनी है, जो लोन देने का काम करती है। शिकायत में उसने बताया कि आरोपित प्रद्युमन एसएस मोटर्स टीवीएस कंपनी की एजेंसी का अधिकृत डीलर है। उसने बताया कि आरोपितों ने मिलीभगत कर लोन की फर्जी फाइल तैयार कर कंपनी के लोन अप्रूव करवाकर कंपनी के साथ धोखाधड़ी की है। गत 8 जुलाई 2022 को कंपनी को ऑडिट टीम द्वारा ऑडिट किया गया था, ऑडिट के दौरान 15 ग्राहकों के लोन एग्रीमेंट आए, जिनमें सिर्फ 2 एग्रीमेंट को छोड़कर 13 एग्रीमेंट फर्जी पाए गए। ऑडिट टीम की रिपोर्ट को देखकर कंपनी हेड के द्वारा आगे जांच करने पर खुलासा हुआ कि 122 दोपहिया वाहनों के लोन झूठे व फर्जी हैं। जिनकी मौके पर जाकर जांच की गई तो कोई लोन संबंधित व्यक्ति नहीं मिला, साथ ही अन्य कागजात, रिकॉर्ड भी फर्जी पाए गए। उसने बताया कि आरोपितों ने साजिश रचकर झूठे, फर्जी कागजात तैयार कर और फर्जी लोन दिखाकर कंपनी के साथ धोखाधड़ी की है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।

पुलिस अधीक्षक ने मामले को संज्ञान में लेते हुए इकनॉमिक सेल की टीम को मामले में जांच करने के निर्देश दिए। इकोनॉमिक सेल की टीम ने मामले में जांच करते तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर धोखाधड़ी के मामले का खुलासा किया है।

error: Content is protected !!