टैस्टिंग को अधिक बढाया जाए, दिल्ली के साथ लगते सभी जिलों को ज्यादा निगरानी व एहतियात बरतने की जरूरत – एसीएस

चण्डीगढ़, 7 अप्रैल- हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. जी. अनुपमा ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में टेस्टिंग, ट्रैकिंग, ट्रीटमेंट, मोनिटरिंग और वैक्सीनेशन पर अधिक काम किया जाए और टैस्टिंग को अधिक बढ़ाया जाए। इसके अलावा, दिल्ली के साथ लगते प्रदेश के सभी जिलों को ज्यादा निगरानी व एहतियात बरतने की जरूरत है।        

 डा. जी. अनुपमा ने यह निर्देश आज यहां वीडियों कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिला उपायुक्त व सिविल सर्जन को कोविड-19 को लेकर आयोजित बैठक में दिए।        

 उन्होंने कहा कि यदि खांसी, जुकाम, बुखार के मरीज अस्पताल में आते हैं तो ऐसे मरीजों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य किया जाए। इसके अलावा जिन मरीजों की कोविड की टेस्टिंग की गई है और उन्हें कोविड पाया जाता है तो उन सेम्पल को जिनोम सिक्वेसिंग के लिए भेजा जाए।       

 अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि भीड़भाड़ वाली व उच्च जोखिम वाली जगहों पर मास्क पहनना अनिवार्य किया जाए। इसके अलावा, लोगों को कोविड से बचाव के प्रति जागरूक भी किया जाए जैसे सोशल डिस्टेसिंग, बार-बार हाथ धोना, मास्क पहनना इत्यादि। उन्होंने कहा कि अस्पताल परिसर में मरीजों और स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों द्वारा मास्क पहनने सहित कोविड के अनुकूल व्यवहार के बारे में निर्देश भी दिए जाएं ।       

 डा. जी. अनुपमा ने सभी सिविल सर्जन को निर्देश देते हुए कहा कि आईसीएमआर और एस3 पोर्टल को रोजाना अपडेट किया जाए। उन्होंने कहा कि आगामी 10 व 11 अप्रैल 2023 को सभी स्वास्थ्य सुविधाओं (सार्वजनिक और निजी) में मॉक ड्रिल किया जाए और जिलों में ज्यादा केस आने वाले स्थानों को चिन्हित किया जाए। उन्होंने सभी सिविल सर्जन को निर्देश देते हुए कहा कि जिन जिलों में कोविड टेस्टिंग किट कम हैं वह मुख्यमंत्री मुक्त ईलाज फंड व स्वास्थ्य कल्याण समिति से फंड लेकर कोविड टेस्ट किट खरीद सकते हैं।       

 उन्होंने सभी जिला उपायुक्त व सिविल सर्जन को निर्देश देते हुए कहा कि सभी जिलों में लगे पीएसए प्लांट पूरी तरह से संचालित हों । इसके अलावा, दवाईयों की उपलब्धता, आईसोलेशन बेड, आईसीयू बेड, वेंटीलेटर की उपलब्धता की जांच कर संचालित करने के निर्देश दिए जाएं ।

 इस अवसर पर राष्ट्रीय हैल्थ मिशन हरियाणा के मिशन निदेशक डाॅ प्रभजोत सिंह, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग की संयुक्त निदेशक श्रीमती मिनाक्षी राज, स्वास्थ्य सेवाएं विभाग के निदेशक डाॅ. वी. के. बंसल सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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