गुरुग्राम पुलिस बेहोशी की हालत में मरीज से चुराई गई सोने की अंगूठी मामले में मौन………….

जांच पड़ताल के नाम पर की जाती है लीपापोती

गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज : गुरुग्राम पुलिस एक तरफ तो आए दिन आम पब्लिक को जागरूक कर वाह वाही लूट रही है वहीं दूसरी तरफ गरीब पीड़ितों के मामले में लीपापोती करने में लगी हुई है ऐसे दर्जनों मामले गुड़गांव पुलिस की फाइलों में दबे पड़े हैं। ऐसे ही एक मामले की जानकारी सामने आई है। जिसमें एक शहर वासी के हाथों की सोने की अंगूठी एक नामी अस्पताल में बेहोशी की हालत में चोरी कर ली गई। जिसकी शिकायत भी पुलिस में करने के बाद भी पुलिस मौन बनी हुई है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार शहरवासी जिनेंद्र जैन ने पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर उनके बुजुर्ग चाचा के हाथ से चुराई गई सोने की अंगूठी पर मुकदमा दर्ज कर अंगूठी दिलाने की गुहार लगाई है। कमिश्नर को दी शिकायत पत्र के अनुसारउनके चाचा स्वर्गीय धर्मपाल जैन की अचानक गत 8 मार्च को तबीयत खराब हो गई थी । जिनको इलाज के लिए
कल्याणी अस्पताल ले कर आया रास्ते में आते-आते चाचा जी बेहोशी में आ गए थे।

उसके बाद डॉक्टरों ने बेड खाली ना होने का हवाला देकर किसी अन्य अस्पताल में रेफर कर दिया।

पीड़ित अपने चाचा को लेकर फिर पारस गए वहां से फिर फोर्टिस अस्पताल में पहुंचे। उनका कहना था कि गुरुग्राम में एक अस्पताल के द्वारा ऐसा अमानवीय कृत्य जो कि बेहोशी की हालत में अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहा था। उसके शरीर से उसका कीमती सामान चोरी कर लिया गया ।

यह कृत्य मानवता एवं गुरुग्राम की विश्व भर में एक स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो पहचान हैं उस पर बदनुमा धब्बे की तरह है।

जिस पर गुरुग्राम पुलिस शिकायत देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही। पुलिस विभाग के लिए बहुत ही शर्मसार करने वाली बात है।

जब इसके बारे में पीड़ित ने अस्पताल में पुलिस सीसीटीवी फुटेज की मांग की तो भी उनको देने से मना कर दिया। इससे यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि गुरुग्राम पुलिस जांच पड़ताल के नाम पर किस तरह पीड़ितों को परेशान और लीपापोती करती है । यह पुलिस विभाग की जांच पड़ताल पर सवालिया निशान खड़े करती है।

You May Have Missed

error: Content is protected !!