₹25000 प्रति एकड़ किसानों को मुआवजा दे सरकार- हुड्डा

‘विपक्ष आपके समक्ष’ की शानदार सफलता प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने का संकेत- हुड्डा

14 अप्रैल को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जयंती पर सोनीपत में होगी कांग्रेस की विशाल रैली- हुड्डा

चंडीगढ़, 3 अप्रैलः पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मौसम की मार झेल रहे गेहूं किसानों को 15 दिन के भीतर ₹25000 प्रति एकड़ मुआवजा देने की मांग उठाई है। हुड्डा का कहना है कि लगातार बेमौसमी बारिश के चलते किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। सरकार द्वारा ऐलान के बावजूद ना गिरदावरी की जा रही और ना ही किसानों को उचित मुआवजा दिया जा रहा। प्रदेशभर से किसान गिरदावरी में गड़बड़ी की शिकायत कर रहे हैं। किसानों को नुकसान की जानकारी अपलोड करने में भी दिक्कत पेश आ रही है। क्योंकि हमेशा की तरह वक्त पर सरकार के पोर्टल फेल हो जाते हैं। हुड्डा ने किसानों के लिए 500 रुपये प्रति क्विंटल बोनस की मांग की है।

यमुनानगर में हुए विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम की सफलता से उत्साहित भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि यह प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के संकेत हैं। कांग्रेस के हर कार्यक्रम में हजारों की तादाद में लोग जुट रहे हैं। लगातार सत्ताधारी दलों समेत अलग-अलग दलों से नेता कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। कांग्रेस के प्रति जनता का रुझान बता रहा है कि बीजेपी-जेजेपी जा रही है और कांग्रेस आ रही है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती पर 14 अप्रैल को कांग्रेस सोनीपत में विशाल रैली करने जा रही है

उन्होंने बताया कि यमुनानगर में उनसे उद्योग व्यापार मंडल, एजुसेट चौकीदार यूनियन, नंबर एसोसिएशन, बिजली निगम कर्चमारी, कच्चे कर्मचारी, सफाई कर्मचारी, भारतीय किसान यूनियन के प्रतिनिधिमंडल मिले। सभी ने सरकार की नीतियों के प्रति रोष जताया और अपनी समस्याओं से अवगत करवाया।  

यमुनानगर की प्रमुख स्थानीय समस्याएं –

1. भारी बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान हुआ है, आज जहां किसान नुकसान से परेशान है उतना ही मुआवजा लेने के लिए धक्के खा रहा है, क्योंकि पोर्टल सरकार के ना तो पोर्टल खुल रहे है न ही टोल फ्री नंबर मिल रहें। किसानों की मांग है कि नुकसान की विशेष गिरदावरी की जाए और कम से कम 500 रुपये बोनस दिया जाए।
2. पांच महीने से प्राइवेट दुकानों पर किसानों को यूरिया नहीं मिल रहा। जबकि अन्य इंडस्ट्री को मिल रहा है।
3. आवारा पशुओं की समस्या है, खेतों में तारबंदी के लिए सब्सिडी की मांग है।
4. हरियाणा कर्मचारी संघ की तरफ से Eduset कर्मचारी लगाए गए थे। सरकार उन्हें कौशल निगम में डाल रही है सरकार से पक्का करने की मांग है।
5. दादपुर नलवी नहर को बंद करवा दिया।
6. कांग्रेस सरकार में जो सफाई कर्मी लगाएं गए थे, उन्हें सफाई कर्मी cum Peon के पदों पर लगाया जाए।
7. पीटीआई और ड्राइंग टीचर ढाई साल से धरनारत हैं उनका समाधान किया जाए।
8. लोकल सड़कों के हालात बदतर है। सड़कों में गड्ढ़े नहीं बल्कि गड्ढ़ों में सड़के हैं। सीवरेज की भारी समस्या है।
9. इलाके में नशे कि समस्या है। बेरोजगारी के कारण युवा नशे की चपेट में आते जा रहे हैं और इसकी वजह से आज यमुनानगर में अपराध चरम सीमा पर है।
10. कांग्रेस सरकार में यमुनानगर में जिन इंडस्ट्री में जो सुधार हुए और विकास हुआ आज वही इंडस्ट्री खस्ता हालात में है और पलायन करने को मजबूर हैं।
11. प्लाईवुड इंडस्ट्री में पहले पप्पलर और सफेदा पर लम-सम फ़ीस थी जो अब 18% GST के अलावा भी 2% अलग से लगाई गई, जिसकी वजह से ये इंडस्ट्री दूसरी स्टेट में जाने लग गई है।
12. शुगर मिल, पेपर मिल आदि इंडस्ट्रीज में कर्मचारी हैं उनका PF ज्यादा कटता है जबकि उनको पेंशन कम मिलती है।
13. सरकार जो टॉवर लगाती हैं, किसानों को उनका मुआवजा नहीं मिलता। टॉवर की वजह से किसान की जमीन जाती हैं और फसली नुकसान होता है, जिसका मुआवजा किसान को मिलना चाहिए।
14. यमुनानगर और पूरे हरियाणा में खनन माफियाओं के हौंसले बुलंद हैं। सरकारी राजस्व को चूना लगाया जा रहा है। सरकारी संरक्षण में खनन माफिया पत्थर, रेत तक हजम कर गए और यमुना की दिशा तक मोड दी। जो रॉयल्टी सरकार को देनी चाहिए वो सरकारी संरक्षण में खनन माफियाओं के हाथ में है।

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