-कमलेश भारतीय पूर्व क्रिकेटर, कपिल शर्मा शो के जज और ऊपर से राजनेता नवजोत सिंह सिद्धू की पटियाला जेल से रिहाई हो गयी । वे पंजाब प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष भी रहे । जेल से रिहा होते ही सिद्धू ने भाजपा और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधने में कोई देर नहीं की । मत चूकेयो गुरु ! जहां भाजपा पर आरोप लगाया कि यह पार्टी पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने की साजिश रच रही है , वहीं आप पार्टी पर भी हमलावर रुख अपनाते उन्होंने सिद्धू मूसेवाला के माता पिता को मिलने का कार्यक्रम भी बनाया है । सिद्धू का इशारा अमृतपाल प्रक्ररण की ओर है जिसके चलते ऐसा माहौल बन रहा है कि पंजाब में आतंकवाद लौटने जा रहा है और इसे केंद्र ही संभाल सकता है । इसलिये पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने की जरूरत है । आप पार्टी की भारी सफलता बर्दाश्त नहीं हो रही । विधायक दल में फूट डाली नहीं जा रही , विधायकों की खरीद फरोख्त का कोई अवसर नहीं बन रहा तो यही सही । ये संकेत हैं नवजोत सिद्धू के । इसी तरह सिद्धू मूसेवाला के माता पिता की कोई सुनवाई आप पार्टी की सरकार नहीं कर रही । एक साल बीत चुका लेकिन हत्यारों का कोई सुराग या स्पष्ट पता नहीं चला तो सजा कहां से होगी ? सिद्धू मूसेवाला ने काग्रेस टिकट पर चुनाव भी लड़ा था लेकिन विधानसभा नहीं पहुंच पाये थे । उनकी पहली बरसी पर अमृतपाल के मामले को देखते हुए बहुत सारी पाबंदियां लगा दो गयी थीं जिससे माता पिता बहुत व्यथित हुए । अब गुरु सिद्धू के माता पिता से मुलाकात कर इन्हें हौसला देंगे ! ये उस सिद्धू के कदम हैं जिनकी धर्मपत्नी डाॅ नवजोत कौर सिद्धू कैंसर से लड़ाई लड़ रही हैं । फिर इनकी रिहाई के लिए भी लड़ाई लड़ी ! देर से रिहाई की जबकि खुद नवजोत राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में कश्मीर में शामिल हुई थीं । इनके जज्बे को सलाम लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या एक साल की जेल से गुरु पहले से अधिक परिपक्व नेता बन जायेंगे या नहीं ? क्या इनकी राजनीति में कोई गहराई आयेगी या पहले की तरह बह बयाननीर ही साबित होंगे ? इन्हें कर्नाटक भेजने की तैयारी है ताकि ये फायरब्रांड बयानबाजी कर सकें और भाजपा को परेशानी में डाल सकें ! उधर जालंधर में यदि उपचुनाव होता है तो हो सकता है इन पति पत्नी में से किसी एक को प्रत्याशी बना दिया जाये ! अब नवजोत को संभल कर राजनीति में नये सिरे से कदम उठाने होंगे और पंजाब कांग्रेस के लिए मुसीबतें पैदा न कर , इसे एक सही दिशा में ले जाने मे अपना सहयोग देना होगा ! तभी इनको फिर से सिर आंखों पर बिठाया जायेगा ! यह इनकी क्रिकेट मैच की तरह नयी पारी होगी !-पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी । 9416047075 Post navigation 4 अप्रैल माखनलाल चतुर्वेदी जयंती पर विशेष- प्रखर राष्ट्रवादी कवि शिरोमणी : पंडित माखनलाल चतुर्वेदी आदमपुर हलका लिखेगा विकास कई नइ इबारत : भव्य बिश्नोई