महंगाई की मार झेल रही जनता पर आए दिन नए टैक्स थोपना खट्टर दुष्यंत सरकार की जन विरोधी सोच!

चंडीगढ़, 31 मार्च 2023 – बढ़ती महंगाई व हर रोज़ हो रही पेट्रोल-डीजल मूल्य वृद्धि के बीच जनता पर हरियाणा में सभी टोल रोड़ पर टोल टैक्स वृद्धि के रूप में एक और मार पड़ने जा रही है, जिसके कारण हरियाणा में एक अप्रैल से सफर करना महंगा हो जाएगा। खट्टर सरकार ने हरियाणा में विभिन्न हाईवे, एक्सप्रैस-वे, केएमपी, नारनौल-चंडीगढ़ एक्सप्रैस-वे, 152डी सहित सभी हाईवे पर एक अप्रैल 2023 से टोल दर 5 से 12% बढाने का फैसला किया है।

हरियाणा के सोहना हाईवे का सफर सबसे महंगा हो गया है। यहां टोल दरों में ₹10 की वृद्धि की गई है। कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे पर दरें संशोधित कर 7 फ़ीसदी की बढ़ोतरी की गई है। कार,जीप, वैन से पहले 1.61रुपए प्रति किलोमीटर की दर से टोल वसूली हो रही थी, इसे अब बढ़ाकर 1.73 रुपए प्रति किलोमीटर कर दिया गया है। झज्जर के डीघल टोल पर 5 से ₹25 तक बढ़ोतरी कर दी गई है।रेवाड़ी जिले के गंगायचा टोल पर ₹5 से ₹15 तक की बढ़ोतरी की गई है।खेड़की दौला टोल प्लाजा पर भी टोल दरों में ₹5 से ₹10 तक की बढ़ोतरी की गई है। हरियाणा के रोहतक जिले के मकदोली टोल प्लाजा और मदीना टोल प्लाजा पर टोल दरों में 5% वृद्धि की गई है।इसी प्रकार जींद जिले के खटकड़ टोल प्लाजा,बदोवाला टोल प्लाजा और लुदाना टोल प्लाजा की टोल दरों में भी 5% की वृद्धि की गई है। नारनौल जिले के सिरोही बहाली टोल प्लाजा की दरों में भी 5% की बढ़ोतरी की गई है।

पहले 5-7 साल में एकबार टोल दरे बढ़ा करती थी, लेकिन मोदी-भाजपा सरकार व हरियाणा भाजपा खट्टर सरकार तो हर साल एक्सप्रैस-वे, स्टेट हाईवे की टोल दरे बढ़ाकर आमजनों को लूटने में लगी है। एक अप्रैल से टोल दरों के नाम पर हर वाहन को 10 से 40 रूपये प्रति वाहन एक फेरे में ज्यादा टोल देना होगा। वहीं टोल दरे बढने से बसों का किराया भी 10 से 15% बढ जायेगा जो आमजन पर बडा बोझ होगा।जिससे कार-जीप के साथ-साथ बस, ट्रक-कैंटर का भाड़ा भी बढ़ जाएगा।

हरियाणा का हर हिस्सा व हर जिला किसी न किसी राष्ट्रीय व राज्य राजमार्ग से जुड़ा है। एक जिले से दूसरे जिले में जाने के लिए सभी लोगों को राष्ट्रीय राजमार्गों से गुजरना पड़ता है। ऐसे में राष्ट्रीय-राज्य राजमार्गों पर दिए जाने वाले टोल रेट सीधे-सीधे निजी वाहनों के खर्चे, बस यात्रा व आम जरूरत की वस्तुओं की कीमत पर सीधा प्रभाव डालते हैं, इसके अलावा माल ढुलाई के सभी वाहन भी राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजरते हैं।नए वाहन को खरीदने पर लोगों से सरकार द्वारा भारी भरकम रोड टैक्स और अन्य टैक्स वसूले जाते हैं।

एक ओर पैट्रोल-डीजल के नाम पर मोदी भाजपा सरकार आमजनों को लूट रही है। विश्व बाजार में कच्चे तेल के दाम घटने पर भी पैट्रोल-डीजल भाव कम नही कर रही हैे।मई 2022 से लेकर अब तक कच्चे तेल की क़ीमत में 16.75 ₹/लीटर की कमी हुई।यदि सरकार एक्साइज ड्यूटी को कम ना भी करे तो भी पेट्रोल और डीज़ल की क़ीमतों में 16.75 ₹/लीटर की कमी हो सकती है।लेकिन सरकार जनता को रियायत देने की बजाय तेल कंपनियों की और अपनी जेब भर रही है। इसके साथ साथ लगातार टोल दरे बढ़ाकर लोगों का यातायात और महंगा किया जा रहा है।

भाजपा की गलत नीतियों के कारण महंगाई दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। अच्छे दिन का नारा देकर आई सरकार में महंगे दिन आ गए हैं और हर चीज महंगी हो रही है।आज आम जनता की रोजमर्रा की वस्तुएं,पेट्रोल ,डीजल रसोई गैस,खाद्य पदार्थ.फलों और सब्जियों के दामों में बेतहाशा वृद्धि करके सरकार ने जनता की आजीविका पर कड़ा प्रहार कर रखा है। पिछले 3 सालों में ही घरेलू सिलेंडर के दामों में 89.7 फीसदी वृद्धि हुई है। कांग्रेस शासन काल के समय गैस सिलेंडर की कीमत ₹400 के आसपास थी जबकि अब गैस सिलेंडर  ₹1100 के पार हो गया है। सरकार को जनता की पीड़ा बिल्कुल भी नजर नहीं आ रही है, लगता है की सरकार केवल लूट की नीति पर उतारू है।इस सबके बावजूद महंगाई से त्रस्त जनता को रियायत देने की बजाय टोल दरों में बार-बार की जा रही वृद्धि असहनीय और घोर आपत्तिजनक है।

टोल दरें बढ़ने से व्यापारी वर्ग को भी खासा नुकसान झेलना पड़ेगा, जो पहले ही आर्थिक मंदी का सामना कर रहे हैं। ऐसे में सरकार को गरीब और मध्य वर्ग के बारे में भी सोचना चाहिए।

 टोल प्लाजाओं पर वाहनों से वसूला जा रहा टोल आखिर जा कहां रहा है? प्रदेश के हाईवे पर होने वाले हादसों से बचाने वाला कोई नहीं है।शहरों से दूर होने के बावजूद इन हाईवे पर  ना एंबुलेंस है,ना मेडिकल की सुविधा है। इलाज के अभाव में दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति दम तोड़ रहे हैं। 152D हाईवे पर तो प्रस्तावित 6 ट्रामा सेंटर में से अभी तक एक भी चालू नहीं किया गया है। प्रदेश के हाईवे, एक्सप्रैस-वे की जर्जर हालत है, रोड़ जगह-जगह टूटे पड़े है, उनकी मरम्मत तक नही होती है। जगह-जगह गड्डे पड़े हुए है। हाईवे, एम्सप्रैस-वे जिन नागरिक सुविधाओं के नाम पर लोगों से भारी-भरकम टोल हडपा जाता है, पर वहां कथित नागरिक सुविधाएं नदारद है। रात के समय केएमपी जैसे एक्सप्रैस-वे पर कोई पुख्ता सुरक्षा प्रबंध नही है। इस मार्ग पर लोग अपनी जान जोखिम में डालकर यात्रा करते है। यही हालत अन्य हाईवे की है। रात के समय नागरिक भगावन भरोसे है।सर्दियों के दिनों में तो धुंध की वजह से वाहनों का चलना भी मुश्किल हो जाता है और हर साल सैंकड़ों दुर्घटनाएं होने के समाचार मिलते हैं। यहाँ तक की शौचालयों की उचित व्यवस्था और सुरक्षा के भी कोई इंतजाम नहीं किये गए हैं, फिर भी टोल दरें बार-बार बढ़ाना जनता की समझ से परे है। 

टोल दरों में बढ़ोतरी को लेकर मुख्यमंत्री मनोहलाल व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला चुप क्यों हैं? दुष्यंत चौटाला तो टोल नाकों को उखाडऩे का दावा करके ही सत्ता में आए थे, तो अब वह चुप क्यों हैं? प्रदेश की जनता के साथ भाजपा-जजपा सरकार द्वारा किए जा रहे अन्याय को कांग्रेस कतई सहन नहीं करेगी। भाजपा सरकार को टोल दरों में वृद्धि का निर्णय तुरंत वापस लेना चाहिए , अन्यथा प्रदेश की जनता उन्हें सबक सिखा के रहेगी।

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