बीपीएल परिवारों एवं श्रमिकों के बच्चों को मिलेगी यह सुविधा श्रम एवं शहरी सम्पदा विभागों ने दी मंज़ूरी : डॉ अभय यादव भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। हरियाणा सरकार ने नांगल चौधरी हलके के गरीब बच्चों लिए एक महत्वपूर्ण फ़ैसला लेते हुए शहरी सम्पदा और श्रम विभागों के माध्यम से बीपीएल परिवारों एवं श्रमिकों के परिवारों के बच्चों को कोचिंग सुविधा उपलब्ध करवाने का फ़ैसला लिया है। इस आशय का पत्र श्रम विभाग की संस्तुति पर शहरी संपदा विभाग ने हाल ही में जारी किया है। मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार नांगल चौधरी शहर में लगभग एक करोड़ चालीस लाख रुपए की लागत से अम्बेडकर भवन का निर्माण हुआ है तथा इसके साथ ही एक बड़ी लाइब्रेरी का निर्माण भी हुआ है। इस पर लगभग एक करोड़ रुपया ख़र्च आया है। नांगल चौधरी के विधायक डॉ अभय सिंह यादव ने इसकी विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि अंबेडकर भवन में ग़रीब विद्यार्थियों के लिए कोचिंग सेंटर खुलवाने का विचार पिछले एक वर्ष से कर रहे थे। इस विषय में उन्हें दो अलग अलग अर्ध सरकारी पत्र अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रम विभाग एवं शहरी सम्पदा विभाग को लिखे तथा उनसे सकारात्मक एवं सक्रिय सहयोग मिला। उसके बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी इस प्रस्ताव पर तुरंत स्वीकृति प्रदान कर दी। 24 मार्च 2023 को शहरी सम्पदा विभाग ने सरकार की स्वीकृति का पत्र जारी किया है। इस कोचिंग सेंटर में गरीबों के बच्चों से फ़ीस नगण्य होगी तथा श्रम विभाग अपने स्तर पर कोचिंग सेंटर का सारा ख़र्च वहन करेगा जिसमें सक्षम अध्यापकों की नियुक्ति भी सम्मिलित है। जब कोचिंग सेंटर की आवश्यकता नहीं रहेगी तो उस स्थिति में इस भवन के उपयोग किए जाने वाले भाग का क़ब्ज़ा वापिस शहरी संपदा विभाग के पास आ जाएगा। डॉ यादव ने स्पष्ट करते हुए कहा कि अंबेडकर भवन का एक आंशिक हिस्सा ही आवश्यकतानुसार इसके लिए उपयोग में लाया जाएगा तथा शेष भवन में अन्य गतिविधियां चालू की जाएंगी। उन्होंने कहा कि सरकार की अंत्योदय योजना का समाज के अंतिम व्यक्ति के विकास से सीधा संबंध है और इसी लिए यह सुविधा समाज के ग़रीब वर्ग के लिए प्रारंभ की जा रही है। इसके सफलतापूर्वक लागू होने के बाद क्षेत्र के ग़रीब बच्चों के लिए आगे बढ़ने में महत्वपूर्ण मदद मिलेगी तथा उम्मीद है कि यह नई प्रतिभाओं को निखारने में अपना योगदान देगा । Post navigation 69वीं राष्ट्रीय महिला कबड्डी प्रतियोगिता संपन्न महेंद्रगढ़ में सफाई कर्मियों का क्रमिक अनशन