राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की उपाध्यक्षा अंजना पंवार पहुंची गुरूग्राम

 स्थानीय लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह में अधिकारियों व यूनियन प्रतिनिधियों के साथ की मंडल स्तरीय बैठक

– बैठक में गुरूग्राम, रेवाड़ी व महेन्द्रगढ़ जिलों के अधिकारीगण रहे उपस्थित

– सफाई कर्मचारियों व उनके आश्रितों की वर्ष में 4 बार स्वास्थ्य जांच करवाने, सफाई कर्मचारियों के नए पद सृजित करवाने, सीवर सफाई के दौरान दुर्घटनाग्रस्त कर्मचारी के आश्रितों को नियमानुसार मुआवजा व दोषियों पर कार्रवाई करने, सफाई कर्मचारियों के लिए आवासीय परिसर बनाने, ईएसआई की सुविधा, सेवानिवृति पर सम्मानपूर्वक विदाई,

हाजरी स्थलों पर महिला व पुरूषों के लिए टॉयलेट व पेयजल की सुविधा सहित कमरे बनाने, सफाईकर्मियों की बस्तियों में चौपाल बनाने सहित इनकी सभी समस्याओं का समाधान करने के दिए अधिकारियों को निर्देश

गुरूग्राम, 28 मार्च। राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की उपाध्यक्षा अंजना पंवार ने मंगलवार को गुरूग्राम पहुंचकर मंडल स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में गुरूग्राम, रेवाड़ी व महेन्द्रगढ़ जिलों के अधिकारीगण तथा सफाई कर्मचारी यूनियनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

बैठक में बोलते हुए श्रीमती पंवार ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2014 में पद ग्रहण करते ही देश में स्वच्छ भारत मिशन की शुरूआत की तथा सफाई कर्मचारियों के प्रति उनके मन में संवेदना है। उन्होंने प्रयागराज में सफाई कर्मचारियों का सम्मान किया। हम सभी का यह कत्र्तव्य बनता है कि जो व्यक्ति हमारे आसपास के क्षेत्र को स्वच्छ बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है, उसके प्रति अपने मन में संवेदना रखें तथा उनकी समस्याओं का समाधान करें। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जब सभी देशवासी अपने-अपने घरों में बैठे थे, उस समय भी सफाई कर्मचारियों ने अपनी जान को जोखिम में डालकर हमारे शहर को स्वच्छ बनाने में योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि सफाई एक नियमित कार्य है और इसके लिए स्थाई कर्मचारियों की भर्ती करने की आवश्यकता है। अधिकारी इस बारे में प्रस्ताव तैयार करके राज्य सरकार को भिजवाएं। इसके साथ ही सफाई कर्मचारी की सेवानिवृति पर उनकी सम्मानपूर्वक विदाई करें।

नियमित स्वास्थ्य जांच : श्रीमती पंवार ने कहा कि सफाई व सीवर से संबंधित कार्य करने वाले कर्मचारियों को कई प्रकार की गंभीर बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि कर्मचारियों व उनके आश्रितों की वर्ष में 4 बार स्वास्थ्य जांच करवाएं तथा इसकी रिपोर्ट समय-समय पर आयोग को भी भिजवाना सुनिश्चित करें। इसके अलावा, उनके ईएसआई कार्ड बनवाने के लिए विशेष कैंपों का आयोजन करें तथा पैनल अस्तपालों में उनके ईलाज की व्यवस्था करवाएं। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारी पूरा दिन सडक़ पर कार्य करते हैं, ऐसे में दुर्घटना होने का खतरा भी बना रहता है। इनको दिए जाने वाले पहचान-पत्र में उनका ब्लड ग्रुप अवश्य लिखा होना चाहिए।

हाजरी स्थलों पर करें बेहतर व्यवस्था : उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर सफाई कर्मचारी अपनी हाजरी लगाते हैं, वहां पर महिलाओं व पुरूषों के लिए अलग-अलग कमरों की व्यवस्था करवाएं, ताकि वे अपनी वर्दी पहन सकें, बैठकर खाना खा सकें। यहां पर टॉयलेट व पेयजल की भी पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

बैठक उन्होंने सफाई कर्मचारियों केलिए आवासीय कॉलोनी की व्यवस्था करवाने, सफाई कर्मचारियों की बस्तियों में चौपालों का निर्माण करवाने सहित अन्य समस्याओं का समाधान करवाने के निर्देश दिए।

You May Have Missed

error: Content is protected !!