राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने पर बोले, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़

चंडीगढ़, 24 मार्च। राहुल गांधी को अदालत द्वारा मिली दो साल की सजा के बाद लोकसभा से सदस्यता रद्द होने पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होना एक साधारण क़ानूनी प्रक्रिया का पालन है। ये मापदंड स्वयं राहुल गांधी ने ही यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान बनाए थे, लिहाज़ा अब इस पर राजनीति करना फ़िज़ूल है। अब भी समय है, उन्हें अपनी हठधर्मिता छोड़, अपनी की गई टिप्पणी पर माफ़ी मांग लेनी चाहिए।

प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि मर्यादा राजनीति में बहुत बड़ी जरूरत होती है। बहुत सारी बातें राहुल गांधी बिना मर्यादा के कहते हैं। उनकी बातों से देश भी आहत है। वे मोहब्बत की बातें तो करते हैं, लेकिन उन्होंने अभी तक क्षमा नहीं मांगी है। उन्होंने कहा कि मर्यादा का उल्लंघन राजनीति में कहीं भी अच्छा नहीं माना जाता है। अदालत के फैसले ने बता दिया कि राहुल गांधी को मर्यादा में रहना चाहिए।

श्री धनखड़ ने कहा कि देश में नियम है कि किसी भी व्यक्ति को दो साल या उससे अधिक की सजा होती है तो वह किसी भी हाउस का सदस्य हो, उसकी सदस्यता समाप्त हो जाती है। राहुल गांधी की एक घटना का जिक्र करते हुए श्री धनखड़ ने कहा कि सदस्यता खत्म करने वाले कानून में समय बढ़ाया जा रहा था, जब उन्होंने उस कागज को फाड़ा था।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राहुल गांधी ने एक वर्ग के खिलाफ टिप्पणी की थी जिससे एक वर्ग की सामाजिक भावना आहत हुई है। उसे महसूस करने और क्षमा मांगने की बजाए अपनी बात पर अड़े रहे। इसी कारण अदालत ने दो साल की सजा दी है। कोर्ट के फैसले के प्रावधान के अनुसार ही राहुल गांधी की हाउस से सदस्यता रद्द की गई है।

श्री धनखड़ ने कहा कि कांग्रेस इस सारे मामले को पॉलिटिकल इश्यू बना रही है, जबकि यह पॉलिटिकल इश्यू नहीं है। भारत ऐसा देश है जिसमें विभिन्न सामाजिक वर्ग रहते हैं। उन्होंने कैम्ब्रिज में भारत की भावनाओं को भी आहत किया है। भारत के बहुत बड़े वर्ग ने कहा कि देश की भावनाओं को आहत नहीं करना चाहिए, देश के गौरव का सम्मान करना चाहिए। ऐसे में क्षमा मांगना कोई बुरी बात नहीं है, बल्कि अच्छी बात होती है।

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