रोहतक, 23 मार्च 2023- किन्ही कारणों से अपने परिवार से बिछड़े अथवा घर से लापता हुए लोगों का पता लगाकर उनके परिवार वालों को सकुशल सौंपने में भी पुलिस अहम भूमिका निभा रही है। रोहतक रेंज पुलिस द्वारा अपराधों पर नियंत्रण करने के साथ-साथ, किसी भी कारण से अपने परिवार से बिछड़े लोगों को उनके अपनों से मिलाने के लिए विशेष रूप से किए गए कड़े प्रयासों से अनेक गुमशुदा लोगों को सकुशल बरामद करने में सफलता हासिल की गई। जनता की मदद करने व शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने की शपथ लेने वाली पुलिस ने कुछ ऐसा कर दिखाया, जिससे उन परिवारों को सुखद एहसास कराया, जिनके बिछड़े स्वजन अपनों के बीच पहुंचे। रोहतक रेंज पुलिस ने पिछले करीब एक वर्ष की अवधि में गुमशुदा 2196 व्यक्तियों की तलाश करके उन्हें उनके परिजनों तक पहुंचाने का कार्य सफलतापूर्वक किया। इस नेक कार्य में रोहतक रेंज के अंतर्गत चारों जिलों रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी तथा झज्जर पुलिस ने अहम भूमिका निभाई।

रोहतक मंडल के पुलिस महानिरीक्षक श्री राकेश कुमार आर्य ने बताया कि रोहतक रेंज के चारों जिलों के पुलिस अधिकारियों ने बीते करीब एक वर्ष की अवधि में किसी भी वजह से अपने परिवार से बिछड़े हुए अनेक लोगों को, जिनमें महिलाएं व बच्चे भी शामिल हैं, को ढूंढने के लिए विशेष रूप से गंभीर प्रयास अमल में लाए गए। रोहतक रेंज की पुलिस ने उपरोक्त अवधि के दौरान 2196 गुम हुए लोगों को ढूंढ निकाला। चाही अनचाही परिस्थितियों में अपने परिवारों से बिछड़े तथा पुलिस द्वारा बरामद किए गए 2196 लोगों में 1149 महिलाएं व 644 पुरुष थे। उपरोक्त अवधि के दौरान गुम हुए 2449 लोगों में से 2196 लोगों को ढुंढवाकर विधिक प्रक्रिया अनुसार पुलिस द्वारा उनके परिजनों के सुपूर्द किया गया। बिछड़े हुए स्वजनों के मिलने से उनके परिजनो में जहां हर्ष व्याप्त है, वहीं शेष गुमशुदा लोगों के परिजनों में भी आशा की किरण जगी है। गुमशुदा व्यक्तियों को प्रदेश के अन्य जिलों के अतिरिक्त दूसरे राज्यों से भी ढूंढा गया।

रेंज पुलिस ने बीते करीब 12 माह की अवधि में अब तक अधिकतर लापता व्यक्तियों को ढूंढ निकाला। इस कार्य के लिए गैर सरकारी संगठनों सहित जिला स्तर पर विभिन्न खोजी टीमों का गठन किया गया। टीमों ने आश्रय घरों, प्लेटफार्मों, बस स्टैंड, धार्मिक स्थानों का दौरा किया और बच्चों सहित अनेक व्यक्तियों की जांच की गई। इस दौरान गुमशुदा चल रहे 644 पुरुष, 1149 महिला तथा 269 लड़कियां व 134 लड़कों समेत कुल 403 बच्चों को ढूंढकर उनके परिजनों के हवाले कर दिया गया। गुमशुदा को तलाशने में सबसे ज्यादा रोहतक जिले में 811 लापता लोगों का पता लगाया गया। झज्जर में 626, भिवानी में 569 व चरखी दादरी में 190 लापता व्यक्तियों को तलाशा गया। रोहतक रेंज में लापता व्यक्तियों को तलाशने के लिए चलाया गया अभियान सबसे सफल रहा। वर्तमान में सबसे अधिक झज्जर में 110, रोहतक में 94, भिवानी में 36 तथा चरखी दादरी में 13 लोग लापता हैं। अब तक रेंज में कुल 2449 लोगों के लापता होने की सूचना प्राप्त हुई। इनमें से 2196 लोगों का पता लगाया जा चुका है। लापता चल रहे 253 व्यक्तियों को तलाशने के लिए पुलिस के स्तर पर प्रयास जारी है।

error: Content is protected !!