शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के बलिदान को याद किया भाजयुमो राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सुमित शर्मा ग्रामीणों के साथ साझा की आजादी की विभिषिका गुरुग्राम। शहर में शहीद दिवस के अवसर पर जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित कृतज्ञ शहरवासियों ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के साथ अनगिनत आजादी के मतवालों को याद का अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस कड़ी में नगर निगम के गांव धर्मपुरा (वार्ड सात) में समाज सेवी अरुण त्यागी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने हवन-यज्ञ और भंडारा आयोजित किया। कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे भारतीय जनता युवा मोर्चा के उत्तरी भारत मीडिया कोऑडिनेटर सुमित शर्मा ने ग्रामीणों के साथ गांव के मंदिर प्रांगण में लगी भगत सिंह की आदमकद प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उनके बलिदान को नमन किया। सुमित शर्मा ने ग्रामीणों, खासकर युवा आने वाली पीढ़ी को आजादी को सहेजने का अनुरोध किया। सुमित ने कहा कि आज भारत की आजाद फिजा में जो तिरंगा लहरा रहा है, वह हवा से नहीं, बल्कि हजारों, लाखों बलिदानियों की सांसों से लहरा रहा है। बलिदानियों के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करते हुए सुमित ने कहा कि आजाद भारत के लिए उस दौर में देश ने कैसे विभिषिका झेली है, उसे याद कर ही सिहरन उठती है। आज हर युवा भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव और चंद्रशेखर बनना चाहता। इसके लिए हमें बलिदानियों जैसा देश प्रेम का जज्बा अपने अंदर पैदा करना होगा। उन्होंने ग्रामीणों के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि बलिदानियों की शहादत का याद करने के लिए इस तरह के आयोजन आज समय की जरूरत है। ऐसे आयोजनों से अपनी नई पीढ़ी हम देश की आजादी की दास्तां से रूबरू कराते हैं। उन्होंने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में देश और प्रदेश की सरकारों ने बलिदानियों की शहादत को सहेजने का प्रयास किया है। हरियाणा सरकार तो देश में शहीदों और संत-महापुरुषों की जयंति मनाने की नई परंपरा शुरू की है। उन्होंने अरुण त्यागी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से समाज में एकजुटता और भाईचारे को बल मिलता है। इस मौके पर उनके साथ सुमित सैम, ब्रिजेश मिश्रा, प्रतीक शर्मा, सतीश चैंपियन सहित भाजयुमो के कई कार्यकर्ता मौजूद रहे। Post navigation सदर बाजार में व्यापारियों के बीच पहुंचे जीएल शर्मा राहुल गांधी के समर्थन में समर्थकों संग एयरपोर्ट पहुंचे पंकज डावर