-गेल की पाइपलाइन में गैस रिसाव पर काबू पाने के उपायों पर आधारित थी मॉक ड्रिल
-आपदा से निपटने के लिए आमजन को सुरक्षित उपायों का बुनियादी ज्ञान होना जरूरी : प्रदीप सिंह, एसडीएम सोहना
-खुदाई के वक्त सावधानी रखें: गेल प्रबंधन

गुरुग्राम 21 मार्च। जिला प्रशासन गुरूग्राम की अगुवाई में मंगलवार को गैस कंपनी गेल (गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड) द्वारा अनुरक्षण बेस के अधीन गांव पातली में गैस पाइपलाइन में किसी आपातकालीन दुर्घटना की स्‍थिति में आपातकालीन तैयारी की जांच किए जाने के लिए “ऑफ साइट इमरजेंसी ड्रिल” का आयोजन किया। इस मॉक ड्रिल में राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) व गेल की टीम ने पाइपलाइन गैस रिसाव होने की स्थिति में वहां पर फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के तौर तरीकों के बारे में बताया। वहीं मॉक ड्रिल के बाद कमियों एवं त्रुटियों की चर्चा के लिए समीक्षा बैठक भी की गई।

‘ऑफसाइट इमरजेंसी ड्रिल’ के तहत मंगलवार को दोपहर 12 बजे गांव पातली के पास गेल (गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड) की नेचुरल गैस की 18 इंच की गैस पाइपलाइन लीक हो गई। गैस रिसाव के बारे में तुरंत गेल के लाइनमैन ने अपने रीजनल गैस मैनेजमेंट सेंटर (आरजीएमसी) को सूचित किया। वहां से इमरजेंसी रिस्पांस व्हीकल तत्काल इंजीनियरों की टीम के साथ घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। उसके बाद गेल द्वारा गैस रिसाव से संबंधित आपदा प्रबंधन की मॉक ड्रिल देखने को मिली। इस दौरान लेवल दो की आपात स्थिति के तहत अग्निशमन की गाड़ियां, एंबुलेंस पहुंच रहीं थीं और लोगों को माइक के माध्यम से सूचना दी जा रही थी। यहां ना आएं, गैस का रिसाव हो रहा है। इसके साथ किसी ज्वलनशील पदार्थ का प्रयोग ना करें। इस दौरान गैस रिसाव वाले स्थान को घेराबंदी करके अलग कर दिया गया। घटना स्थल पर गैस रिसाव वाले स्थान पर आग लगने पर इसे लेवल तीन की आपात स्थिति मानते हुए गेल प्रबंधन द्वारा जिला प्रशासन को घटना के बारे में सूचित किया गया और स्वयं सोहना के एसडीएम प्रदीप सिंह अपनी टीम के साथ वहां जा पहुंचे। जिसमें राज्य आपदा प्रबंधन बल, स्वास्थ्य विभाग की टीम व फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुँचकर हालात पर काबू पाती हैं। इस आगजनी में कुछ लोग भी घिरे हुए दिखाए गए। गेल, रेडक्रॉस व जिला स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम भी मौके पर पहुंच गई। तीन आदमी जख्मी हुए उन्हें टीम ने उठाया और प्राथमिक सहायता देते हुए उसे नजदीकी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचाया। इस मॉक ड्रिल में गेल गुरुग्राम की पड़ोसी औद्योगिक ईकाइयाँ जैसे मारुति, एचएसआइडीसी, आईजीएल, होंडा मोटरसाइकल व हीरो मोटो कोर्प की बचाव टीमों ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया।

आपदा से निपटने के लिए आमजन को सुरक्षित उपायों का बुनियादी ज्ञान होना जरूरी : प्रदीप सिंह एसडीएम सोहना

मॉक ड्रिल के उपरांत आयोजित समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए सोहना के एसडीएम प्रदीप सिंह ने कहा कि आपदा कभी भी पूर्व सूचना देकर नही आती ऐसे में किसी भी आपात स्थिति में हमारा रिपोर्टिंग टाइम बढ़ सकता है। इसलिए जरूरी है कि हम सभी को आपात स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षित उपायों का बुनियादी ज्ञान होना चाहिए ताकि राहत बल के पहुँचने तक हम खुद को सुरक्षित रखते हुए हालात पर काबू पा सके। एसडीएम ने मॉक ड्रिल में मौजूद आसपास के क्षेत्र से आए गणमान्य से आह्वान किया कि आप सभी अपने परिचितों को इस मॉक ड्रिल व इसमें सुरक्षा के लिए अपनाए गए तरीकों के बारे में अवश्य बताएं।

खुदाई के वक्त सावधानी रखें: गेल प्रबंधन

गेल के मुख्य महाप्रबंधक (एनसीआर, ओ एंड एम) पवन शर्मा ने बताया कि आमतौर पर गैस की पाइपलाइन जमीन में करीब तीन मीटर गहराई पर दबाई जाती है। लाइन की सुरक्षा की देखरेख के लिए लाइन पेट्रोल मैन (एलपीएम) तैनात किए जाते हैं। कहीं भी गैस रिसाव होने पर लाइन पेट्रोल मैन शीघ्र अपने स्थानीय नियंत्रण कक्ष में सूचित करता है। मॉक ड्रिल में बताया गया कि कहीं भी प्राकृतिक गैस की पाइप लाइन में लीकेज होने पर कोई भी व्यक्ति गेल नियंत्रण कक्ष के टोल फ्री नंबर 15101 पर सूचित करें। गेल के मुख्य महाप्रबंधक डी.पी नंदा ने बताया कि गैस पाइपलाइन पर एक निश्चित दूरी पर एक मार्कर होता है। जो दर्शाता है कि यहां से हाई प्रेशर की गैस की लाइन गुजर रही है। कोई भी खुदाई इत्यादि करने से पहले उस मार्कर पर लिखे फोन नंबर पर सूचित करें।

इस अवसर पर सोहना के एसडीएम प्रदीप सिंह, फर्रुखनगर के तहसीलदार सज्जन सिंह सहित पुलिस व अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

error: Content is protected !!