किसान मोर्चा ने आज लघु सचिवालय में धरना तथा ज्ञापन दिया
फसल में हुए नुकसान की सूचना क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दर्ज करें किसान : डीसी

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। गत रविवार को नांगल चौधरी महेंद्रगढ़ इलाके में हुई ओलावृष्टि को लेकर महेंद्रगढ़ के कांग्रेसी विधायक राव दान सिंह, अटेली से विधानसभा में बसपा के उम्मीदवार रहे ठाकुर अतरलाल, पूर्व मंत्री राव नरेंद्र सिंह, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व विधायक पंडित राधेश्याम शर्मा, समाजसेवी एवं कांग्रेसी नेता राधेश्याम गोमला, दिनेश शर्मा उर्फ पालाराम सहित अनेक नेताओं ने विशेष गिरदावरी करवाकर ओलावृष्टि की भरपाई करने के लिए 50 हजार प्रति एकड़ का मुआवजा देने की सरकार से मांग की है।

संयुक्त किसान मोर्चा जिला महेन्द्रगढ़ के आहावान पर आज नारनौल में विभिन्न जन संगठनों के प्रतिनिधियों ने इलाके में माह जनवरी 16 से 18 को पाले तथा गत 19 मार्च को ओलावृष्टि से रबी की फसलों को हुए भारी नुक़सान की स्पेशल गिरदावरी करवाकर 50 हजार प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा देने, किसानों के सभी कर्जे माफ़ करने की मांग को लेकर जिला उपायुक्त कार्यालय के समक्ष सांकेतिक धरना दिया गया तथा धरने के पश्चात उपायुक्त डाक्टर जयकृष्ण आभीर को ज्ञापन सौंपा।

धरने को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि कर्ज में डुबे किसान के लिए पहले ही घाटे का सौदा हो चुकी खेती और उपर से पाले व ओलावृष्टि ने किसानों को बर्बादी के कगार पर पहुंचा दिया। ऐसे में सरकार का दायित्व बनता है कि किसानों के लिए संकट की इस घड़ी में किसानों को अपनी पकी हुई फसलों के ओलावृष्टि व पाले से हुए नुक़सान की भरपाई कर राहत प्रदान की जाए।

आज के धरने को मास्टर धर्मेंद्र यादव, कामरेड बलबीर सिंह, शेर सिंह, विनोद भील, दिनेश शर्मा उर्फ पालाराम, गिरीश खेड़ा, दिनेश कुमार, टिंकू प्रधान , एडवोकेट मनजीत सिंह, कुलदीप भरगड़,अजय कुमार, मोहित बागोतियां, हवा सिंह, यशपाल यादव, छाजूराम रावत, तेजपाल छाजियावास, डाक्टर व्रतपाल सिंह, बिजेंद्र सिंह, सीताराम प्रधान, मनोज सेकवाल, विकास यादव सहित पदाधिकारियों ने सम्बोधित किया। धरने का संचालन मास्टर महेश यादव ने किया।

ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों की गिरदावरी करवा , नुकसान की भरपाई करे सरकार : राव नरेंद्र सिंह

सोमवार को हरियाणा के पूर्व मंत्री राव नरेंद्र सिंह ने प्रेस नोट के माध्यम से बताते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से हो रही बेमौसमी बारिश व रविवार को हुई ओलावृष्टि से क्षेत्र में फसल को भारी नुकसान देखने को मिला है ।

राव नरेंद्र सिंह ने कहा कि सरसों व गेहूं इस क्षेत्र की मुख्य फसलें हैं परिवार के पालन पोषण से लेकर बच्चों की पढ़ाई व शादी तक किसान इन फसलों पर निर्भर करता है । लेकिन इस बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से किसान वर्ग बेहद चिंतित हैं ।

इस अवसर पर उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार जल्द से जल्द खराब फसल की गिरदावरी करवाकर नुकसान की भरपाई करे ताकि किसान के सर से एक बोझ उतर सके व अपने परिवार का पालन पोषण कर सके ।

अधिकारी नुकसान के हिसाब से करेंगे आंकलन

क्षतिपूर्ति पोर्टल पर फसल खराबे की सूचना दर्ज करने के लिए मेरी फसल- मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण जरूरी

उपायुक्त डॉ जयकृष्ण आभीर ने कहा है कि जिन किसानों ने अपनी फसल का बीमा नहीं करवाया हुआ है वे किसान बेमौसमी बरसात तथा ओलावृष्टि से हुए नुकसान होने की रिपोर्ट क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दर्ज करवाएं।

उपायुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर फसलों को हुए नुकसान की रिपोर्ट एकत्रित की जा रही है। सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए अपनी फसल को हुए नुकसान का दावा करने के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल शुरू किया है।

उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना या बागवानी बीमा योजना में पंजीकरण नहीं कराया है, ऐसे किसान फसलों के नुकसान की सूचना क्षतिपूर्ति पोर्टल तुरंत रिपोर्ट दर्ज कर दें। इस पोर्टल पर शिकायत के साथ फोटो भी अपलोड करना होगा। किसान की ओर से यह कार्य करने के बाद राजस्व विभाग उसका मौके पर जाकर निरीक्षण करेगा।

उपायुक्त ने बताया कि क्षतिपूर्ति पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने के लिए किसान को मेरी फसल- मेरा ब्यौरा पर पंजीकरण जरूरी हैं। नुकसान की रिपोर्ट दर्ज करने के लिए किसान को मेरी फसल- मेरा ब्यौरा पोर्टल पर किसान अनुभाग मेंं जाकर क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज करना अनिवार्य है। किसान द्वारा मेरी फसल- मेरा ब्यौरा पर भरे गए सभी किलो ( खेत ) का विवरण फसल सहित अपने आप खुल जाएगा। किसान को केवल नुकसान का कारण व नुकसान का प्रतिशत भरना है। भौतिक निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर सरकार द्वारा किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा।

पोर्टल पर ऐसे करें नुकसान की सूचना दर्ज

क्षतिपूर्ति पोर्टल पर सूचना देना बहुत ही आसान है। सबसे पहले फसलडॉटहरियाणाडॉटजीओवीडॉटइन पर जाकर किसान अनुभाग पर क्लिक करें। इसके लिए पीपीपी आईडी , मेरी फसल-मेरा ब्यौरा आईडी या मोबाइल नंबर के माध्यम से लॉग इन कर सकते हैंं। उन्होंने कहा कि किसान अपने मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर या फिर अटल सेवा केंद्र पर जाकर फसल नुकसान की सूचना क्षतिपूर्ति पोर्टल पर कर सकते हैं।

बीमित किसान नुकसान की सूचना कृषि विभाग के नजदीकी कार्यालय में दें

जिला महेंद्रगढ़ के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के डीडीए डॉ बलवंत सहारण ने बताया कि जिन किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अपना बीमा करवाया हुआ है वह किसान 72 घंटे के अंदर अंदर अपने खेत में हुए नुकसान की सूचना दें।

उन्होंने बताया कि गत दिवस बेमौसम बरसात तथा ओलावृष्टि से कुछ जगहों पर नुकसान की सूचना है। ऐसे में किसान कृषि विभाग के अपने नजदीकी कार्यालय या डीडीए नारनौल के कार्यालय में आकर नुकसान की सूचना दें।

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