चण्डीगढ़, 19 मार्च – हरियाणा साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. चन्द्र त्रिखा ने आज पंचकूला स्थित अकादमी भवन में साहित्यकार व छायाकार डॉ. ओम प्रकाश कादयान की नव प्रकाशित पुस्तक ‘पगडण्डियों का सफर’ तथा लेखक, कवयित्री डॉ. सुमन कादयान की दो पुस्तकों ‘हरियाणवी मुहावरे व लोकोक्तियाँ’, ‘माटी की खुसबू’ (हरियाणवी कविताओं) का विमोचन किया। हरियाणा विद्यालय शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक डॉ. प्रदीप राठौर विशिष्ट अतिथि के तौर पर कार्यक्रम में पहुंचे। इस मौके पर सम्पादक विजेन्द्र कुमार, हरियाणा साहित्य अकादमी की अधिकारी मनीषा नांदल, प्रसिद्ध चित्रकार भीम सिंह आदि मौजूद थे। इस अवसर पर निदेशक डॉ. चन्द्र लिखा ने कहा कि यात्राएं हमें व्यवहारिक ज्ञान देती हैं, हमें अनुभवी व साहसी बनाती हैं । घुमक्कड को सीधे तौर पर समाज व प्रकृति से जोडऩे का काम करती हैं । साहित्यकार डॉ. ओम प्रकाश कादयान का यात्रा वृतान्त संग्रह ‘पगडंडिय़ों का सफर’पाठकों को घर बैठे देश के विभिन्न पर्यटन स्थलों, ऐतिहासिक धरोहरों, हिमालय की दुर्गम, खूबसूरत घाटियों की यात्राएं करवाएगा। मरुस्थल की खूबसूरती तथा समुन्द्र की विशालता का अहसास करवाएगा। डॉ. चन्द्र त्रिखा ने कहा कि डॉ. सुमन कादयान की पुस्तक ‘माटी की खुशबू’ हरियाणवी लोक भाषा को समृद्ध करने सहायक होगा तो ‘हरियाणवी मुहावरे व लोकोक्तियाँ’ पुस्तक हरियाणवीं लोकसाहित्य से परिचित करवाएगी। इन सभी पुस्तकों के लिए लेखक दम्पत्ति को शुभकामनाएँ दी। डॉ. चन्द्र त्रिखा ने कहा कि अधिक लेखन महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि कालजयी, प्रभावशाली व उपयोगी लेखन जरूरी है। इस दृष्टि से ये किताबें अच्छे साहित्य की पूर्ति करती हैं। डॉ. प्रदीप राठौर ने कहा कि यात्रा साहित्य अन्य विद्याओं की अपेक्षा कम लिखा जा रहा है, ऐसे में ‘पगडंडियों का सफर’ पुस्तक का महत्व और भी बढ़ जाता है। ‘हरियाण के मुहावरे व लोकोक्तियां’ हमारे लोक का आइना है। डॉ. ओमप्रकाश कादयान व डॉ. सुमन सम्मान के पात्र हैं। सम्पादक विजेन्द्र कुमार ने मेहमानों का स्वागत व धन्यवाद किया। मनीषा नान्दल व मान सिंह ने भी कार्यक्रम में अपनी बात रखी। डॉ. सुमन ने लोक साहित्य के महत्व पर प्रकाश डाला तो डॉ. ओमप्रकाश कादयान ने यात्राओं से सम्बंधित किस्से सुनाए, अपने खट्टे मीठे अनुभव साझा किए। Post navigation रचनात्मक, सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में युवा मण्डलों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है : मनोहर लाल हम सबसे बड़ी पार्टी, लेकिन अभी ताकत को और चार गुना बढ़ाना है : जेपी नड्डा