धरना ले चुका है जन आंदोलन का रूप, सरकार को हर हाल में देना होगा स्थायी सडक़ मार्ग : ओ.पी. कोहली

विपक्ष ही नहीं पक्ष के भी कई विधायकों के विधानसभा में आवाज उठाने की उम्मीद : कोहली
धरने पर ओलावृष्टि व बारिश से टैंट फटा, काफी नुकसान हुआ, भारी ओलावृष्टि के बाद भी धरने पर डटे रहे ग्रामीण

हिसार 17 मार्च : तलवंडी राणा बाईपास पर दिए जा रहे धरने पर भारी ओलावृष्टि हुई जिससे तेज हवाओं के चलते धरने का टैंट फट गया और गद्दे व राशन इत्यादि का सामान भीग गया इससे धरने पर काफी नुकसान हुआ। इसके अलावा ओलावृष्टि से ग्रामीणों की फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। गेहूं की फसल बारिश, आंधी, तुफान व ओलावृष्टि से सपाट हो गई है। धरने के 39वें दिन धरने की अध्यक्षता करते हुए ओ.पी. कोहली ने कहा कि ओलावृष्टि से हुए फसलों के नुकसान के लिए सरकार व प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर किसानों को मुआवजे की मांग की जाएगी। उन्होंने बताया कि धरने पर भारी ओलावृष्टि हुई लेकिन ग्रामीण फिर भी धरने पर डटे रहे और टैंट के गद्दों से खुद को ढककर ओलों से बचाव किया।

एडवोकेट ओ.पी. कोहली ने बताया कि समिति विधानसभा सत्र में ग्रामीणों की आवाज उठाने के लिए लगार प्रदेश के विभिन्न विधायकों से संपर्क में है। आज विधानसभा सत्र का पहला दिन था। दो दिन अवकाश के बाद सोमवार को पुन: सत्र शुरू होगा तब विपक्ष ही नहीं पक्ष के भी कई विधायकों ने विधानसभा में हमारी आवाज उठाने का आश्वासन दिया है। कोहली ने बताया कि ओलावृष्टि व बारिश ने ग्रामीणों की फसल को बर्बाद कर दिया है। जिस फसल को तैयार करने में किसानों के 6 महीने लग जाते हैं और दिन-रात मेहतन करके पसीना बहाते हैं प्रकृति की एक मार ने उसकी सारी मेहनत बर्बाद कर दी है। हम सरकार व प्रशासन के समक्ष ज्ञापन देकर किसानों को बर्बाद हुई फसलों का मुआवाजा जल्द से जल्द देने की मांग करेंगे।

ओ.पी. कोहली ने बताया कि शुक्रवार को धरने को 39वां दिन था। धरने पर लगातार ग्रामीणों की संख्या बढ़ती जा रही है और हमने इरादा मजबूत कर लिया है कि जब तक सरकार हमें स्थायी सडक़ मार्ग नहीं दे देती ग्रामीण धरने पर डटे रहेंगे। विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक संगठन, खाप व पंचायतें धरने को अपना समर्थन दे चुके हैं और अब भी निरंतर समर्थन देना जारी है। अब यह धरना नहीं बल्कि एक जन आंदोलन का रूप ले चुका है। सरकार हमारी मांग को लंबे समय तक अनदेखा नहीं कर सकती आज नहीं तो कल हर हाल में ग्रामीणों को स्थायी सडक़ मार्ग देना ही होगा। धरने पर लोक गायकों ने भी अपनी प्रस्तुति दी।

धरने पर मुख्य रूप से दिलबाग हुड्डा, सतबीर पूनिया, घीसा राम पूर्व सरपंच सीसवाल, राजेश सीसवाल, भूपेंद्र गंगवा, रंजनी बिछपड़ी, मास्टर सूबे सिंह, उमेद सिंह, सदानंद राजली, रामानंद सरसौद, ठंडू राम, सोनू चौपड़ा, जापान गुरी, अंजू देवी सहित भारी संख्या में ग्रामीण बुजुर्ग, महिला, पुरुष, बच्चे व युवा मौजूद रहे।

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