अगले चरण के अंत्योदय मेलों में 2 लाख परिवारों के उत्थान का लक्ष्य अंत्योदय परिवार उत्थान योजना लगातार चलने वाला कार्यक्रम चंडीगढ़, 16 मार्च- मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत लगाए जा रहे अंत्योदय उत्थान मेलों के माध्यम से प्रदेश के युवा अब वीटा बूथ व हरहित स्टोर खोल कर आत्मनिर्भर बन सकेंगे। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि अगले चरण के अंत्योदय मेलों में 2 लाख परिवारों का उत्थान करने का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना के तहत पात्र व्यक्तियों को जिला लघु सचिवालय, अस्पताल, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय, बस स्टैण्ड, पुलिस, रेलवे स्टेशन आदि सार्वजनिक स्थलों पर वीटा बूथ खोलने के लिए विशेष रियायतें प्रदान की जाएंगी। मुख्यमंत्री आज यहां आयोजित राज्य स्तरीय अतिरिक्त उपायुक्त कम नागरिक संसाधन सूचना विभाग के अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। अंत्योदय मेलों के लिए 2 अप्रैल से गांव स्तर पर शुरू होगी काउंसलिंग मुख्यमंत्री ने कहा कि अंत्योदय उत्थान मेलों के लिए 2 अप्रैल से गांव स्तर पर काउंसलिंग शुरू की जाएगी तथा इसमें गांव स्तर की सामाजिक संस्थाओं का सहयोग भी लिया जाएगा ताकि पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ देने के लिए तैयार किया जा सके। इसके अलावा इन मेलों में प्राईवेट कंपनियों के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाएगा। अंत्योदय परिवारों को लाभान्वित करना पुण्य का कार्य श्री मनोहर लाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है, जिसका मुख्य उद्वेश्य उन परिवारों का उत्थान करना है जो पंक्ति में सबसे पीछे हैं। उन्होंने कहा कि इस योेजना से आम नागरिक से जुड़कर उसके जीवन स्तर को ऊंचा उठाना है और समाजिक रुप से पुण्य का कार्य करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना लगातार चलने वाला कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम की सफलता के लिए व्यापक स्तर पर आवश्यक प्रबंध किए जाए तथा इसकी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा ई-रिक्शा को बढावा देने के लिए नई योजना तैयार की जाएगी जिसमें स्वरोजगार के लिए भी ऋण उपलब्ध करवाया जा सके। उन्होंने कहा कि अंत्योदय परिवार योजना का लाभ देने के लिए एक लाख रुपए से कम आय वाले परिवारों को प्राथमिकता दी जाएगी। अगर इस योजना के तहत एक लाख रुपए तक आय वाले परिवारों के आवेदक नहीं आते तो इसे 1.80 लाख रुपए तक किया जाए। उन्होंने कहा कि हरहित स्टोर खोलने की संख्या 5000 तक बढाई जाए जो वर्तमान में 800 है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सांझा डेयरी योजना के तहत गांव स्तर पर टीमें बनाकर संस्थाए रजिस्टर्ड करवाई जाएंगी। इसमें जिन लोगों के पास जमीन उपलब्ध नहीं उनके लिए पशु बांधने के लिए लीज पर भूमि की व्यवस्था करवाई जाएगी ताकि वे शैड बनाकर अपने पशु बांध सकेंगे। श्री मनोहर लाल ने कहा कि अंत्योदय परिवारों के जिन लोगों का सिबिल स्कोर कम हैं या डिफाल्टर हैं, और उन्हें बैंक ऋण नहीं दे रहे, उनके लिए भी योजना तैयार की जाएगी। उनके कम सिबिल स्कोर के कारणों का पता लगाकर अंत्योदय उत्थान मेलों के माध्यम से उनकी सहायता की जाएगी। इस बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डी एस ढेसी, एसीएस श्री टीवीएसएन प्रसाद, श्रीमती सुमिता मिश्रा, श्री अनुराग रस्तोगी, श्री आनन्द मोहन शरण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी उमाशंकर, प्रधान सचिव श्री विजेन्द्र कुमार, सचिव एवं आयुक्त श्रीमती अमनीत पी कुमार, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डा. अमित कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के उप प्रधान सचिव श्री के एम पांडुरंग सहित कई वरिष्ठ अधिकारी एवं सभी जिलों के अतिरिक्त उपायुक्त कम नागरिक संसाधन सूचना विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। Post navigation पीएलपीए एक्ट से छेडछाड़ का मतलब अरावली क्षेत्र का विनाश होना है : विद्रोही नौकरियों के नाम पर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ तत्काल बंद करें खट्टर सरकार-सुरजेवाला