मीटिंग में अपराध, कानून एवं व्यवस्था व अन्य मुद्दों पर की गई विस्तृत चर्चा

रोहतक: रोहतक रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री राकेश कुमार आर्य ने बृहस्पतिवार को रेंज के सभी पुलिस कप्तानों के साथ कार्यालय रोहतक में कानून व्यवस्था एवं अपराध समीक्षा मीटिंग की। मीटिंग के दौरान अपराध व कानून व्यवस्था सहित अनेक विषयों पर समीक्षा करते हुए विस्तृत चर्चा की गई। जिनमें अपराध, संगठित अपराध व गैंगस्टर, नशा, शराब व हथियार तस्करी, जिलों में शांति एवं कानून एवं कानून व्यवस्था, यातायात एवं सड़क सुरक्षा, वांछित अपराधियों की धरपकड़ इत्यादि विषयों पर गहन विचार विमर्श किया गया। मीटिंग में आईजी श्री राकेश कुमार आर्य ने रेंज के अंतर्गत विभिन्न थानों में दर्ज आपराधिक मामलों, नशीले व मादक पदार्थों, साइबर क्राइम सहित कानून व्यवस्था बनाए रखने को लेकर गहन विचार विमर्श करते हुए उचित दिशा-निर्देश दिए। मीटिंग में पुलिस अधीक्षक चरखी दादरी श्री दीपक गहलावत, पुलिस अधीक्षक झज्जर श्री वसीम अकरम, पुलिस अधीक्षक रोहतक श्री उदय सिंह मीणा तथा पुलिस अधीक्षक भिवानी श्री अजीत सिंह मौजूद रहे।

उन्होंने बैठक में मौजूद पुलिस अधिकारियो को कहा कि जघन्य किस्म के अपराधों से जुड़ी शिकायतों की गहनता से जांच करके त्वरित कार्रवाई की जाए। इसके अलावा नशा तस्करी के अवैध धंधे पर अंकुश लगाने व नशाखोरी का अवैध कार्य करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने सभी जिलों के मोस्टवांटेड, उद्घोषित अपराधियों, बेल जम्परों व पैरोल जम्पर अपराधियों को पकड़ने के लिए गम्भीरता से कार्यवाही करने के निर्देश दिए। अपराधों की रोकथाम, शांति एवं कानून व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के लिए किए गए प्रबंधों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि सभी पुलिस अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध सुनिश्चित करें, ताकि कानून व्यवस्था एवं शांति बनी रहे। पुलिस विभाग के खुफियां तन्त्र को मजबुत करने पर बल दिया। उन्होंने जघन्य किस्म के आपराधिक मामलों की गहनता से जांच करने व केस की तह तक जाने के निर्देश दिए। ताकि अपराधियों के नेटवर्क का पता चल सके व प्रभावी कार्रवाई कर अपराध की पुनरावृति को रोका जा सके।

मीटिंग में अपराधिक मामलों की समीक्षा करते हुए उन्होंने साइबर अपराध व जघन्य किस्म के अपराधों तथा महिला विरुद्ध अपराधों पर तत्परता व गंभीरता से कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महिला व बच्चों के विरूद्ध होने वाले अपराधों की सूचना मिलते ही तुरंत सज्ञान लेकर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कोई किसी किस्म का झूठा केस दर्ज करवाता है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। ताकि झूठे दर्ज होने वाले मामलो पर अंकुश लगाया जा सके। जब भी किसी थाने या चौकी में किसी संज्ञय अपराध की सूचना प्राप्त होती है, तो उस पर तुरंत संज्ञान लेते हुए अविलंब मुकदमा दर्ज किया जाए। उन्होंने बताया कि अपराधिक मामलों की तुलनात्मक समीक्षा करने पर पाया गया है कि मानव विरुद्ध अपराधों में 12 केस (1.5%) की कमी दर्ज की गई है। हत्या के मामलों में रोहतक में एक तथा भिवानी में 3, हत्या के प्रयास के मामलों में रोहतक में 02, झज्जर में 02 तथा चरखी दादरी में एक की कमी दर्ज की गई है। संपत्ति विरुद्ध अपराधों में 22 केस (2%) की कमी दर्ज की गई है। झज्जर में डकैती के 02, गृह भेदन के रोहतक में 34, झज्जर में 11 तथा चरखी दादरी में 12 मामलों की कमी आई है। चोरी के मामलों में रोहतक में 18 तथा झज्जर में 12 मामलों की कमी आई है। वहीं महिला विरुद्ध अपराध के मामलों में 32 केस (11%) की कमी दर्ज की गई है। जिनमें दुष्कर्म के मामलों में रोहतक में 02, झज्जर में 05 तथा चरखी दादरी में 02, छेड़छाड़ के रोहतक में 10, झज्जर में 04, भिवानी में 03, दहेज हत्या के मामले में झज्जर में 02, भिवानी में एक तथा चरखी दादरी में 02, घरेलू हिंसा के झज्जर में 20, भिवानी में 11 तथा चरखी दादरी में एक की कमी दर्ज की गई है। पुलिस के लिए गत अवधि से संबंधित हत्या, हत्या का प्रयास, लूटपाट, चोरी, डकैती तथा महिला विरुद्ध अपराधों के अनसुलझे मामलों को सुलझा कर उनके वांछित आरोपियों को गिरफ्तार करने की चुनौती रहेगी।

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