-मंदिरों में हनुमान चालीसा के पाठ से अधिकाधिक युवा जुड़ रहे -वर्तमान समय में युवाओं का चरित्र निर्माण बहुत जरूरी गुरुग्राम। मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ सिर्फ एक धार्मिक कार्य नहीं है, बल्कि इसके समाज पर गहरा प्रभाव भी पड़ रहा है। इस अभियान की विशेषता यह है कि इससे युवा अधिक जुड़ रहे हैं। हमारा ध्येय भी युवाओं को संस्कारवान बनाकर उनका चरित्र निर्माण करना है। यह बात इस अभियान के प्रमुख बोधराज सीकरी ने मंदिरों में अपने संबोधन में कही। उन्होंने कहा कि पिछले तीन सप्ताह से हनुमान चालीसा पाठ का अभियान जारी है। गंगा गिरी कुटिया, बसई रोड, हनुमान मंदिर, मदनपुरी और श्री कृष्णा मंदिर चार आठ मरला गुरुग्राम में हनुमान चालीसा का पाठ कराया गया। 21-21 बार पाठ जब मंदिरों में हुआ तो माहौल और अधिक धर्ममय, भक्तिमय हो गया। इन तीन मंदिर में हनुमान चालीसा पाठ 8100 बार किया गया। इन स्थानों पर करीब 400 लोगों ने शिरकत की। बोधराज सीकरी ने कहा कि समाजसेवी संस्थाओं में प्रतिनिधि होने के नाते उनका यह कर्तव्य बनता है कि वे समाज में चरित्र निर्माण पर, संस्कारों के समावेश के लिए काम करें। उन्होंने कहा कि युवाओं को पाश्चात्य संस्कृति से निकालकर अपनी पौराणिक भारतीय संस्कृति में लाना ही उनका उद्देश्य है। इसमें उनके साथ काफी संस्थाएं काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इस मिशन में सफलता जरूर मिलेगी। बोधराज सीकरी ने बताया कि गंगा गिरी कुटिया में हनुमान चालीास पाठ का आयोजन प्रधान ब्रह्म देव कथूरिया प्रधान, श्यामकल अदलखा, रमेश कुमार, अनिल कुमार, हरीश वर्मा और पुजारी प्रमोद कुमार की देखरेख में हुआ। हनुमान मंदिर मदनपुरी का समन्वयक राम लाल ग्रोवर प्रधान, उमेश ग्रोवर, चार आठ मरला श्री कृष्ण मंदिर का समन्वय प्रधान वासदेव ग्रोवर, सचिव जयदयाल कुमार, सुभाष गाबा ने बखूबी किया। ढोलक, मंजीरे द्वारा गायकी रूप और संगीतमय तरीके से हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। संयोजक के नाते धर्मिंदर बजाज, रमेश कामरा, ओपी कालरा, किशोरी डुडेजा, गजेंद्र गोसाई, ज्योत्सना बजाज, ज्योति वर्मा और रचना बजाज का सराहनीय योगदान रहा। बोधराज सीकरी ने बताया कि अगले मंगलवार 21 फरवरी के लिए मंदिरों की प्रार्थना आनी शुरू हो गई है। उस दिन उदयभान मंदिर भीम नगर, गोपीनाथ मंदिर अर्जुन नगर, श्री राम मंदिर प्रताप नगर में आयोजन किया जाएगा। लोगों के जोश को देखते हुए यह सिलसिला चलता रहेगा। Post navigation हिन्दी महारानी, अंग्रेजी नौकरानी : डॉ वेद प्रताप वैदिक ठोस कचरा प्रबंधन नियम की पालना की जाए सुनिश्चित-पीसी मीणा