प्रदेश सरकार बताए कि ‘रोजगार कौशल विभाग’ में दलित व पिछड़े वर्ग को प्रतिनिधित्व देने के लिए आरक्षण की क्या स्थिति तय की है : सुनीता वर्मा पटौदी 14/3/2023 :- ‘मैं आदरणीय सीएम साहब का ध्यान उनके ही एक ऐसे झूठे वादे की तरफ दिलाना चाहूंगी जिसके द्वारा उन्होंने अपनी तुच्छ वोट की राजनीति की खातिर प्रदेश के भोले भाले गरीब, दलित, पिछड़े और वंचित वर्गों से अपनी झूठी जुमलेबाजी के साथ उनसे छल किया है, माननीय सीएम साहब आपने 12 जून 2022 को रोहतक में संत कबीर जयंती के आयोजन में घोषणा की थी की हरियाणा सरकार के एससी/बीसी वर्गों के चतुर्थ श्रेणी से लेकर प्रथम श्रेणी के पदों तक में पदोन्नति में आरक्षण लागू करने और इनका नौकरियों में बैकलॉग पूरा किया जाएगा, किंतु आपने अपना ये वादा आज तक पूरा नहीं किया, आखिर ऐसा क्यों?’ उक्त सवाल महिला कांग्रेस नेत्री सुनीता वर्मा ने हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर को लिखे पत्र में उनसे पूछा है। उन्होंने इस पत्र में कहा है की आपने अपने इस वादे को पूरा करने के लिए अभी तक कोई गजट नोटिफिकेशन भी जारी नही किया, जो की इन वर्गों के साथ सरासर धोखाधड़ी है। हरियाणा कांग्रेस सोशल मीडिया विभाग की स्टेट कॉर्डिनेट वर्मा ने कहा कि ये बड़े शर्म की बात है की एक तरफ तो सीएम साहब खुद अपने चंडीगढ़ स्थित सरकारी आवास का नाम संत शिरोमणि के नाम पर ‘कबीर कुटीर’ रखते हैं और फिर उन्हीं संत की जयंती पर जनता से वोट की खातिर उन्हें बरगलाने के लिए झूठा वादा करते हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी का ये ‘सबका साथ सबका विकास’ वाला नारा यहां सटीक नहीं बैठता, क्योंकि प्रदेश का एक ये अधिकारों से वंचित बड़ा तबका सामाजिक एवं शैक्षणिक रूप से पिछड़ा होने के कारण शिक्षा व रोजगार के अवसरों की प्राप्ति के लिए निरंतर संघर्षरत है। लेकिन आपकी नई शिक्षा नीति ने भी इन वर्गों के अधिकारों को छीनने का काम किया है। महिला कांग्रेस नेत्री ने कहा कि आपकी चिराग योजना ने ना सिर्फ शिक्षा का बेड़ा गर्क कर दिया बल्कि इस विभाग में पदों को भी समाप्त करने का काम किया है। इन वर्गों के बैकलॉग को पूरा भरने और इन्हें पदोन्नति में आरक्षण देने के आपके वादे के बावजूद इस पर आपके द्वारा अथवा आपकी सरकार द्वारा कोई नोटिफिकेशन जारी न करने से इस वर्ग के लोगों में सरकार के प्रति भारी रोष है। उन्होंने अपने पत्र में ये भी लिखा कि यदि आप कबीर जी के सच्चे अनुयायी हैं तो उनकी जयंती पर किया अपना ये वादा जल्द पूरा करें। इसमें शिक्षा विभाग के सभी पदों को शामिल किया जाए। सुनीता वर्मा ने कहा कि इसके साथ ही ये सब नियम प्रथम व द्वितीय श्रेणी के पदों पर भी रोस्टर के साथ लागू किया जाए। उन्होंने सीएम को संबोधित करके लिखे पत्र में कहा कि अनुसूचित जाति तथा पिछड़े वर्ग को पदोन्नति व सीधी भर्ती में कांग्रेस के हुड्डा शासन में जो 5% (पांच फीसदी) अंकों की छूट मिल रही थी, जिसे आपकी सरकार ने वापिस ले लिया उस छूट को भी बहाल करके इन्हें राहत प्रदान की जाए। महिला कांग्रेस नेत्री ने प्रदेश के सीएम से पूछा कि आपने जो ‘रोजगार कौशल विभाग’ बनाया है उसमें इन वर्गों का प्रतिनिधित्व देने के लिए आपने आरक्षण की क्या स्थिति तय की है, अर्थात आपने इन वर्गों के रोजगार से संबंधित अधिकारों को कैसे सुरक्षित किया है, प्लीज इस बारे प्रदेश की जनता को जरूर बताएं। उन्होंने कहा कि आपकी सरकार कहती है की हमने आरक्षण के निश्चित अनुपात से ज्यादा इन वर्गों के लोगों को इसमें ज्वाइनिंग दी है, जबकि जमीनी धरातल पर वास्तविकता इसके एकदम उल्ट है। मेरा निवेदन है की इस बारे आप संभावनाओं और आकलन की बात न करके ठोस तथ्यपूर्ण बात करें, इस रोजगार कौशल विभाग से भर्ती होने वाले कर्मियों में भी इन वर्गों को संवैधानिक व्यवस्था के अनुसार समता और समानता का अधिकार देते हुए उचित प्रतिनिधित्व दें। वर्मा ने प्रदेश की बीजेपी सरकार से मांग कि, की इन वर्गों का ज्वाइनिंग में जो वाजिब हक बनता है उसे पूर्ण नियम व पारदर्शिता से इन्हें दिया जाए। Post navigation पंचायती राज प्रतिनिधियों पर पड़ी लाठियां सरकार के कफन में कील साबित होंगी : सुखबीर तंवर विशेष गिरदावरी की मांग जल्द मिले मुआवजा