एक जेई को रिश्वत लेते रंगे हाथों एसीबी से पकड़ पाया था गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज: नगर निगम गुरुग्राम में भ्रष्टाचार और घोटालों के मामले दिन प्रतिदिन उजागर होते जा रहे है। जिसका जीता जागता नजारा गत दिनों अवैध विज्ञापन के यूनीपोल मामले में देखने में सामने आया है। वही अब निगम की बागवानी विभाग का एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें एक एक्शन ने अपने चहेते को नियम और कानून को ताक पर रखकर ऐसे असवैधानिक तरीके से 20 करोड के ठेके अपने चहेतों को अलाट कर दिए हैं। जिसकी लिखित शिकायत कमिश्नर को दी गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अनंतराम फौजी ने एक लिखित शिकायत निगम कमिश्नर पीसी मीणा को दी है। जिसमें उन्होंने बागवानी विभाग के एक्शन पर आरोप लगाते हुए बताया कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए मनमर्जी से अपने चाहते ठेकेदारों को करीब 20 करोड़ के पेड़ पौधे के टेंडर अलाट कर दिए हैं। जोकि सरासर गलत है। पत्र के अनुसार एक्स एंड कंपनी,रिद्धि सिद्धि कोऑपरेटिव, एलसी सोसायटी यूनिवर्सल सर्विस, अमित बिल्डर, बिग ब्रदर ट्रेडर्स छतरपुर, मनदीप यादव, लक्ष्य एंड कंपनी, एमके कंट्रक्शन, सेमी ग्रीनमैक्स, सुल्तान सिंह नर्सरी ऐसे ठेकेदार है जिनकी निगम के एक्शन से काफी सांठगांठ है। इस बारे में शिकायतकर्ता अनंतराम फौजी ने बताया कि एक तरफ तो प्रदेश के मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार रोकने के लिए दावे करते रहते हैं वहीं दूसरी तरफ गुरुग्राम के नगर निगम में बागवानी विभाग में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। जिस पर कोई भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि भ्रष्टाचार रोकने के लिए उन्होंने अभी हाल ही में निगम के बागवानी विभाग के एक जेई को भी विजिलेंस ब्यूरो से रिश्वत मांगने के आरोप में रुपए लेते रंगे हाथ पकड़वाया था। Post navigation मनोचिकित्सक और मनोवैज्ञानिक तैयार करेगा श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय गुरुग्राम के शशांक सिंह कटारिया ने लगातार तीनों दिन गोल्ड मेडल जीतकर रचा इतिहास