हाईटेंशन लाइन गिरने से मची चीख-पुकार, एक की मौत, 12 घायल

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल । निकटवर्ती नगर परिषद के गांव मांदी में मंगलवार को होलिका दहन के समय बड़ा हादसा हो गया। जब होलिका दहन हो रहा था उसी दौरान हाईटेंशन लाइन टूटकर गिर पड़ी, जिसकी चपेट में आकर एक बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। घायलों में से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है, उन्हें रोहतक पीजीआई रेफर किया गया है. इस हादसे के बाद गांव में मातम पसर गया है।

7 वर्षीय महक की मौके पर मौत,एक लड़की और महिला की हालत गंभीर रोहतक पीजीआई रेफर

जानकारी के अनुसार, नारनौल के मांदी गांव में ग्रामीण रंगों के त्योहार से पूर्व महिला व पुरुष जश्न मनाते हुए होलिका दहन करने पहुंचे थे। यहां जैसे ही होलिका दहन शुरू हुआ, तेज सीधी ऊपरी लपटों के कारण ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन गर्म होकर टूटकर ग्रामीणों के ऊपर गिर पड़ी तार गिरते ही करंट फैल गया। ग्रामीणों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया । चारों ओर चीख-पुकार मच गई । इस दौरान सात साल की बच्ची महक की मौके पर ही मौत हो गई। डॉ. निशांत श्रीवास्तव एक लड़की और अन्य महिला की हालत गंभीर होने के चलते रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया है। इनमें 65 वर्षीय कलावती 70 प्रतिशत व 19 वर्षीय सरोज करीब 50 प्रतिशत और 30 वर्षीय विकास गंभीर रूप से झुलस गए। दोनों महिलाओं की गंभीर हालत को देखते हुए पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया और विकास का नारनौल के निजी अस्पताल में उपचार चल रहा हैं।

बताया जा रहा है कि घटना के दौरान ग्रामीणों ने ढाणी बठोठा स्थित पावर सब स्टेशन पर बार-बार गुहार लगाई कि बिजली सप्लाई बंद कर दी जाए, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। करंट की चपेट में आए लोगों की मदद के लिए ग्रामीण जैसे ही आगे बढ़ रहे थे, वैसे ही एक के बाद एक चार लोग करंट की चपेट में आ गए।

लकड़ी-डंडों के सहारे अलग किया तार, इसमें लग गई काफी देर

इसके बाद अन्य लोगों ने उन्हें जैसे-तैसे डंडों व लकड़ियों के सहारे तार से अलग किया, लेकिन इसमें काफी समय लग गया था। ग्रामीण राजेश यादव व रवि यादव ने कहा कि बिजली सप्लाई बंद करवाने के लिए पावर सब स्टेशन में बार-बार कॉल किया, लेकिन सब स्टेशन के कर्मचारियों ने फोन रिसीव नहीं किया। देखते ही देखते चारों तरफ करंट फैल गया, जिससे अफरा-तफरी मच गई।

हादसे के शिकार हुए लोगों को ग्रामीण ले गए अस्पताल

लोगों का कहना है कि हादसे का शिकार हुए लोगों को ग्रामीण अपने स्तर पर अस्पताल ले गए, जिसमें तीन लोगों को नारनौल के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया। वहीं एक युवक को शहर के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया ।‌ डॉक्टरों ने एक 7 साल की बच्ची को मृत घोषित कर दिया।

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