धर्मपाल वर्मा

पिंजौर, 3 मार्च। पिंजौर-नालागढ़ हाइवे पर गांव कोना सड़क के दोनों ओर आबादी बसी हुई है, एक तरफ सड़क के किनारे पर ही सरकारी स्कूल भी है जहां पर आसपास के गांवो से सैंकड़ो बच्चे स्कूल में पढ़ने आते हैं, पिछले कुछ माह से इसी हाइवे पर फोरलेन का निर्माण युद्ध स्तर पर चल रहा है। फोरलेन बनने पर स्कूल सड़क के लेवल से काफी नीचे हो जाएगा और फोरलेन पर वाहनों की पहले से ही आवाजाई काफी ज्यादा है स्कूल में आने जाने के लिए बच्चों को हाइवे से ही निकलकर जाना पड़ता है फोरलेन के बाद उन्हें निकलने में काफी दिक्कत होगी, इसकी चिंता को देखते हुए शुक्रवार को राजेश कोना पूर्व चेयरमैन जिला परिषद पंचकूला के नेतृत्व में गांव के पूर्व सरपंच मोहनलाल, पंच गुरदयाल, पंच करमचंद, पूर्व पंच भागा समेत ग्रामीण जिला उपायुक्त महावीर कौशिक से मिले और मांग पत्र सौंपा, पूर्व चेयरमैन राजेश कोना ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के बद्दी, बरोटीवाला, नालागढ़ में सैंकड़ो की संख्या में कारखाने होने के कारण पिंजौर-नालागढ़ हाइवे पर वाहनों की आवाजाई बहुत ज्यादा होती है जिसमें प्रतिदिन करीब 40 हजार वाहन निकलते हैं जिसमें बड़े वाहन ज्यादा होते हैं अभी टूलेन रोड़ होने पर ही उनकी रफतार नार्मल नही होती है फोरलेन के बाद तो वाहनों की तेज रफ्तार होगी, स्कूल के छोटे छोटे बच्चों को सड़क पार करने में काफी दिक्कत होगी और सड़क हादसे का खतरा बना रहेगा इसलिए स्कूल के पास ही हाइवे की फोरलेन के नीचे से करीब 10 फीट का अंडरपास दिया जाए ताकि स्कूल के बच्चे सुरक्षित होकर सड़क पार कर सके।

अंडरपास का फायदा सड़क के दोनों ओर ग्रामीणों को भी सड़क पार करने के लिए होगा, किसानों को सड़क के दूसरी ओर अपनी खेती बाड़ी के लिए ट्रैक्टर आदि ले जाने में सुविधा होगी।

उन्होंने उपायुक्त से मांग करते हुए कहा कि इसके अलावा फोरलेन निर्माण के दौरान गांव के आगे बरसाती पानी के लिए सड़क किनारे ड्रेनेज नाले भी बनवाए जाए ताकि गांव का बरसाती पानी इन नालों के रास्ते पास ही नदी में जा सके अभी बरसाती पानी लोगों के खेतों में जाकर फसल खराब कर रहा है। राजेश कोना ने बताया कि उनकी मांग पर जिला उपायुक्त ने जल्द ही कार्यवाई करवाने का आशवासन दिया।

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