कल तलवंडी राणा धरने को समर्थन देने पहुंचेंगे वरिष्ठ नेता अवतार सिंह भडाणा, धरने को करेंगे संबोधित
– प्रदेश भर की विभिन्न किसान यूनियनों के पदाधिकारी भी होंगे साथ –
– तलवंडी राणा के किसानों ने पंचायत कर बनाई रणनीति –

हिसार 1 मार्च : रोड बचाओ संघर्ष समिति के तत्वावधान में तलवंडी राणा बाईपास पर दिए जा रहे धरने पर 2 मार्च वीरवार को वरिष्ठ एवं कद्दावर नेता अवतार सिंह भडाणा अनेक किसान यूनियनों व संगठनों के साथ अपना समर्थन देने पहुंचेंगे। रोड बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट ओमप्रकाश कोहली ने बताया कि अवतार सिंह भडाना सीनियर लीडर हैं जो उत्तर-प्रदेश 17वीं विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं। 1988 में देवीलाल सरकार में 6 माह के लिए शहरी स्थानीय निकाय राज्य मंत्री रहे। 1991 में फरीदाबाद से कांग्रेस पार्टी से सांसद बने। 1999 में मेरठ लोकसभा से सांसद बने। 2004 में कांग्रेस की टिकट पर सांसद बने और 2017 में उ.प्र. मीरपुर विधानसभा से भाजपा विधायक बने। वे किसान नेता एवं गरीब, मजदूर के साथी हैं। उनके साथ अंबावता किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष ऋषिराम अंबावता के अलावा विभिन्न किसान यूनियनों व संगठनों के पदाधिकारी भी धरने पर पहुंचेंगे।

कोहली ने बताया कि उनके पास अवतार सिंह भडाणा का फोन आया और उन्होंने बताया कि वे सोशल मीडिया के माध्यम से आप लोगों के संघर्ष व धरने की कार्यवाही को देखते रहते हैं। आपकी मांग जायज है और सरकार ग्रामीणों के साथ अन्याय कर रही है। आपका धरना अब आंदोलन का रूप ले चुका है। उन्होंने कहा कि वे 2 मार्च को अपने साथियों के साथ धरने को समर्थन देने पहुंचेंगे। धरने पर बुजुर्ग व युवाओं के अलावा महिलाओं की संख्या भी निरंतर बढ़ती जा रही है। आज धरने पर भारी संख्या में महिलाएं पुहंची और खुद के गीत बनाकर व उन्हें गाकर सरकार के प्रति अपना रोष व्यक्त किया। महिलाओं ने आज जो गीत गाए उसमें प्रमुख ‘या गूंगी बहरी सरकार, कद सुणैगी म्हारी पुकार’ था।

इसके बाद ग्रामीणों ने धरना स्थल पर एक पंचायत की जिसमें अवतार सिंह भडाणा के आगमन को लेकर क्षेत्र की सभी खापों, पंचायतों व अन्य संगठनों व ग्रामीणों को कल धरना स्थल पर भारी संख्या में पहुंचने हेतु सूचित करने का निर्णय लिया गया। कोहली ने कहा कि ग्रामीणों के धरने को आज 23 दिन हो चुके हैं और धरने को सरकार के पक्ष के लोगों सहित अन्य बड़े-बड़े लोग अपना समर्थन दे चुके हैं लेकिन सरकार फिर भी हमें स्थायी रोड देने में कोई तत्परता नहीं दिखा रही। उन्होंने कहा कि स्थायी सडक़ मार्ग ग्रामीणों का हक है और हम उसके लिए हर संघर्ष करने को तैयार हैं।

धरने पर मुख्य रूप से डॉ. राजेंद्र सूरा पूर्व चेयरमैन, भूपेंद्र गंगवा पूर्व चेयरमैन, पूर्व जिला पार्षद बीरमती, राजू वर्मा, देवेन्द्र, देवा नैन सरपंच, ईश्वर सातरोड़, दलबीर सरपंच जुगलान, नरेश शर्मा, राजबाला गायकार, अंजु अनेजा, मिश्री नंबरदार, मंजू बाला, डिंपल भाटिया, अनीता, अंजीत, कोमल, दादी भाटण, बिमला, आरमी, फूलपति, केला देवी, संतोष कृष्णा देवी सहित आसपास के गणमान्य व्यक्ति व भारी संख्या में महिलाएं, पुरुष, युवा, बच्चे व बुजुर्ग मौजूद रहे।

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