सोमवार को विजिलेंस ने रिश्वत लेते एक कर्मचारी को रंगे हाथों दबोचा था पीएम आवास योजना के तहत काम करवाने के नाम पर मांगे भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत रिश्वत मामले में मंगलवार को एक और कड़ी जुड़ गई। सर्वेयर के बाद इस योजना की एमआईएस पोर्टल इंचार्ज दीपिका को भी विजिलेंस ने गिरफ्तार कर लिया है। दीपिका की गिरफ्तारी सर्वेयर अर्जुन से पूछताछ के बाद की गई है। सोमवार देर शाम नगर परिषद कर्मचारी अर्जुन को रिश्वत लेते रंगे हाथों विजिलेंस ने दबोचा था। महिला कर्मचारी शहर के एक भाजपा नेता की पुत्री है नगर परिषद में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कार्य देख रहे एक सर्वेयर को विजिलेंस टीम ने बीते सोमवार देर शाम 15 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों काबू किया था। आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद विजिलेंस टीम उसे शिवाजी नगर स्थित विजिलेंस कार्यालय ले आई जहां पर टीम आगामी कार्रवाई में लगी हुई है। बता दें कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहरी क्षेत्र में बनने वाले घरों के लिए नारनौल शहर के पंकज कुमार ने नगर परिषद में अप्लाई किया हुआ था। इसके लिए नगर परिषद स्थित प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्यालय में कार्यरत सर्वेयर अर्जुन कुमार से वह कई बार मिला लेकिन अर्जुन उसे बार बार चक्कर कटवाता रहा। अर्जुन ने पंकज से काम करने की एवज में 20 हजार की डिमांड की। पंकज ने रिश्वत मांगने की शिकायत विजिलेंस को की। ब्यूरो में दी शिकायत में पंकज ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अनुदान का लाभ लेने के लिए उसने आवेदन किया हुआ था। लेकिन सर्वेयर अर्जुन दूसरी और तीसरी किस्त की क्रमशः 60000 और 30000 रुपये की स्वीकृत की गई राशि जारी करने के एवज में रिश्वत की मांग कर रहा था। विजिलेंस ने शिकायत मिलने पर आईटीआई के प्रिंसिपल विनोद कुमार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट बनाकर विजिलेंस टीम के साथ भेजा गया। सोमवार शाम को विजिलेंस के अधिकारियों ने पंकज को 15 हजार अर्जुन को देने की बात कही। नोटों पर हस्ताक्षर किए गए । पंकज ने नगर परिषद पहुंचकर अर्जुन को पैसे पकड़ा दिए तथा टीम को इशारा कर दिया। इशारा पाते ही टीम ने अर्जुन को रंगे हाथों दबोच लिया। यहां यह याद रहे कि पंकज नगर परिषद कार्यालय में डीसी रेट पर कांटेक्ट आधार पर लगा हुआ था। विजिलेंस ने अपने कार्यालय ले जाकर जब सर्वेयर अर्जुन से पूछताछ की तो इस रुपयों में उसने एमआईएस पोर्टल की इंचार्ज दीपिका की भी हिस्सेदारी बताई। इसी पुछताछ के आधार पर विजिलेंस ने दीपिका को भी गिरफ्तार कर लिया। अब दोनों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा चलेगा। विजिलेंस इंस्पेक्टर नवल किशोर शर्मा ने बताया कि सर्वेयर से पूछताछ की गई थी जिसमें उसमें महिला कर्मचारी की संलिप्ता पाए जाने पर उसे भी गिरफ्तार किया गया है। यहां यह याद रहे उक्त महिला कर्मचारी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व भाजपा से जुड़े एक नेता की पुत्री है। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने दोनों आरोपियों के खिलाफ गुरुग्राम में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। Post navigation नप के बीआई निलंबित, भ्रष्टाचार की शिकायत पर मंत्री रणजीत चौटाला की कार्रवाई मंडी अटेली में अंडरपास को लेकर महापंचायत, क्रमिक अनशन शुरू