एक्सईएन को लेकर जांच के लिए आदेश भ्रष्टाचारी कर्मचारियों के भाजपा नेताओं से संबंध भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। जन परिवेदना एवं कष्ट निवारण समिति की मासिक बैठक में प्रभारी मंत्री बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने एक शिकायत पर सुनवाई करते हुए नगर परिषद के बिल्डिंग इंस्पेक्टर विकास शर्मा को निलंबित कर दिया है। साथ ही उन्होंने इस मामले में एडीसी की अध्यक्षता में एक कमेटी कर जांच के आदेश दिए हैं। जांच में अगर नगर परिषद के एक्शन भी अगर दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें भी निलंबित किया जाएगा। पंचायत भवन में जन परिवेदना समिति की मासिक बैठक का मंगलवार को आयोजन किया गया था। इस बैठक में निर्धारित 11 परिवादों को सुनने के बाद आम लोगों की समस्याएं भी सुनी गई। इसी दौरान समाजसेवी क्रांतिकारी उमाकांत छक्कड़ में एक मामला मंत्री के समक्ष रखते हुए कहा कि नगर परिषद में व्यापक भ्रष्टाचार फैला हुआ है । इसकी वे सभी अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं, इसके बावजूद भी ऐसे अधिकारियों पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही। उन्होंने बताया कि नगर परिषद में प्रॉपर्टी आईडी के नाम पर बहुत बड़ा घोटाला हो रहा है। उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए बताया कि उनका भी एक कार्य कई महीनों से अटका हुआ है तथा बिना रिश्वत के वह काम नहीं हो रहा। इसी बीच कष्ट निवारण समिति के सदस्य छोटू पहलवान ने भी कहा कि नगर परिषद में व्यापक भ्रष्टाचार है तथा नगर परिषद के एक्शन और बिल्डिंग इंस्पेक्टर भ्रष्टाचार कर रहे हैं, जिसके कारण आम जनता परेशान है। इस पर प्रभारी मंत्री ने पूरे मामले को लेकर जन परिवेदना समिति के अन्य सदस्यों से पूछा। इस पर लगभग सभी सदस्यों ने मोहर लगा दी कि भ्रष्टाचार को लेकर उन्होंने भी किस्सें सुने हैं । इसके बाद प्रभारी मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने नगर परिषद के बिल्डिंग इंस्पेक्टर विकास शर्मा को तुरंत सस्पेंड करने के आदेश दिए। मंत्री ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच एडीसी की अध्यक्षता में आयोजित एक कमेटी करेगी। अगर इस कमेटी की रिपोर्ट में नगर परिषद के एक्शन भी दोषी पाए गए तो उन्हें भी निलंबित किया जाएगा। भाजपा के पूर्व जिला प्रधान शिवकुमार मेहता ने कष्ट निवारण कमेटी में मुद्दा उठाया कि नगर परिषद के एक्शन व अन्य अधिकारी उनके द्वारा कई बार फोन करने के बावजूद भी फोन नहीं उठाते हैं । इस पर मंत्री ने कहा कि अगर कोई अधिकारी जन परिवेदना समिति के सदस्य का फोन 5 बार करने के बाद भी नहीं उठाता है तो उस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिस समय यह चर्चा चल रही थी तभी परिवेदना समिति के सदस्यों में खुसर पुसर हो रही थी की उक्त कर्मचारियों तथा आज विजिलेंस द्वारा गिरफ्तार महिला कर्मचारी के संबंध भाजपा नेताओं से हैं। भाजपा के राज में ही नगर परिषद में भ्रष्टाचार व्यापक पैमाने पर है। यहां उल्लेखनीय है कि नगर परिषद में फैले व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर कल ही एक डीसी रेट पर लगे कर्मचारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों विजिलेंस ने पकड़ा था। जांच के बाद आज दूसरी महिला प्रभारी कर्मचारी को भी गिरफ्तार किया गया है। यहां यह उल्लेखनीय है कि नगर परिषद नारनौल में भ्रष्टाचार के खिलाफ शहर के क्रांतिकारी समाजसेवी उमाकांत छक्कड़ ने विरोध प्रदर्शन का बीड़ा उठाया हुआ है। भ्रष्ट कर्मचारियों को लेकर उन्होंने एक बड़ा आंदोलन छेड़कर चार बार मुंडन संस्कार करवा कर विरोध प्रदर्शन किया है। Post navigation वे विपक्षी नेता जिन पर कसा सीबीआई और ईडी का शिकंजा नगर परिषद रिश्वत मामले में पूछताछ के बाद महिला कर्मचारी गिरफ्तार