भाजपा का कोई नेता सम्मेलन में नहीं दिखाई दिया भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। अहीरवाल का रामपुर हाउस आरती राव के तेवरों को लेकर चर्चा में है। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव ने रविवार को अटेली के रामबास गांव में कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा कि जब-जब सरकारों ने राव परिवार को राजनीतिक रूप से कमजोर करने का प्रयास किया तब-तब वो और मजबूत होकर उभरे हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से विधानसभा चुनाव लड़ने का संकेत दिया चाहे पार्टी की टिकट मिले या ना मिले। गांव रामबास में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी व भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्या आरती सिंह राव ने रविवार को कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कुछ ताकतें हमारा बंटवारा करके हमें कमजोर करना चाहती है, इन ताकतों से हम सबको सावधान रहना पड़ेगा तभी हम अपना हक पाने में सफल होंगे। कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आरती राव के मन में भी भाजपा द्वारा पिछले चुनाव में उनको टिकट नहीं दिए जाने की टीस स्पष्ट नजर आई। इसी से आहत आरती राव ने जनता का आह्वान किया कि वे पहले की तरह एक साथ होकर राव परिवार को और मजबूत करें ताकि वो सत्ता में अहीरवाल के हिस्से की लड़ाई को और मजबूती से लड़ सकें। उन्होंने कहा कि दशकों से राव परिवार को बिखेरने, तोड़ने और कमजोर किए जाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन फिर भी वे मजबूती से डटे हुए हैं और कमजोर होने की बजाय और मजबूत हुए हैं। आरती ने कहा कि यहां के चहेते नेता स्वर्गीय राव बीरेंद्र सिंह 1967 में हरियाणा के मुख्यमंत्री बने थे। कुछ राजनीतिक लोगों को यह बात हजम नहीं हो रही थी और उनकी सरकार को गिरा दिया था। 1968 में हरियाणा विशाल पार्टी के बैनर तले स्वर्गीय राव बीरेंद्र सिंह ने अलग पार्टी बनाकर चुनाव लड़ा था और 16 विधानसभा सीटों पर विजय हासिल की। तब स्वयं राव बीरेंद्र सिंह ने अटेली विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। अटेली विधानसभा क्षेत्र व रामबास गांव से उनका पुराना नाता है। 1987 में मेरे पिताजी राव इंद्रजीत सिंह ने जाटूसाना विधानसभा क्षेत्र जिसका रामबास गांव हिस्सा होता था, चुनाव लड़ा था। एक बड़े नेता के इशारे पर गांव रामबास में हमारे कार्यकर्ता व एजेंटों के साथ दुर्व्यवहार किया गया था। उन पर झूठे मुकदमे बना दिए थे। फिर भी रामबास गांव ने 900 में से 890 वोट देकर हमारा साथ दिया था। उन्होंने कहा कि वर्ष 1975 में प्रदेश में परिसीमन हुआ तब हरियाणा में 81 से 90 विधानसभा क्षेत्र बनाए गए। तब एक साजिश के तहत महेंद्रगढ़ जिले में कनीना विधानसभा क्षेत्र को तोड दिया गया। उसके बाद 2009 में परिसीमन हुआ गुड़गांव लोकसभा को महेंद्रगढ़ क्षेत्र से अलग कर दिया था। उन्होंने कहा कि अगर हम सब एकजुट रहेंगे तो ही हम अपना खोया हुआ सम्मान पा सकेंगे। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि उनके द्वारा मान व सम्मान पाने के लिए जो लड़ाई लड़ी जा रही है उसमें युवा अपना भरपूर सहयोग करें। सरकार यह चाहती थी की राव इंद्रजीत सिंह की राजनीतिक ताकत कम हो जाए, लेकिन हुआ इसका उल्टा हुआ, आज राव इंद्रजीत सिंह एक नहीं बल्कि तीन-तीन लोकसभा क्षेत्रों में अपना दबदबा रखते हैं। पार्टी टिकट के बिना भी विधानसभा चुनाव लड़ने का स्पष्ट संकेत देते हुए उन्होंने कहा कि हम अपनी किस्मत अपने हाथ से लिखेंगे और अपने हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे। आरती राव ने कहा कि 2014 और 2019 में भाजपा की सरकार राव इंद्रजीत सिंह के सहयोग से बनी थी। लेकिन सरकार बनने के बाद जब क्षेत्र के हक की बात आती है तो कोई नहीं सुनता। यह तय है कि आगे भी बिना राव परिवार के सहयोग के प्रदेश में भाजपा की सरकार नहीं बन पाएगी। आरती सिंह राव ने अपने संबोधन में उपस्थित लोगों से वायदा किया कि किसी भी कार्यकर्ता की अनदेखी नहीं की जाएगी। कार्यकर्ता उनका परिवार हैं। आज वह और उनका परिवार जो भी कुछ हैं वह सब कार्यकर्ताओं की बदौलत है। उन्होंने रामबास व अटेली के आसपास क्षेत्र से कार्यकर्ता सम्मेलन में आए लोगों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि आप सभी ने इस कार्यकर्ता सम्मेलन को रैली में बदल दिया है। इसके लिए सदा आपकी आभारी रहूंगी। आरती सिंह राव का स्टेज पर पहुंचने पर गांव रामबास व अटेली विधानसभा क्षेत्र की तरफ से फूलमाला व पगड़ी पहनाकर गर्मजोशी से स्वागत किया। सम्मेलन को कई लोगों ने संबोधित कर आरती राव को अटेली विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का निमंत्रण दिया। सरपंच सरोज यादव ने गांव की तरफ से शाल ओढ़ाकर आरती सिंह राव का सम्मान किया। कार्यकर्ता सम्मेलन में प्रोफेसर रोशन लाल यादव, पंचायत समिति कनीना के चेयरमैन जयप्रकाश यादव, सरपंच प्रतिनिधि अधिवक्ता कुलदीप रामबास, कुंदन चेयरमैन कोटिया, उमेश यादव कनीना, विक्रम सरपंच रामपुरा, विकास चेयरमैन अटेली, महावीर पहलवान बाघोत भी मौजूद रहे। Post navigation हकेवि में दो दिवसीय वार्षिकोत्सव का हुआ समापन नगर परिषद को नरक परिषद होने से बचाया जाए