— पीएम मोदी के लोकप्रिय कार्यक्रम मन की बात सुनने उपरांत राष्टï्रपति का अभिभाषण पढ़ा जाएगा
— रविवार को प्रदेशभर में चार हजार से अधिक शक्ति केंद्रों पर होगी व्यवस्था – बोले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष
— प्रगति के नये आयाम स्थापित करेगा केंद्र व प्रदेश सरकार का अमृत काल का प्रथम बजट
— जिले को आसौदा तक मेट्रो विस्तार , मुनीमपुर में फूल उत्कृष्टता केंद्र, झाड़ली में ईएसआई औषद्यालय सहित अन्य प्रोजेक्ट मिले
झज्जर :- सोनू धनखड़
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकप्रिय कार्यक्रम मन की बात का 98 वां संस्करण रविवार को प्रसारित होगा। हरियाणा भाजपा ने प्रदेश भर में चार हजार से अधिक शक्ति केंद्रों पर मन की बात कार्यक्रम सुना जाएगा। इस बार मन की बात के साथ नया इतिहास रचा जा रहा है। मन की बात कार्यक्रम उपरांत सभी शक्ति केंद्रों पर राष्ट्रपति का अभिभाषण पढ़ा जाएगा और उस पर चर्चा होगी। संसद से बाहर राष्ट्रपति के अभिभाषण को पहली बार गांव स्तर पर आमजन द्वारा पढ़ने व चर्चा करने का ऐतिहासिक अवसर होगा। राष्ट्रपति का भाषण देश की सोच और विकास की गति का परिचायक है। धनखड़ ने कहा कि छह अप्रैल को पार्टी के स्थापना दिवस पर सुबह नौ बजे एक साथ पांच लाख पार्टी के ध्वज फहराए जाएंगे। इतने बड़े स्तर पर ऐसा कार्य भाजपा जैसा राष्ट्र प्रेम से ओत-प्रोत और अनुशासित संगठन ही कर सकता है।
धनखड़ ने झज्जर में एक सामाजिक कार्यक्रम उपरांत पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि हरियाणा के बजट का 31 प्रतिशत से ज्यादा धन ढांचागत विकास पर खर्च होगा। यह बताता है हरियाणा अर्थिक रूप से समृद्धि की ओर तेजी से अग्रसर है। मेट्रो, रेलवे ट्रैक, सड़क के नये प्रोजेक्ट मंजूर हुए हैं। उन्होंने कहा कि बजट में सामाजिक सुरक्षा पर विशेष फोकस किया गया है। वृद्धावस्था सम्मान भत्ता 250 रूपये प्रतिमाह बढ़ाकर 2750 रूपये करना। एक लाख 80 हजार से बढ़ाकर तीन लाख रूपये तक वार्षिक आय वाले परिवारों को चिरायु कार्ड योजना में शामिल करना। इससे नौ लाख परिवारों को फायदा मिलेगा। अब 54 प्रतिशत आबादी चिरायु कार्ड योजना में शामिल हो गई है।बजट में गो सेवा का बजट 40 करोड़ से 400 करोड़ करना जैसे ऐतिहासिक कार्य हुए हैं। बजट में सामाजिक सुरक्षा, ग्रामीण विकास, कृषि, ढांचागत विकास सहित हर व्यक्ति व प्रदेश की आर्थिक सेहत का पूरा ध्यान रखा गया है।
धनखड़ ने कहा कि सरपंच मान-सम्मान के लिए बनते हैं। छोटी सरकार ग्राम पंचायत ग्रामीण विकास की धुरी हैं। सरपंचों के प्रति किसी को भी गैर-जिम्मेदाराना शब्दों का प्रयोग नहीं करने चाहिए। छोटी सरकार व बड़ी सरकार दोनों का लक्ष्य लोगों का भला करना है। ग्राम पंचायत की शक्ति कम नहीं हुई हैं। ई-टेंडरिंग तकनीक के साथ बदलती हुई नई विधि है। सरकार नई विधि के बारे मेंं सरपंचों को समझाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने हरियाणा के नये विधानसभा भवन के लिए बजट में प्रावधान की प्रशंसा की।