– समिति अध्यक्ष ओ.पी. कोहली से फोन पर जल्दी में होने की बात कह चंडीगढ़ रवान हुए, मुख्यमंत्री के सामने मुद्दा उठाने की बात कही – – दूसरे दिन भी धरने पर पहुंचे बरवाला विधायक जोगीराम सिहाग – – धरने पर दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है ग्रामीणों की भीड़ – हिसार 16 फरवरी : हिसार-बरवाला स्थायी मार्ग को लेकर बरवाला रोड़ बचाओ संघर्ष समिति का धरना आज 10वें दिन में प्रवेश कर गया। आज विधानसभा डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा सुबह-सुबह ही ग्रामीणों के धरना स्थल पर आने से पहले ही धरना स्थल पर पहुंच गए। वहां उन्होंने समिति अध्यक्ष ओ.पी. कोहली को फोन कर धरना स्थल पर होने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आपकी जो भी मांग पत्र है वह मुझे दें, मैं इस बारे में मुख्यमंत्री से बात करूंगा। जब थोड़ी ही देर में एडवोकेट ओ.पी. कोहली व ग्रामीण धरना स्थल पर पहुंचे तो रणबीर गंगवा धरना स्थल से जा चुके थे। उनसे फोन पर बात करने पर उन्होंने बताया कि वे जल्दी में थे और चंडीगढ़ जाकर मुख्यमंत्री से इस बारे में बात करेंगे। इसके बाद एडवोकेट ओ.पी. कोहली ने समिति का ज्ञापन पत्र व नक्शा इत्यादि डिप्टी स्पीकर के व्हाट्सएप पर भेज दिया और उनसे मुख्यमंत्री से इस बारे में बात करने की गुजारिश की। वहीं आज धरने पर आस-पास के दर्जनों गांव से महिलाएं, पुरुष, बच्चे, युवा व बुजुर्ग भारी संख्या में पहुंच रहे हैं। इसके अलावा विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी लगातार धरने को अपना समर्थन दे रहे हैं। समिति अध्यक्ष एडवोकेट ओ.पी. कोहली ने बताया कि आज दूसरे दिन भी बरवाला विधायक जोगीराम सुबह ही धरना स्थल पर पहुंच गए और उन्होंने ग्रामीणों का पूर्ण समर्थन करने की अपनी बात दोहराई। पिछले दिनों बाइपास पर तेज रफ्तार वाहनों के चलते 4 हादसे हुए थे जिसके बारे में विधायक को बताने पर उन्होंने आज टीम को बुलवाकर खुद खड़े रहकर हाईवे पर ब्रेकर बनवाए जिससे अब वहां हादसों में कमी आएगी। धरना स्थल पर वॉक्सवेगन के मालिक प्रदीप नेहरा भी पहुंचे और उन्होंने अपनी पुत्रवधु संजना सातरोड़ की ओर से धरने को पूर्ण समर्थन देने की बात कही। प्रदीप नेहरा ने कहा कि दिल्ली बाईपास पर उनकी एजेंसी हैं जिसमें बरवाला रोड क्षेत्र के काफी कर्मचारी काम करते हैं। बरवाला-हिसार मार्ग बंद हो जाने से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और वे समय पर एजेंसी नहीं पहुंच पाते और उनकी दूरी व किराया भी काफी बढ़ गया है उनकी परेशानी के चलते भी वे धरने को समर्थन देने पहुंचे हैं। प्रदीप नेहरा ने धरने की व्यवस्था व चाय, पानी व भोजन का जिम्मा लिया और कहा कि इसका खर्च वे उठाने के लिए तैयार हैं। कोहली ने बताया कि ग्रामीणों का क्रमिक अनशन भी लगातार धरने पर जारी है। सरकार ने जो ज्यादती ग्रामीणों के साथ की है उससे सभी में रोष है और जब तक उन्हें स्थायी मार्ग नहीं मिल जाता उनका संघर्ष जारी रहेगा दिन-प्रतिदिन उनके संघर्ष में और तेजी आती जा रही है और धरना स्थल पर ग्रामीणों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार-प्रशासन ग्रामीणों की सभी परेशानियां अच्छी तरह से पता है लेकिन वे इस ओर पीठ करके बैठे हैं और स्थायी मार्ग को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं जो कि आश्चर्य का विषय है। सरकार को राणा माइनर से एयरपोर्ट की दीवार के साथ-साथ सबसे छोटा स्थायी मार्ग ग्रामीणों को देना ही पड़ेगा नहीं तो ग्रामीण धरने से नहीं हिलेंगे। आज धरने पर मुख्य रूप से भूपेन्द्र गंगवा, कलिराम खेदड़, कुरड़ा राम नंबरदार बलसमंद, सरपंच दयाल सिंह, प्रदीप नहरा, दलबीर सरपंच जुगलान, अशोक गोयल मंगालीवाला, पूनम पातड़ सुरेवाला, करसिंधु घर बचाओ संघर्ष समिति, सतेन्द्र सहारन जिला अध्यक्ष कांग्रेस युवा, रमेश मिर्जापुर पूर्व जिला पार्षद, सत्यवीर लौरा भारतीय किसान यूनियन, सत्यवीर पुनिया लाडवा, मियां सिंह बिठमड़ा, शमशेर सिंह पानु, रामकेश नैन जिला प्रधान एसकेएम, हिसार, राजू तलवंडी राणा, सुशील गोदरा अग्रोहा, तेजबीर पुनिया व सतबीर सिसाय सहित हजारों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। Post navigation कैसे कैसे मंजर आने लगे हैं सामने ……… संदर्भ : बीबीसी : अभिव्यक्ति को स्वतंत्रता…….. सोशल मीडिया के लिए बनने चाहिए कायदे कानून