हरियाणा के दूसरे मुख्यमंत्री, पूर्व केन्द्रीय मंत्री राव बिरेन्द्र सिंह की स्मृति में उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ द्वारा डाक टिकट जारीे करने का स्वागत, देर से उठाया सही कदम : विद्रोही
हरियाणा को पंजाब का पानी दिलावने के लिऐ केन्द्रीय कृषि मंत्री के रूप में राव बिरेन्द्र सिंह ने 31 दिसम्बर 1981 को पंजाब, हरियाणा व राजस्थान के बीच जो त्रिपक्षीय समझौता करवाया, उसी के चलते एसवाईएल व पानी के मुद्दे पर हरियाणा के पक्ष को कानूनी मजबूती मिली : विद्रोही

14 फरवरी 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने 20 फरवरी को गुरूग्राम में हरियाणा के दूसरे मुख्यमंत्री पूर्व केन्द्रीय मंत्री राव बिरेन्द्र सिंह की स्मृति में उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ द्वारा डाक टिकट जारीे करने का स्वागत करते हुए इसे देर से उठाया सही कदम बताया।

विद्रोही ने कहा कि हरियाणा-पंजाब की राजनीति व विकास में राव बिरेन्द्र सिंह का अमूल्य योगदान रहा है जिसे भुलाया नही जा सकता है। कांग्रेस सरकार में केन्द्रीय कृषि मंत्री के रूप में राव बीरेन्द्र सिंह ने उस समय की प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के सहयोग से अनेक किसान हितैषी कदम उठाये जिसके कारण पूरे देश मेें किसान आज भी राव बिरेन्द्र सिंह के किये किसान हितैषी कार्य करने के लिए उनका सम्मान करते है। विद्रोही ने कहा कि हरियाणा में मुख्यमंत्री के रूप में राव बिरेन्द्र सिंह ने देश में पहली बार मोटे अनाज बाजरा व जौ की कीमत बढ़वाने का जो ऐतिहासिक काम किया, उसके कारण आज भी 65 वर्ष पुराना नारा हरियाणा में गूंजता है कि राव आया भाव आया, राव गया भाव गया।

हरियाणा को पंजाब का पानी दिलावने के लिऐ केन्द्रीय कृषि मंत्री के रूप में राव बिरेन्द्र सिंह ने 31 दिसम्बर 1981 को पंजाब, हरियाणा व राजस्थान के बीच जो त्रिपक्षीय समझौता करवाया, उसी के चलते एसवाईएल व पानी के मुद्दे पर हरियाणा के पक्ष को कानूनी मजबूती मिली। विद्रोही ने कहा कि अहीरवाल की राजनीति के राव बिरेन्द्र सिंह बेताज बादशाह माने जाते है। ऐसे किसान हितैषी व्यक्ति की याद में डाक टिकट जारी करना स्वागतयोग्य कदम है। 

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