24 फरवरी को संसद भवन के घेराव के विषय में विस्तार से मंथन हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ का अर्ध राज्य सम्मेलन नारनौल में कराने का फैसला भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ संबंधित सर्व कर्मचारी संघ की आज बैठक हुई। जिसमें राज्य प्रधान धर्मेंद्र ढांडा ने जिला में अब तक हुए आंदोलन ,कार्यक्रमों व जींद रैली का विश्लेषण किया । बैठक की अध्यक्षता आवाज सिंह जिला प्रधान व मंच संचालन जिला सचिव अमी लाल कसाना ने किया । 19 फरवरी 2023 को ओल्ड पेंशन के लिए पंचकूला में घेराव, व 24 फरवरी को संसद भवन के घेराव के विषय में विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि आने वाला समय कर्मचारियों के लिए संघर्षपूर्ण है। शिक्षा विभाग में चाहे चिराग योजना हो प्रथम कक्षा में प्रवेश की आयु को घटाना, स्कूल मर्जर व कन्या पाठशालाओं बंद करके दूसरे विद्यालयों में विलय करना आदि मसलों पर अध्यापकों को संघर्ष करना पड़ेगा। राज्य प्रधान अतिथि अध्यापक संघ दिनेश यादव व धर्मपाल शर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि अध्यापकों से सभी तरह के पीपीपी, बीएलओ सर्वे आदि के गैर शैक्षणिक कार्य लेने बंद किए जाएं । एलटीसी, बच्चों की सहायता राशि सहित हर तरह का बजट जारी किया जाए, सभी गेस्ट टीचर ,कंप्यूटर टीचर, हरियाणा कौशल रोजगार निगम, टीचर को पक्का किया जाए। जेबीटी अध्यापकों के लंबित स्थानांतरण, 2017 नियुक्त अध्यापकों को स्थाई जिले आवंटन, देकर अंतर जिला स्थानांतरण किया जाए। अमी लाल कसाना ने कहां कि सरकार अगले 2 साल कोई दाखिला नहीं होने देना चाहती है। इसके बाद पहली, दूसरी कक्षा को फाउंडेशन कोर्स के नाम पर स्कूलों से छीन लेगी। बाकी कक्षाओं के बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में भेज देगी । दूसरी तरफ दसवीं बारहवीं की स्कूलों को अगले सालों में 5 किलोमीटर की दूरी में एक ही स्कूल केंद्र स्कूल क्लस्टर स्कूल रखा जाएगा । ऐसे में 4801 स्कूल दोबारा बंद होंगे। इस बार तो स्कूल बंद होने पर खाली पड़े। लगभग 29000 पद खत्म हुए हैं। हम में से कोई घर नहीं गया। अगली बार जब बंद होंगे तो साथ में फिर से 30000 पद भी खत्म होंगे । अब पद खाली नहीं है किसको किस बहाने निकाला जाएगा। आप सोच सकते हो । इसलिए समय रहते हुए सरकार की तानाशाही नीतियों के विरुद्ध संघर्ष करने का समय आ गया है। इस अवसर पर बैठक में यही भी सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ का अर्ध राज्य सम्मेलन नारनौल में कराने का फैसला लिया। इस अवसर पर पूर्व जिला अध्यक्ष रमेश कुमार, कोषाध्यक्ष कृष्ण कुमार, महेश ,सुरेश कुमार, जितेंद्र बोहरा, रवि शंकर, दलीप सिंह, लेख राम गुर्जर, मामचंद गुर्जर, दिनेश यादव, कैलाश आदि विशेष रूप से उपस्थित थे। Post navigation मोहल्ला महल के अनुसूचित समाज के लोग सामुदायिक भवन से अखाड़े को हटाने के लिए दिया डीसी – एसपी को ज्ञापन लिपिक एसोसिएशन कर्मचारियों का नारनौल में प्रदर्शन, सरकार के खिलाफ नारेबाजी