पंच सरपंच ने सीएम-पंचायत मंत्री का जलाया पुतला, सरकार के खिलाफ नारेबाजी वकील किसानों का प्रदर्शन, पाले से खराब सरसों की फसल पर 50 हजार मुआवजे की मांग आप पार्टी का पुल बाजार में प्रदर्शन तीसरे दिन जारी मांगों को लेकर आज ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने जिला लघु सचिवालय तक प्रदर्शन किया भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। सोमवार को नारनौल में प्रदर्शनों का जोर रहा। पहला प्रदर्शन लघु सचिवालय में वकील, किसानों और सामाजिक संगठनों के द्वारा किया गया। जिसमें पाले की खराबी के चलते विशेष गिरदावरी की मांग करते हुए 50 हजार प्रति एकड़ मुआवजा मांगा गया । दूसरा प्रदर्शन पंच सरपंच द्वारा ई टेंडरिंग के विरोध में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर तथा पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली का पुतला जलाकर किया गया। तीसरा प्रदर्शन शहर के पुल बाजार में आम आदमी पार्टी द्वारा सड़क निर्माण को लेकर धरना प्रदर्शन तीसरे दिन जारी रहा। पाले से खराब हुई फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर सोमवार को सैकड़ों की संख्या में किसानों, वकीलों और सामाजिक संगठन के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को लघु सचिवालय में जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद सीटीएम को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें उन्होंने नष्ट हुई फसलों की जल्द से जल्द गिरदावरी करा कर कम से कम 50 हजार प्रति एकड़ मुआवजा देने की मांग की । बार एसोसिएशन के उपप्रधान महावीर गुर्जर नारनौल की अध्यक्षता में वकीलों, किसानों और सामाजिक संगठन के कार्यकर्ताओं ने पाले से नष्ट हुई फसलों के मुआवजे की मांग की । प्रदर्शन करने वाले किसानों का कहना है कि एक सप्ताह तक जिला में कड़ाके की ठंड पड़ी तथा तापमान न्यूनतम से नीचे चला गया। जिसके चलते किसानों की सरसों की फसल बुरी तरह नष्ट हो गई। प्रदर्शन करने वालों का कहना था कि जिला महेंद्रगढ़ मेक किसानों के लिए सरसों की फसल की मुख्य फसल होती है तथा वह भी इस बार पाले से पूरी तरह नष्ट हो गई है। जिससे किसानों के सामने बड़ा संकट उत्पन्न हो गया है । उन्होंने बताया कि जिला के किसान इस फसल पर पूरी तरह से निर्भर हैं तथा शादी-ब्याह कार्य भी इसी फसल के बेचने के बाद करते हैं। प्रदर्शन करने के बाद किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सीटीएम को सौंपा। इस मौके पर विकास यादव, अभिजीत यादव एडवोकेट, ऐश यादव एडवोकेट, मनजीत सिंह एडवोकेट, अवधेश यादव एडवोकेट आदि वकीलों और सैकड़ों सामाजिक संगठन के लोग व किसान उपस्थित थे। दूसरा प्रदर्शन खंड विकास एवं पंचायत कार्यालय के बाहर पंच सरपंचों ने किया। सोमवार को पंच सरपंचों द्वारा सीएम मनोहर लाल खट्टर और पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली का पुतला जलाकर रोष प्रकट किया। महिला सरपंचों ने दोनों पुतलों को आग लगाई। सरकार द्वारा 2 लाख से अधिक के काम ई-टेंडरिंग माध्यम से करवाए जाने का विरोध प्रदेश भर में चल रहा है। इसी के चलते नारनौल के खंड विकास एवं पंचायत कार्यालय में भी पंच व सरपंच धरने पर बैठे हुए हैं। पंच व सरपंचों के धरने के सातवें दिन सोमवार को सरपंचों ने मुख्यमंत्री और पंचायत मंत्री का पुतला दहन किया। इससे पूर्व सरपंच प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार की शव यात्रा निकाल चुके हैं और पंचायत मंत्री का पुतला भी दहन कर चुके हैं । इस मौके पर सरपंचों को संबोधित करते हुए सरपंच एसोसिएशन नारनौल के प्रधान अतेंद्र और सरपंच विक्रम यादव ने कहा कि सरकार हठधर्मिता अपनाए हुए है तथा पंच सरपंचों की जायज मांगे नहीं मान रही। उन्होंने बताया कि सरकार का यही रवैया रहा तो पंच सरपंच बड़ा आंदोलन भी कर सकते हैं। नारनौल खंड एवं पंचायत कार्यालय के बाहर पंच सरपंचों ने सीएम खट्टर और पंचायत मंत्री बबली का पुतला बनाया जिसके बाद वह प्रदेश व केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए महावीर चौक तक पहुंचे। जहां पर महिला सरपंचों ने पुतलों का दहन किया। इस मौके पर अनेक पंच और सरपंच मौजूद थे। तीसरा प्रदर्शन आम आदमी पार्टी द्वारा शहर के पुल बाजार में किया जा रहा है। धरना प्रदर्शन का आज तीसरा दिन था। आज आम आदमी पार्टी की अगुआई में पुल बाजार के सभी दुकानदार पम्मी चौधरी, सुरेश कुमार गोयल, रामानंद सर्राफ,अनिल सराफ संदीप गोयल ,सुनील मनीष कुमार ,हरीश बंसल इत्यादि ने सड़क ना बनाने के विरोध में, सरकार के और प्रशासन के निकम्मे पन के विरोध में कल 24 जनवरी को 1 घंटे के लिए दुकान बंद करके धरने पर बैठकर अपना विरोध जाहिर कर रहे है। पुल बाजार के सभी दुकानदार सुबह 10 बजे एक साथ मिलकर दुकान का शटर डाउन करेंगे और फिर धरना स्थल पर बैठकर एक घंटे के लिए भजन कीर्तन करते हुए सरकार के विरोध में सत्याग्रह करेंगे। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता इंजीनियर नरेंद्र राव ने कहा कि दो रातों से सड़क पर हम सो रहे हैं और सारा दिन धरने पर रहते हैं दुकानदार भाई अपना समय निकालकर धरने पर आते हैं, उसके बावजूद प्रशासन और सत्ता के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही कि इस सड़क को निर्माण करवाना सत्ता का कर्तव्य है। इंजीनियर नरेंद्र राव ने कहां कि यह धरना इस सड़क पर चलने वाला भाजपा का भी है, इनेलो का भी चलता है और अन्य पार्टियों का भी है और आमजन भी जाते है जिनको पार्टियों से कोई लेना-देना नहीं है। इसलिए नगर परिषद, चेयरपर्सन को इस धरने पर आकर जनता की मांग का समर्थन करना चाहिए। अगर चेयरपर्सन, नगर परिषद अपने आप को बेबस पाती है कि वह सरकार से फंड प्राप्त नहीं कर पाती जबकि प्रदेश के मंत्री नारनौल से ही है तो उन्हें घर पर बैठने का कोई अधिकार नहीं है, उन्हें भी सड़क पर उतर कर जनता के हकों के लिए सरकार के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। नरेंद्र राव ने कहा कि जब नगर परिषद चेयर पर्सन सत्ता पाने के लिए घर-घर जाकर वोट मांग सकती है तो वह सड़क पर उतर कर उसी जनता के लिए सरकार से नारनौल के लिए फंड क्यों नहीं मांग सकती। आम आदमी पार्टी के जिला संगठन मंत्री गिरीश खेड़ा ने कहा कि सरकार हमारे इस सामाजिक कार्य के लिए धरने को राजनीति के चश्मे से देख रही है। और यह समझ रही है कि यह सत्याग्रह धरना सिर्फ आम आदमी पार्टी का है। यही उनकी सबसे बड़ी गलती है कि यह धरना आम आदमी पार्टी का नहीं है यह सभी पीड़ित परेशान दुकानदारों और नगर वासियों का है। आज धरने पर वरिष्ठ अधिवक्ता राजकुमार चौधरी, जिला सह सचिव आत्माराम सैनी, दिलबाग सिंह, विकास यादव, संदीप गोयल ,अनुज कुमार ,सुरेश चौधरी, अनिल सर्राफ ,हरीश बंसल, विकास कुमार, सुनील संघी, भीम सिंह रामानंद सर्राफ ,पवन इत्यादि लोग शामिल थे। ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन की चेतावनी सरकार ने समय रहते हुए मांग नही मानी तो मार्च माह में विधानसभा पर प्रदर्शन ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा जिला महेंद्रगढ़ की नारनौल के पंचायत भवन मे हुई बैठक की अध्यक्षता प्रधान जुगेश कुमार ने की, संचालन महेंद्र सिंह ने किया। बैठक के बाद प्रदर्शन करते हुए जिला लघु सचिवालय तक प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री के नाम जिला उपायुक्त के कार्यालय अधीक्षक के माध्यम से भेजा एक ज्ञापन सौंपा। बैठक को सम्बोधित करते हुए कामरेड सुभाषचंद्र एडवोकेट महासचिव ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा ने कहा की ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के लम्बे संघर्ष के बाद इएसआई और पीएफ का रुपया मानदेय से 2020 जनवरी मास से शुरू हुआ, लेकिन सफाई कर्मचारियों को ना पीएफ व इएसआई का किसी तरह का कार्ड उपलब्ध करवाया है। लगता है पीएफ व इएसआई मे गोलमाल हो रहा है। कनीना व सीहमा खण्ड के कर्मचारीयों को ड्रेस का रूपया नही मिला है । सफाई के उपकरण उपलब्ध कराए जाए व नियुक्त पत्र दिया जाए। सामाजिक सुरक्षा लागू की जाए व श्रम कानून मे किया बदलाव वापस लिया जाए। सरकार सफाई के लिए ढ़ोंग कर रही हे लेकिन सफाई कर्मचारीयों के जीवन स्तर उन्नत करने के लिए कोई सार्थक प्रयास नही कर रही है । बैठक को सम्बोधित करते हुए प्रधान जुगेश ने कहा अगर सरकार ने समय रहते हुए मांग नही मानी तो मार्च माह में विधानसभा पर प्रदर्शन किया जाएगा। बैठक के बाद प्रदर्शन करते हुए जिला लघु सचिवालय तक प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री हरियाणा के नाम जिला उपायुक्त के कार्यालय अधीक्षक के माध्यम से भेजा एक ज्ञापन दिया। ज्ञापन में मुख्य मांग सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए, तब तक न्युनतम वेतन 28 हजार रुपए महिना दिया जाए, सफाई के उपकरण उपलब्ध कराए जाए, वेतन हर माह दिया जाए, 250 की आबादी पर एक सफाई कर्मचारी नियुक्त किया जाए, महिला कर्मचारी को मातृत्व लाभ व पुरुष कर्मचारी को चाइल्ड केयर लिव लागु की जाए, नियुक्ति पत्र पहचान पत्र जारी किया जाए, 45 दिन की छुटिया लागू की जाए गजेटिड को छोड़कर, श्रम कानून मे बदलाव वापस लिया जाए, बेगार लेना बंद की जाए, वेतन हर माह दिया जाए, व पीएफ व इएसआई का कार्ड उपलब्ध कराए जाए आदि मांगों का मांग पत्र सौंपा। उसके बाद नेताजी की 125वी जन दिवस पर नेता जी सुभाषचंद्र की मूर्ती पर माल्यार्पण किया। सभी कर्मचारीयों ने शपथ ग्रहण की हमारे आन्दोलन का नेतृत्व नेता जी सुभाषचंद्र बोस के विचारो से प्रेरित होकर अपनी मांगो का आन्दोलन तेज किया जाएगा। इस बैठक व प्रदर्शन मे कनीना खण्ड प्रधान अशोक कुमार, अटेली खण्ड से कृष्ण कुमार व सुरेश कुमार, नारनौल से ओमप्रकाश व सत्यवीर, महेंद्रगढ़ से महेंद्र सिंह व सतनाली से लाली देवी व विक्रम सिंह, नांगल चौधरी से हनुमान सिंह निजामपुर से नरेन्द्र सिंह, सीहमा से अजय व कान्हा राम, रमेश देवी, सरिता, कोमल, विकास, शौकीन, राजेंद्र सिंह, शेर सिंह व अनेक ग्रामीण सफाई उपस्थित हुए। Post navigation क्या वर्चस्व की लड़ाई है भारतीय कुश्ती महासंघ का विवाद ? शाह सतनाम ग्रीन वेल्फेयर फोर्स ने नारनौल – महेंद्रगढ़ में चलाया सफाई अभियान