गुरूग्राम 4 जनवरी 2023 – वैसे तो गुरूग्राम विश्व में साईबर सिटी के नाम से मशहूर है व सरकार को रिवेन्यु अदा करने में भी सबसे अव्वल शहर है । माननीय मुख्यमन्त्री स्थानीय कष्ट निवारण समिति के चेयरमैन थे व प्रती महीने कई नई-नई योजनाओं की घोषणाएं करके जाते हैं । लेकिन समस्याओं की बात करें तो शहर के नागरिक अनेकों कठिनाईयों से जूझते रहे हैं व प्रशासन से बार बार गुहार लगाने के बावजूद कहीं भी राहत मिलती नजर नहीं आ रही है।

मूलभूत नागरीय संसाधनों की कमी के कारण यह शहर 2015 के स्मार्ट सिटी मिशन की लिस्ट में आज तक जगह नहीं बना पाया । इसके बाद प्रदेश सरकार लगातार घोषणाऐं करती रही है कि प्रदेश सरकार केन्द्र की मदद के बिना ही गुरूग्राम मैट्रोपोलिटन डेवलेपमेंट अथोरिटी के जरीये शहर को विश्वस्तरीय नागरिक सुवीधाऐं प्रदान की जाएंगी । इसी क्रम में जीएमडीए द्वारा नागरिक सुरक्षा के नाम पर करीब 100 करोड़ रुपए की योजना 2019 में लांच की गई , जिसके जरिये 212 कैमरे लगाए गए । आज तक एक भी अपराध की घटना इन कैमरों से नहीं सुलझ सकी है ।

इसी के अन्तर्गत स्मार्ट वाटर व स्मार्ट मीटरींग की योजनाओं को भी लांच किया गया था । जो आज तक अधर में हैं । शहर की सड़क इन्फ्रास्ट्रक्चर व सार्वजनिक यातायात में कमीयों की वजह से शहर में ज्यादातर ट्रैफिक जाम की स्थिती रहती है। बारिश के दौरान शहर में पानी की पर्याप्त निकासी न होने के कारण पूरा शहर जलमग्न हो जाता है । गुरुग्राम सिटीजन्स फोरम के सयोंजक प्रियव्रत भारद्वाज ने कहा है कि शहर के नागरिकों , आरडब्लूए व विभिन्न व्यापारिक व इंडस्ट्रीज ऐसोशियेशन्स से सम्पर्क किया जाएगा व जनप्रतिनिधियों व प्रशासन को समस्याओं से निजात दिलाने हेतू ज्ञापन सौंपा जाएगा ।

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