चेयरमैन पद के लिए आमने-सामने का बना हुआ है कड़ा मुकाबला वाइस चेयरमैन के लिए महिला उम्मीदवार के नाम की है चर्चा शुक्रवार को बैठक के बाद चेयरमैन वाइस चेयरमैन का चुनाव जितने सदस्य पहुंचेंगे , उसी संख्या के मुताबिक चुनाव होंगे संपन्न फतह सिंह उजाला पटौदी । पटौदी का राजनीतिक बीजगणित पटौदी पंचायत समिति चुनाव को लेकर एक ऐसा अनसुलझा सवाल बन गया है , जिसका फैसला 30 दिसंबर शुक्रवार को ही होना संभव है । सूत्रों के मुताबिक इस बात की आशंका जाहिर की गई है कि शुक्रवार को पटौदी पंचायत समिति के सभी 25 सदस्य बैठक सहित चुनाव की प्रक्रिया में शामिल होने से अपने आप को दूर भी रख सकते हैं ? बहरहाल इस मामले में देखा जाए तो पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता और सांसद एवं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के समर्थक पंचायत समिति सदस्य दो खेमों में बंटे हुए दिखाई दे रहे हैं । कुल मिलाकर कोई भी पंचायत समिति सदस्य चेयरमैन और वाइस चेयरमैन बने , ऐसे में जीत और हार अपरोक्ष रूप से भाजपा की ही मानी जा रही है । गौरतलब है कि 1 सप्ताह पहले 23 दिसंबर को केवल मात्र 1 सदस्य जोकि पंचायत समिति चेयरमैन पद का दावेदार रहा और पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता का नजदीकी गांव लोकरा का पूर्व सरपंच एवं पंचायत समिति सदस्य पंकज शील ही अपनी हाजिरी लगाने के लिए उपस्थित हुए थे । इसके अलावा शेष 24 सदस्य 23 दिसंबर को पंचायत समिति की पहली बैठक से अपनी अपनी दूरी बनाए रहे , इसके क्या कारण थे ? यह तो पहली बैठक से दूरी बनाकर रखने वाले पंचायत समिति सदस्य ही बेहतर ही जानते हैं । इस दौरान जो जानकारी सूत्रों के मुताबिक प्राप्त हो रही है उसके अनुसार पटोदी पंचायत समिति चेयरमैन के लिए सीधा और आमने-सामने का मुकाबला बताया जा रहा है । इसमें पटौदी के एमएलए एडवोकेट जरावता के पैतृक गांव का पूर्व सरपंच और पंचायत समिति सदस्य पंकज शील और दूसरी तरफ पूर्व फौजी टेसवा के पूर्व पदाधिकारी राजेंद्र कुमार के नाम की चर्चा बनी हुई है । इसी कड़ी में सूत्रों की माने तो यहां मामला गुरुवार देर रात तक एक प्रकार से 20-20 क्रिकेट मैच की तरह फंसा हुआ आका जा रहा है ? पटोदी पंचायत समिति में कुल 25 महिला और पुरुष सदस्य हैं , लेकिन कथित रूप से 12-12 सदस्य अलग-अलग खेमे में शामिल बताए जा रहे हैं । ऐसे में एक पंचायत समिति सदस्य जिसे की मास्टर की माना जा रहा है , उसकी पंचायत समिति चेयरमैन के चुनाव में अहम भूमिका भी होने से इनकार नहीं किया जा सकता । कुल मिलाकर 25 पंचायत समिति सदस्यों में से कोरम पूरा होने के लिए 17 सदस्यों का मौजूद होना अनिवार्य है । लेकिन पिछली बार ऐसा संभव नहीं हो सका। अब देखना यह है कि 30 दिसंबर शुक्रवार को 25 में से कुल कितने पंचायत समिति सदस्य पहली बैठक में शामिल होने के साथ चेयरमैन और वाइस चेयरमैन के चुनाव की प्रक्रिया में अपनी भूमिका अदा करने के लिए पहुंच सकेंगे ? पटौदी पंचायत समिति चुनाव अधिकारी आईएएस प्रदीप सिंह के मुताबिक यह चुनाव ईवीएम के द्वारा ही संपन्न करवाए जाएंगे । अब देखना यह होगा कि जिस प्रकार के संकेत मिल रहे हैं , एक खेमें से केवल मात्र एक उम्मीदवार ही चेयरमैन पद का दावेदार बताया जा रहा है । वही दूसरे खेमे से चेयरमैन पद के दावेदार की संख्या 1 से अधिक होने से इनकार नहीं किया जा सकता । सूत्रों के मुताबिक पटोदी पंचायत समिति चेयरमैन और वाइस चेयरमैन की ताजपोशी कथित राजनीतिक रूप से कितना अधिक महत्व रखती है ? इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बीते करीब 6 दिनों से पंचायत समिति के एक-एक सदस्य से दोनों खेमो के सदस्यों के द्वारा निरंतर संपर्क और प्रयास करते हुए अपने पक्ष में लाने का कोई मौका नहीं छोड़ा जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक राजनीतिक नजरिए से देखा जाए तो दोनों ही खेमे भाजपा खेमे के भाजपा समर्थित ही कहे जा रहे हैं । लेकिन इसके बीच में सरकार के साथ गठबंधन धर्म निभाने वाले समर्थक पंचायत समिति सदस्यों को नजरअंदाज करना भी आसान काम नहीं होगा ? कथित रूप से ऐसे सदस्य अंतिम समय में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का भी काम कर सकते हैं । अब बात करते हैं पटोदी पंचायत समिति वाइस चेयरमैन के लिए ? पटोदी पंचायत समिति के कुल 25 सदस्यों में से 12 महिला सदस्य शामिल है । सूत्रों के मुताबिक पटोदी पंचायत समिति चेयरमैन के एक खेमे में से केवल मात्र 1 महिला उम्मीदवार को पटोदी पंचायत समिति वाइस चेयरमैन के तौर पर समर्थन करते हुए चुनाव लड़ने की जानकारी सामने आ रही है । दूसरी ओर जो दूसरा खेमा है , उस खेमे से पटोदी पंचायत समिति वाइस चेयरमैन के लिए दो या दो से अधिक महिला उम्मीदवारों के नाम की चर्चा समाचार लिखे जाने तक बनी हुई है । इसी कड़ी में सूत्रों की माने तो भाजपा के ही दोनों खेमों में से भाजपा समर्थित एक खेमे में आधा दर्जन से अधिक सदस्य ऐसे शामिल बताए गए हैं , जो कि शुक्रवार को पटोदी पंचायत समिति की होने वाली बैठक और इस बैठक के उपरांत चेयरमैन और वाइस चेयरमैन के चुनाव में भी अपनी इंपोर्टेंस को साबित करने का कोई मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहेंगे । दूसरी ओर कथित रूप से 1 सप्ताह पहले ही पाटोदी पंचायत समिति चेयरमैन के दावेदार सदस्य के द्वारा करीब एक दर्जन समर्थक सदस्यों को अपने साथ टूरिस्ट पैलेस पर विशेष रुप से ले जाया जा चुका है । उम्मीद जाहिर की जा रही है कि शुक्रवार को बैठक आरंभ होने से पहले ही यह सभी सदस्य एक साथ पटोदी खंड एवं विकास पंचायत कार्यालय में यहां होने वाली बैठक तथा चेयरमैन और वाइस चेयरमैन के चुनाव की प्रक्रिया से पहले पदार्पण करेंगे। सूत्रों के मुताबिक पटौदी के एमएलए सत्यप्रकाश जरावता के द्वारा कथित रूप से अपने ही पैतृक गांव के निवासी मित्र पूर्व सरपंच पंचायत समिति सदस्य पंकज शील को पटोदी पंचायत समिति का चेयरमैन बनाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं रखी गई है । अब यह तो भविष्य के गर्भ में समाहित है कि 30 दिसंबर शुक्रवार को पटोदी पंचायत समिति की अंतिम और निर्णायक बैठक में कुल कितने सदस्य मौजूद होंगे और मौजूद रहने वाले पंचायत समिति सदस्यों की संख्या बल को देखते हुए किस प्रकार से और किस अनुपात में कोरम को पूरा कर चुनाव अधिकारी के द्वारा पटोदी पंचायत समिति की पहली बैठक सहित पटोदी पंचायत समिति के चेयरमैन और वाइस चेयरमैन के चुनाव की प्रक्रिया को संपन्न करवाया जा सकेगा। वही इस प्रकार के संकेत भी मिल रहे हैं कि पटौदी क्षेत्र के सबसे बड़े गांव बोहड़ा कला में शामिल पटोदी पंचायत समिति के सदस्यों के द्वारा शुक्रवार को होने वाली बैठक के उपरांत पटोदी पंचायत समिति के चेयरमैन और वाइस चेयरमैन चुनाव में अहम भूमिका अदा की जा सकती है ? बहरहाल तब तक के लिए इंतजार करने के अलावा अन्य कोई विकल्प भी सामने नहीं बचा हुआ है । लेकिन इतना अवश्य है कि पटोदी पंचायत समिति का चेयरमैन और वाइस चेयरमैन कोई भी महिला और पुरुष बने । लेकिन हार और जीत केवल और केवल भारतीय जनता पार्टी की ही मानी जा रही है। Post navigation मानेसर नगर निगम नहीं , मानेसर पंचायत ही चाहिए 1810 एकड़ का मामला…….मानेसर क्षेत्र के किसानों की बल्ले-बल्ले सीएम का आभार व्यक्त