बड़ा सवाल कब से और किसके संरक्षण में कार्यरत यह अस्पताल

जमालपुर चौक पर विकास अस्पताल की जांच में हुआ खुलासा

संबंधित डॉक्टर के पास अस्पताल चलाने का नहीं अधिकृत लाइसेंस

इस अनधिकृत अस्पताल से खुल गई जिला स्वास्थ्य विभाग की पोल

फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम ।   हरियाणा के सेहत मंत्री जो कि गब्बर के नाम से भी मशहूर हैं, उनकी नजर से अनैतिक, अनुचित और गलत कार्य लंबे समय तक बचे रहना संभव नहीं है । लेकिन कथित रूप से ऐसा लगता है आपसी सांठगांठ और मिलीभगत से मंत्री गब्बर सिंह अनिल विज की आंखों में भी धूल झोंकने का काम देखो किया जा रहा है ? ऐसे ही एक मामले में सीएम फ्लाइंग स्क्वाड और बोहड़ाकला के सीनियर मेडिकल ऑफिसर के द्वारा पटौदी से गुरुग्राम के बीच केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के पैतृक गांव जमालपुर में एक ऐसे अस्पताल का भंडाफोड़ किया गया, जिसके संचालन के लिए संचालक डॉक्टर के पास किसी भी प्रकार का कोई भी अधिकृत दस्तावेज या अन्य डॉक्यूमेंट मौजूद नहीं थे । इस संबंध में बिलासपुर थाना पुलिस में बोहड़ाकला के सीनियर मेडिकल ऑफिसर पवन चौधरी के द्वारा शिकायत देकर अस्पताल मैं मौके पर मौजूद कर्मचारियों सहित अस्पताल संचालक के खिलाफ शिकायत देकर मामला दर्ज करवाया गया है ।

हैरानी इस बात को लेकर है कि बेहद व्यस्त रहने वाले जमालपुर चौराहे पर सभी प्रकार की सुविधाओं से लैस यह विकास नमक का अस्पताल कब से और किसके संरक्षण में या फिर किस प्रभावशाली व्यक्ति की सरपरस्ती में चल रहा है ? इस संबंध में उपलब्ध जानकारी के मुताबिक डॉक्टर पवन चौधरी को सीएम उड़नदस्ता के माध्यम से एक सूचना प्राप्त हुई कि पटौदी रोड जमालपुर चौक पर विकास अस्पताल के नाम से एक अवैध अस्पताल चलाया जा रहा है । संबंधित अस्पताल चलाने वाले डॉक्टर के पास इस अस्पताल को चलाने का कोई भी सरकारी या अन्य अधिकृत प्रमाण पत्र भी नहीं है । इस प्रकार अपनी सुविधा और धन कमाने की लालसा में यहां पर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है । इसके उपरांत एक टीम का गठन किया गया और विकास नामक इस अस्पताल पर सीएम फ्लाइंग स्क्वाड सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों के द्वारा रेड की गई ।

उस समय काउंटर पर एक नौजवान मौजूद मिला , जिसने अपने आपको डॉक्टर बताया । नाम पता पूछने पर उसने अपना परिचय विकास यादव पुत्र उदय सिंह निवासी गांव सांपका तथा अन्य डॉक्टर ने अपना नाम पता विकास पुत्र वेद प्रधान निवासी खवासपुर फरुखनगर के रूप में बताया। उन्होंने बताया कि अस्पताल में लोगों का इलाज करते हैं ,एक्स-रे करते हैं, और विभिन्न प्रकार के सैंपल भी कलेक्ट किए जाते हैं । जब कथित डॉक्टर विकास से उसका डॉक्टर से संबंधित दस्तावेज पेश करने के लिए कहा गया तो उसने अपना बी ए एम एस मेडिकल के दस्तावेज दिखाएं । इसके उपरांत अस्पताल परिसर को चेक करने पर वहां पर एक्स- रे मशीन, एक कमरे में 4 बेड , बड़ी मात्रा में एलोपैथिक मेडिसिन , 4 ब्लड सैंपल, ब्लड सैंपल लेने वाली खाली स्लाइड इत्यादि मौके से बरामद की गई ।

इसके बाद में एक एक्सरे मशीन ऑपरेट करने के लिए रेडियो लॉजिस्टि दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए कहा गया , परंतु वह इस मामले में भी नाकाम ही रहा । जांच दल को मौका से विभिन्न मेडिकल उपकरण, मेडिसन व अन्य सामान बरामद किया जाने के बाद सील कर दिया गया । बोहड़ाकला के सीनियर मेडिकल ऑफिसर पवन चौधरी के द्वारा पुलिस चौकी जमालपुर थाना बिलासपुर में लिखित में शिकायत देकर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कठोर से कठोर कानूनी कार्रवाई किया जाने की अनुशंसा की गई है।