पटौदी एमएलए एडवोकेट जरावता को याद आया गठबंधन धर्म
कुछ दिन पहले तक दावा ठोका चेयरमैन बीजेपी का ही बनेगा
जिला परिषद चेयरमैन पद एससी महिला के लिए ही आरक्षित
दीपाली चौधरी एकमात्र इस पद के लिए चुनाव जीती उम्मीदवार
जजपा नेता दीपचंद की पुत्री दीपाली चौधरी जजपा की सदस्य
बड़ा सवाल वाइस चेयरमैन पद पर भाजपा या कोई और ही होगा

फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम ।   हरियाणा ही नहीं पूरे विश्व में विभिन्न कारणों से अपनी पहचान बना चुके साइबर सिटी गुरुग्राम में कोई भी गतिविधि हो उस पर सभी की नजरें बनी ही रहती है । सोमवार 26 दिसंबर को गुरुग्राम जिला परिषद के नवनिर्वाचित 10 सदस्यों की बैठक होनी है और इसी बैठक में ही जिला परिषद चेयरमैन और वाइस चेयरमैन का भी चुनाव किया जाने का कार्यक्रम जिला निर्वाचन अधिकारी और प्रशासन की तरफ से किया गया है। जिला परिषद चेयरमैन पद अनुसूचित वर्ग महिला के लिए आरक्षित है और इस पद पर एकमात्र महिला उम्मीदवार जननायक जनता पार्टी की वार्ड नंबर 9 से दीपाली चौधरी विजेता रही है । हालांकि चुनाव परिणाम आने के बाद से ही सबसे अधिक शाब्दिक हमले और आरोप-प्रत्यारोप भारतीय जनता पार्टी और विशेष रूप से पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता के द्वारा ही लगाए गए। उनके द्वारा यहां तक दावा किया गया कि दीपाली चौधरी को भाजपा में लाने की जिम्मेदारी भाजपा जिला अध्यक्ष गार्गी कक्कड़ को सौंपी गई है । दूसरी और इसे एक कदम और आगे दावा किया गया कि जिला परिषद चेयरमैन पद पर केवल और केवल भाजपा का ही उम्मीदवार विराजमान होगा।

बहरहाल यह तो राजनीतिक बयान और राजनीतिक भड़ास ही कहा जा सकता है । लेकिन हकीकत यह है कि 1 दिन पहले ही आखिर ऐसा क्या हुआ ? कि भारतीय जनता पार्टी के पटौदी से एमएलए और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सचिव तथा सह प्रवक्ता जैसे पदों की जिम्मेदारी निभा रहे एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता अचानक बैकफुट पर आ गए और मीडिया से बात करते हुए उन्होंने खुले दिल और मन से इस बात को स्वीकार करते हुए कहा कि दीपाली चौधरी जिला परिषद के चेयरमैन बनेगी। उन्होंने कहा हरियाणा में जननायक जनता पार्टी और भारतीय जनता पार्टी दोनों की गठबंधन सरकार काम कर रही है । दोनों पार्टियों का राजनीतिक गठबंधन धर्म भी है । ऐसे में दीपाली चौधरी जब जिला परिषद के लिए नियमानुसार उम्मीदवार है , तो दीपाली चौधरी की जिला परिषद की ताजपोशी होना स्वाभाविक है । लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह बात भी कहकर संशय छोड़ दिया कि अंतिम फैसला निर्वाचित सभी जिला पार्षदों को ही करना है ? बहरहाल अब सभी की नजरें सोमवार को जिला परिषद चेयरमैन और वाइस चेयरमैन के होने वाले चुनाव पर लगी हुई है ।

क्या इस दिन कोई ऐसी कथित रूप से भाजपा की तरफ से रणनीति या राजनीतिक खेल खेला जा सकता है ? कि इस बैठक के लिए पटोदी पंचायत समिति की ही तरह से कोरम ही पूरा नहीं हो सके ? इस प्रकार की चर्चाएं भी रुक-रुक कर सुनने के लिए मिल रही हैं । भाजपा के द्वारा पहली बार जिला गुरुग्राम में सभी 10 वार्ड में पार्टी सिंबल पर जिला परिषद के उम्मीदवार चुनाव में उतारे गए । इनमें से अधिकांश पुराने भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए आजाद उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भरा और जीत भी हासिल की। कुछ पुराने भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा भाजपा संगठन पर टिकटों की बंदरबांट को लेकर भी गंभीर आरोप लगाए गए । बहरहाल देखा जाए तो सबसे बड़ा झटका भाजपा को पटौदी विधानसभा क्षेत्र में ही शामिल वार्ड नंबर 9 जहां से मधु सारवान को पार्टी का उम्मीदवार बनाकर चुनाव लड़ाया गया , उस उम्मीदवार को भाजपा संगठन ,  भाजपा जिला अध्यक्ष, एमएलए एडवोकेट जरावता टीम यहां तक की भाजपा पंचायती राज प्रकोष्ठ के जिला सह संयोजक की टीम भी मिलकर जिताने में नाकाम रही । जबकि पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह को भी मधु सारवान के चुनाव प्रचार के लिए विशेष रूप से लाया गया ।

राजनीति है , राजनीति में कुछ भी और कभी भी नया समीकरण और नया बीजगणित का सवाल बन सकता है ? लेकिन कुल मिलाकर जो जानकारी प्राप्त हो रही है उसे देखते हुए जननायक जनता पार्टी सोमवार को जिला परिषद के निर्वाचित सदस्यों की बैठक के सफल आयोजन सहित इसी बैठक में हीं जिला परिषद चेयरमैन और वाइस चेयरमैन के चुनाव करवाने के लिए पूरी तरह से अपनी रणनीति पर सक्रिय होकर काम कर रही है । अब यह तो सोमवार को ही खुलासा हो सकेगा कि वास्तव में सोमवार को गुरुग्राम जिला परिषद का नया वाइस चेयरमैन दीपाली चौधरी और वाइस चेयरमैन के रूप में कौन मिलेगा ? तब तक के लिए इंतजार करने के अलावा अन्य कोई विकल्प भी नहीं बचा हुआ है।