ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का पुलिस ने किया भंडाफोड़

फर्जी कॉल सेंटर से मैनेजर, 3 महिलाओं सहित 12 गिरफ्तार
अनिल और विजय यह इोलो ही फर्जी कॉल सेंटर के संचालक
ए-126 सुशांत लोक 2 ब्लॉक बी सेक्टर 55 में कॉल सेंटर
मैनेजर विजय त्रिपाठी ने कॉल सेंटर के दस्तावेज नहीं दिखाए
अमेरिकी विदेशी मूल के लोगों को इंटरनेट से करते थे ठगी

फतह सिंह उजाला । 
गुरुग्राम हाइटेक सिटी गुरुग्राम, जैसा कि नाम से ही एहसास होता है कि गुरु ग्राम वास्तव में हाईटेक सिटी के तौर पर दुनिया में अपनी पहचान बना चुका है । जब आईटी सिटी गुरुग्राम नाम और इसी प्रकार के यहां काम हो रहे हैं , तो ऐसे ही कामों को शातिर दिमाग लोगों के द्वारा अपने ठगी के काम धंधे का पुख्ता जरिया बनाने का सिलसिला बीते लंबे समय से बना हुआ है ।

इसी कड़ी में गुरुग्राम पुलिस के द्वारा गुरुवार को एक बार फिर से फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया गया। इसके साथ ही फर्जी कॉल सेंटर के मैनेजर 3 महिला और कुल 12 लोगों को पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया । आरोपियों के कब्जे से एक दर्जन लैपटॉप तथा एक मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं । इस संदर्भ में जिला पुलिस प्रवक्ता के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक गुरुग्राम पुलिस को सूचना प्राप्त हुई की गुरुग्राम में ही मकान नंबर ए-126 सुशांत लोक 2 ब्लॉक बी सेक्टर 55 से अनिल निवासी चंडीगढ़ तथा उसका पार्टनर विजय त्रिपाठी के द्वारा फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा है । इस सूचना के आधार पर गुरुग्राम पुलिस के द्वारा जांच टीम तैयार की गई । इसके बाद में पुलिस टीम दलबल सहित बताए गए पते पर जांच के लिए पहुंची। बताया गया है कि पुलिस छापेमारी के दौरान कॉल सेंटर में मौके पर कुल 9 युवक तथा 3 महिलाएं कार्य करते हुए पाए गए । पुलिस के द्वारा की गई पूछताछ में इन सभी के द्वारा अपने नाम विजय त्रिपाठी, आतिफ, कार्तिक, अंबरीश, इस्माइल ,अरुण ,अलेक्स चांद अब्दुल्ला, ललित शर्मा, नासिर ,मेरी आना, पनबाई मर्सी सोलो व लूंग यली गोनमे  बतलाए गए । पुलिस के द्वारा इस कॉल सेंटर के संचालन संबंधित दस्तावेज मांगे गए, लेकिन कॉल सेंटर संचालक पुलिस को किसी भी प्रकार का कोई भी आधिकारिक दस्तावेज उपलब्ध नहीं करवा सका । इसके उपरांत पुलिस के द्वारा आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420 120 बी 66 डी आईटी एक्ट 75 के तहत थाना साइबर पुलिस गुरुग्राम में मामला दर्ज कर सभी आरोपियों को नियमानुसार गिरफ्तार कर लिया गया ।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक पुलिस पूछताछ के दौरान इस फर्जी कॉल सेंटर मालिक के नाम का खुलासा अनिल तथा विजय त्रिपाठी के रूप में हुआ। विजय त्रिपाठी इस फर्जी कॉल सेंटर का मैनेजर और पार्टनर बताया गया है। इस कॉल सेंटर में से विभिन्न माध्यमों से अमेरिका सहित विदेशी मूल के लोगों को इंटरनेट के माध्यम से टेक्स्ट मैसेज भेज कर उनको अमेज़न माइक्रोसॉफ्ट एप्पल पेपर की सर्विस व अन्य तकनीकी सहायता देने के नाम पर वीर डायल डायलर और डायल एक्स एक्स लाइट एप्लीकेशन से कॉल प्राप्त करके यूएसए तथा अन्य देश के नागरिकों को अमेज़न माइक्रोसॉफ्ट एप्पल पेपर की सर्विस देने के नाम पर इन सब को अपने विश्वास में लेकर इनके कंप्यूटर डिवाइस का एक्सेस प्राप्त लिया जाता था । इसके उपरांत ऐसे लोगों को विश्वास में लेकर कंप्यूटर डिवाइस का एक्सेस प्राप्त कर लेते थे ।

ऐसे लोगों को तकनीकी सहायता देने के लिए उसकी एवज में 3 से 500 डॉलर तक ठगने क्या काम किया जा रहा था । फर्जी कॉल सेंटर में काम करने वाले लोगों के द्वारा विभिन्न प्रलोभन और झांसे में फंसा कर विदेशी मूल के लोगों से 3 से 500 विभिन्न तकनीकी कारण बताते हुए ठगने का सिलसिला बीते लंबे समय से बना हुआ था । बताया गया है कि ठगी किए गए डॉलर से गिफ्ट कार्ड खरीद कर नगद रकम प्राप्त कर ली जाती थी। यह फर्जी कॉल सेंटर बीते लगभग 6 महीने से चलाया जा रहा था , कॉल सेंटर मालिक का इन लोगों को सैलरी के अलावा ठगी का शिकार बनाए गए प्रति डॉलर में से 12 का अतिरिक्त कमीशन का भी भुगतान करता था । पुलिस टीम के द्वारा इस कॉल सेंटर से गिरफ्तार किए गए सभी 12 आरोपियों के कब्जे से कुल 1 दर्जन लैपटॉप तथा एक मोबाइल फोन भी मौके से बरामद किया गया है । पुलिस के मुताबिक सभी आरोपियों को आगामी कार्रवाई के लिए कोर्ट में पेश किया जाएगा।

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