नवीन जयहिंद की गिरफ्तारी से प्रदेश में उग्र होता आंदोलन सरकार के लिए बन गया नया सिर दर्द

रौनक शर्मा

रोहतक- हरियाणा मे बिजेपी की मनोहर लाल सरकार के लिए अब पीएम मोदी जी द्वारा दिया गया नारा अच्छे दिन आएगे ठीक नही बैठ रहा है

प्रदेश मे खट्टर सरकार के लिए अब अच्छे दिन कहना बेईमानी होगी क्योकि एक सामाजिक कार्यकर्ता नवीन जयहिंद ने एक अकेले के दम पर बिना किसी राजनीतिक पार्टी के आशीर्वाद से सीएम मनोहरलाल को चैन की नींद नही सोने देने की कसम खाई हुई हैं और हर रोज जनता के हित के लिए कुछ ना कुछ करने की सोच रखे हुए हैं जिसके कारण जयहिंद खट्टर सरकार की नाक में दम किए हुए था

गौरतलब हैं कि गत दिनों जयहिंद को रोहतक में पीजीआई में चल रही नर्सिंग काउंसलिंग भर्ती में हुए विवाद के बाद पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका हैं और अब सरकार ने एक के बाद एक जयहिंद के खिलाफ 4 साल पुराने केस भी खोल दिए हैं जिसके कारण जयहिंद की मुसीबत बढ़ गई हैं

नवीन जयहिंद सरकार के लिए सिर दर्द बनता जा रहा था ओर जनता की मांगों को जोर शोर से उठा रहा था रोहतक पीजीआई में नर्सिंग भर्ती विवाद के बाद सरकार को भी जयहिंद के पंख काटने का मौका मिल गया और अलग अलग धाराओं में दर्ज केस की सुनवाई शुरू कर दी

गौर करने योग्य बात हैं नवीन जयहिंद का विवादों से रिश्ता बहुत पुराना हैं जयहिंद का विवादों से चोली दामन का साथ रहा हैं जिसकी शुरुवात कालेजों के दिनों से हुई थी जो यूनिवर्सिटी में एक छात्र नेता के रूप में उभरकर सामने आया छात्र नेता रहते हुए भी जयहिंद ने छात्रो की समस्याओं को जोर शोर से उठाया और उनकी भलाई के लिए अनेक कार्यो में सफलता भी दिलवाई इसी की बदौलत जयहिंद का नाम अन्ना हजारे के द्वारा शुरू किए गए आंदोलन तक गुजा

नवीन जयहिंद आजकल हरियाणा में जनता की समस्याओं के समाधान का दूसरा नाम बना हुआ हैं 5 लाख बुजर्गो की पेंशन बनवाने का मुद्दा हो या फिर प्रसासन द्वारा गरीबो के घर गिराने का मुद्दा हो या बेरोजगारो के हित की लड़ाई के लिए सड़क पर उतरकर सँघर्ष करना हो या फिर खिलाड़ियो के खेल कोटा को बहाल करवाना हो जयहिंद 36 बिरादरी की आवाज उठाते हुए प्रदेश की सभी बिरादरी की आँखों का तारा बना हुआ हैं

प्रदेश में ऐसा लगता हैं जैसे विपक्ष सिर्फ अकेला नवीन जयहिंद ही हो जो जनता के मुद्दे विधानसभा में उठाने की बजाए जनता की अदालत में उठा रहा हैं और जनता के मध्य रहकर विपक्ष की भूमिका निभा रहा हैं

मनोहरलाल सरकार के विरुद्ध नवीन जयहिंद को छोड़कर ना तो कोई राजनैतिक दल और ना ही कोई विपक्ष का नेता जनता के मुद्दे उठाए हुए हैं जितने मुद्दे जयहिंद उठाये हुए हैं अगर सूत्रों की माने तो सरकारी कार्यलयों में अगर कोई फरियादी किसी काम के लिए जाता हैं तो जयहिंद का नाम लेते ही उंसके जायज काम अधिकारी करने में देर नही लगाते क्योकि प्रसाशन को डर हैं कि कही जयहिंद कोई नया तमाशा न शुरू कर दे

जयहिंद समर्थकों का कहना हैं कि सरकार जयहिंद से इतना डरी हुई हैं कि खट्टर सरकार ने पिछले 4 साल पुराने केस भी खोल दिये हैं जयहिंद समर्थकों के अनुसार सरकार की मंशा जयहिंद को अधिक से अधिक दिनों तक जेल में रखना हैं ताकि जयहिंद की आवाज को दबाया जा सके लेकिन समर्थकों का कहना हैं कि नवीन जयहिंद की आवाज को दबाया नही जा सकता हैं अब जयहिंद आग का एक गोला बन चुका हैं और प्रदेश में जयहिंद ने जो चिंगारी जलाई हैं वो एक बड़ा रूप ले चुका हैं उसी के चलते सरकार द्वारा जयहिंद को गिरफ्तार करने के बाद समर्थकों को जयहिंद की गिरफ्तारी के विरोध में सड़कों पर सरकार के खिलाफ नारे लगाते देखा जा सकता हैं ओर ये आंदोलन एक बड़ा जन आंदोलन बनता जा रहा हैं और 36 बिरादरी के लोग जयहिंद के समर्थन में सड़कों पर देखे जा सकते हैं

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