कृषि व सिंचाई विभाग के अधिकारी मिलकर करें काम चण्डीगढ़, 14 दिसम्बर – हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री जे.पी.दलाल ने कहा कि प्रदेश के जलभराव वाले क्षेत्रों से समय पर पानी निकालकर किसानों की फसल को बचाकर अगली फसल की बिजाई के लिए कृषि योग्य भूमि बनाना ही हमारा लक्ष्य है। इसलिए इस कार्य को शीघ्रता से पूरा किया जाएं। श्री दलाल ने यह बात आज कृषि व सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ एचएसडीआर व एफसीबी बाढ़ प्रस्तावित योजनाओं की समीक्षा बैठक के दौरान कही। कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि एंव सिंचाई विभाग मिलकर जलभराव या बाढ़ वाले क्षेत्रों को चिंहित कर कलस्टर बनाकर एक ऐसी योजना बनाकर काम करें, ताकि किसानों की भूमि से समय पर पानी निकाल सकें, जिससे उनकी फसल भी बच सकें और अगली फसल की समय पर बिजाई भी हो सकें। इससे किसान के साथ-साथ प्रदेश व देश का भी फायदा होगा। उन्होंने कहा कि जलभराव व बाढ़ वालें क्षेत्रों में संसाधनों का सही उपयोग भी किया जाए। श्री दलाल ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जलभराव व बाढ़ वाले क्षेत्रों से सम्बधित जिलों के कृषि व सिंचाई विभाग के अधिकारी डाटा का आपस में आदान-प्रदान करें, ताकि समय पर काम हो सकें। उन्होंने कहा कि इस समस्या से सम्बधित क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर स्कीम बनाकर कार्य किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जलभराव व बाढ़ वाले क्षेत्रों में बनी ड्रैनों की सफाई भी करवाई जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। सरकार हर कदम पर किसानों के साथ खड़ी है उन्हें किसी भी प्रकार की चिंता करने की जरूरत नहीं है। कृषि मंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य किसानों की जलभराव वाली भूमि को कृषि योग्य बनाकर उन्हें खुशहाल करना है। इस अवसर पर बैठक में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ सुमिता मिश्रा, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के आयुक्त एवं सचिव श्री पंकज अग्रवाल, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के निदेशक श्री नरहरि सिंह बांगर, मुख्यमंत्री के सलाहकार (सिंचाई) श्री देवेंद्र सिंह सहित कृषि व सिंचाई विभाग के अधिकारी मौजूद रहें। Post navigation राज्य मंत्रिमंडल ने हरियाणा ग्रामीण विकास (संशोधन) अधिनियम, 2022 प्रारंभ करने को दी मंजूरी यशपाल-प्रतिभा शर्मा ने किया बॉलीवुड इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का आगाज़