संपर्क बॉक्स के महत्व को समझने के बाद बढ़ने लगी है डिमांड, दादरी जिले में 144 बॉक्स करवाए गए है उपलब्ध चरखी दादरी जयवीर फौगाट, 11 दिसंबर, राजकीय प्राइमरी स्कूलों में संपर्क फाउंडेशन द्वारा उपलब्ध करवाए गए संपर्क स्मार्ट बॉक्स अध्यापकों की पहली पसंद बनते जा रहे हैं। अधीगम-अध्यापन को सरल बनाने के उद्देश्य से प्रदान किए गए इन बॉक्स ने कक्षाकक्ष में अध्यापकों का कार्य आसान कर दिया है। जिसके बाद से विद्यालयों में इनकी डिमांड बढ़ गई है। संपर्क फाउंडेशन द्वारा शुरुआत में एक विद्यालय में एक ही बॉक्स उपलब्ध करवाया गया था लेकिन विद्यार्थियों की रूचि व अध्यापकों की मांग को देखते हुए अब कई स्कूलों में दो से तीन बॉक्स भी उपलब्ध करवाएं गए हैं। उल्लेखनीय है कि करीब 15 साल पहले राजकीय विद्यालयों में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करने के लिए एजूसेट प्रदान किए गए थे। एजूसेट सिस्टम में छत पर लगाने के लिए डिश, बैट्री, टीवी आदि शामिल थे जिनके जरिए पंचकूला से संचालित एजूसेट के माध्यम से कक्षा कक्ष में शिक्षण को आसान बनाना था। लेकिन ये योजना सिरे नहीं चढ़ पाई और कुछ समय बाद ही इसने दम तोड़ दिया। जिसके बाद विद्यालयों में पहुंचे बैट्री , टीवी आदि कबाड़ में तब्दील हो गए और कुछ स्थानों पर बंद पड़े टीवी आदि चोरी होने की घटनाएं भी हुई। लेकिन संपर्क फाउंडेशन द्वारा कबाड़ बने पड़े इन टीवी में जान फूंकने का कार्य किया है और संपर्क स्मार्ट बॉक्स उपलब्ध करवाकर इन्हें चालू करवा दिया है। जिसके बाद से दिनभर विद्यालयों में संपर्क दीदी की गूंज सुनाई देती है। ना इंटरनेट की आवश्यकता ना डिश की: संपर्क फाउंडेशन द्वारा राजकीय विद्यालयों में जो स्मार्ट बॉक्स उपलब्ध कराए गए हैं उसमें पहली कक्षा से लेकर पांचवी कक्षा तक अंग्रेजी व गणित विषय के पाठ्यक्रम से संबंधित वीडियो, अभ्यास कार्य, अध्यापकों के लिए पाठ योजना आदि शामिल हैं। सबसे खास बात यह है कि इसे चलाने के लिए किसी डिश या इंटरनेट की आवश्यकता नहीं होती है और जो पाठ्य सामग्री है वह इसके अंदर ही एड है जिसे टीवी को बॉक्स के साथ कनेक्ट कर आसानी से बच्चों के समक्ष प्रस्तुत किया जा सकता है। बढ़ने लगी है बॉक्स की डिमांड: संपर्क फाउंडेशन द्वारा शुरुआत में विद्यालयों में एक-एक स्मार्ट बॉक्स ही उपलब्ध करवाए गए थे। कुछ विद्यालयों में पुराने टीवी चोरी होने, बिजली कनेक्शन नहीं होने आदि के कारण इसका प्रयोग भी नहीं हो सका लेकिन जिन विद्यालयों में इसका रेगुलर प्रयोग किया गया उन्होंने इसके महत्व को समझाा और शिक्षा विभाग से उनके विद्यालय में और संपर्क स्मार्ट बॉक्स उपलब्ध करवाने की डिमांड कर डाली। जिसके बाद संपर्क फाउंडेशन द्वारा इन विद्यालयों में दो से तीन बॉक्स उपलब्ध भी करवाए गए हैं। दादरी जिले में 144 बॉक्स करवाए गए है उपलब्ध: संपर्क फाउंडेशन के जिला कोऑर्डिनेटर रविंद्र कुमार ने बताया कि दादरी जिले के राजकीय विद्यालयों में कुल 144 बॉक्स उपलब्ध कराए गए थे। किन्हीं कारणों से जिन विद्यालयों में इनका प्रयोग नहीं हो पा रहा था उन विद्यालयों से बॉक्स वापिस ले लिए गए है जबकि जिन विद्यालयों में एक से अधिक टीवी, डीवडी या स्मार्ट बाॅक्स थे उन विद्यालयों को उनकी डिमांड पर दो से तीन बॉक्स उपलब्ध करवाए गए है और जिन विद्यालयों की डिमांड पेंडिंग हैं उन्हें आगामी दो से तीन दिन में बॉक्स उपलब्ध करवा दिए जाएंगे। इसके अलावा एफएलएन शिविर के संपर्क स्मार्ट बॉक्स को ऑपरेट करने की विस्तृत जानकारी भी दी गई है। उनका कार्य कर दिया आसान : जेबीटी अध्यापक हरपाल आर्य, विजय कुमार, शिव कुमार, रामबीर आदि ने कहा कि संपर्क स्मार्ट बॉक्स ने उनका कार्य काफी आसान कर दिया है। स्मार्ट बॉक्स के जरिए पढ़ने में विद्यार्थी काफी रुचि लेते है जिससे उनका सीखना आसान हो जाता है। उन्होंने कहा कि इसके महत्व को देखते हुए उन्होंने विभाग से अतिरिक्त बॉक्स उपलब्ध करवाने की डिमांड की है। Post navigation मॉडल संस्कृति स्कूल में दर्जनभर से अधिक पद रिक्त, 452 विद्यार्थियों की पढ़ाई हो रही प्रभावित मॉडल संस्कृति स्कूल मे रिक्त पदों पर नियुक्ति की मांग को लेकर जेपी दलाल से मिले बाढड़ा के ग्रामीण