… और 30 साल बाद सुबाना में स्थापित हुई शहीद राकेश की प्रतिमा
— सम्राट पृथ्वीराज चौहान, महान स्वतंत्रता सेनानी राव तुलाराम, विक्टोरिया क्रॉस बदलूराम, अशोक चक्र विजेता राकेश मल्हान ,रमेश गुलिया जैसे महानायकों की प्रतिमाओं से गौरवान्वित हुआ इलाका
— ग्राम गौरव पट्ट से मिल रही प्रेरणा ने बदली युवाओं की सोच -बोले लोग

झज्जर :- सोनू धनखड़

पुलवामा में 5 दिसंबर 1992 को आतंकियों से लोहा लेते शहीद हुए सुबाना के सेकेंड लेफ्टिनेंट राकेश मल्हान अशोक चक्र विजेता (मरणोपरांत) की शहादत को अमर बनाने की तमन्ना लगभग तीन दशक से पूरे सुबाना गाँव के मन में थी। इस वर्ष गावं की बड़ी चौपाल में ग्राम सभा की बैठक हुई और सर्वसम्मत निर्णय हुआ कि शामलात जमीन पर शहीद राकेश की भव्य मूर्ति स्थापित की जायेगी। इस कार्य को पूरा करने के लिए बलराज नम्बरदार की अध्यक्षता में कमेटी बनी।

कमेटी प्रधान बलराज नम्बरदार ने बताया कि शहीद राकेश मल्हान की भव्य प्रतिमा बनवाने के फैसले की बात भाजपा प्रदेश अध्यक्ष औम प्रकाश धनखड़ के समक्ष हुई तो उन्होंने कमेटी को कहा कि अपने गाँव के लाडले ने देश में इलाके का नाम रोशन किया है । ऐसे वीर महायोद्धा की मूर्ति बनवाने की जिम्मेदारी मैं लेता हूँ। उन्होंने जयपुर में सात लाख रुपये की लागत से भव्य मूर्ति बनवाई और पूरे गाँव सुबाना ने मिलकर 5 दिसंबर 2022 को शहीद सम्मान कार्यक्रम आयोजित कर मूर्ति की स्थापना की।

बलराज नम्बरदार ने बताया कि उनके गांव से 19 सैनिकों ने देश के लिए कुर्बानी दी है।

शहादत के लगभग तीन दशक बाद सुबाना में अशोक चक्र विजेता (मरणोपरांत )सेकेंड लेफ्टिनेंट राकेश मल्हान की प्रतिमा स्थापित होने के अवसर पर पहुंचे क्षेत्र के लोगों से इस विषय में बातचीत की गई । कई लोगों ने खुलकर अपनी बात रखी। खेड़ी जट्ट के पूर्व सरपंच अभिमन्यु ने कहा कि धनखड़ साहब ने ही उनके गाँव के सरकारी स्कूल का नाम शहीद रमेश गुलिया के नाम और शहीद की मूर्ति स्थापित करवाई। शहीद रमेश के बेटे को सरकारी नौकरी भी दिलाई। धनखड़ साहब शहीद परिजनों की खुलकर मदद करते हैं।

राकेश यादव पाटौदा ने कहा कि इस तरह के बड़े कार्य वहीं व्यक्ति कर सकता है, जिसका दिल देश के लिए धड़कता हो और देश के प्रति प्रेम की भावना रखता हो । शहादत की एक शताब्दी बाद हजारों किलोमीटर दूर मिश्र देश से प्रथम विश्व युद्ध के महानायक बदलूराम की अस्थि वतन लाकर स्मारक बनवाना आसान काम नहीं था। ऐसा कार्य करने के लिए धनखड़ जैसी बड़ी सोच होनी चाहिए।

देवेंद्र चौहान पाटोदा ने कहा कि कुलाना चौक पर हिंदू हृदय सम्राट पृथ्वीराज चौहान , पाटौदा में महान स्वतंत्रता सेनानी राव तुलाराम, शहादत के लगभग एक शताब्दी बाद ढ़ाकला में प्रथम विश्व युद्ध के महानायक विक्टोरिया क्रॉस बदलूराम, शहादत के लगभग तीन दशक बाद सुबाना में अशोक चक्र विजेता (मरणोपरांत )सेकेंड लेफ्टिनेंट राकेश मल्हान, खेड़ी जट्ट में शहीद रमेश गुलिया सहित अनेक ऐसे वीर योद्धाओं की प्रतिमा स्थापित हुई हैं, जिनको एक पल निहारते ही इलाके का गौरवशाली इतिहास जीवंत हो उठता है और इलाके के लोग गौरवान्वित । देवेंद्र चौहान पाटौदा ने कहा कि सदियों से समाज की इच्छा थी कि सम्राट पृथ्वीराज चौहान की प्रतिमा इस इलाके में स्थापित हो। इस बात की चर्चा हरियाणा भाजपा अध्यक्ष औमप्रकाश धनखड़ के सामने हो गई ,उन्होंने तत्काल कहा, कार्य शुरू करो, जहां मेरी जरूरत हो,ले चलो। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जब प्रतिमा का अनावरण करने कुलाना पहुंचे तो, बोले, देश में इससे ज्यादा भव्य प्रतिमा सम्राट पृथ्वीराज चौहान की उन्होंने नहीं देखी। धनखड़ ने समाज के भवन निर्माण के लिए कुलाना में 11 लाख रुपये देने की घोषणा की। बात को आगे बढ़ाते हुए विनोद सुलौधा और राकेश यादव ने कहा कि औमप्रकाश धनखड़ ने पाटौदा में महान स्वतंत्रता सेनानी राव तुलाराम की प्रतिमा स्थापित करवाने में समाज की हर तरह से दिल खोलकर मदद की और समारोह में 11 लाख रुपये दिये।

मास्टर जय प्रकाश ने कहा कि गांव-गांव ग्राम गौरव पट्ट स्थापित होने से गांवों का माहौल बदला है, आज युवा पीढ़ी को ज्ञात हो रहा है कि उनके गांवों के पूर्वजों ने देश व समाज के लिए क्या-क्या बलिदान दिए। उनके पूर्वजों द्वारा दी गई बलिदानी की युवा खुलकर चर्चा कर गौरवान्वित महसूस करते हैं। जय प्रकाश ने कहा कि राजा नाहर सिंह की प्रतिमा स्थापित करने की चर्चा हुई तो प्रदेश अध्यक्ष औमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि यह कार्य तो बहुत पहले ही हो जाना चाहिए था। उन्होंने तत्काल कहा, कार्य शुरू करो, मैं आपका साथ दूंगा। भंवर सिंह चौहान ने कहा कि जब भी शहीदों के सम्मान की बात आती है तो धनखड़ साहब आपको सबसे आगे खड़े मिलते हैं।

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