गांव मिर्जापुर की दीपाली जिला की दूसरी महिला जिला परिषद चेयरपर्सन

अपने प्रतिद्वंदी भाजपा की मधु सारवान को 1780 वोट से किया पराजित

जिला परिषद चेयरमैन पद भाजपा के हाथ से जाना भाजपा के लिए झटका

दीपाली चौधरी सीधे किसी भी राजनीतिक दल की सक्रिय सदस्य नहीं

फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम /पटौदी ।   देश और दुनिया में अपनी अलग ही पहचान बनाए हुए हरियाणा के खजाने में सबसे अधिक राजस्व देने वाले जिला गुरुग्राम की दीपाली चौधरी को अब शपथ ग्रहण के बाद जिला परिषद चेयरमैन का दायित्व संभालने की तिथि का इंतजार करना पड़ सकता है ! सूत्रों के मुताबिक इस प्रक्रिया में जो औपचारिकताएं पूरी की जानी है ,शासन प्रशासन और सरकार के द्वारा उस प्रक्रिया में कुछ समय और लगने से इनकार नहीं किया जा सकता । लेकिन इतना अवश्य है कि जिला परिषद चेयरमैन पद अनुसूचित वर्ग महिला के लिए आरक्षित होने के कारण , इस पद के लिए वार्ड नंबर 9 से केवल मात्र दीपाली चौधरी ही चुनाव जीतकर एकमात्र दावेदार हैं। संभवत यह पहला मौका होगा जब महज 26 वर्षीय दीपाली चौधरी जो कि अनुसूचित वर्ग से संबंधित हैं , उनके कंधों पर जिला गुरुग्राम के 157 गांवों के विकास की जिम्मेदारी का बोझ भी स्वयं दीपाली चौधरी को ही उठाना पड़ेगा। यहां यह बात भी गौरतलब है कि जिला परिषद गुरुग्राम की बनने वाली और एकमात्र दावेदार जिला परिषद चेयरमैन दीपाली चौधरी व्यक्तिगत रूप से किसी भी राजनीतिक दल की सदस्य नहीं है । यह बात अलग है कि उनके पिता जननायक जनता पार्टी से संबंधित रहे और पूर्व जिला पार्षद होने के अलावा पिछला विधानसभा चुनाव पटौदी से जननायक जनता पार्टी की टिकट पर ही लड़ा था।

हालांकि मौजूदा जिला परिषद चुनाव के दौरान दीपाली चौधरी के समर्थन सहित प्रचार के लिए जननायक जनता पार्टी के दिग्विजय सिंह चौटाला से लेकर जननायक जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष ऋषि राज राणा भी दलबल सहित पहुंचे। सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण बात यही रही कि हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के निजी सहायक महेश चौहान अपने अनेक समर्थकों के साथ जननायक जनता पार्टी से नाता तोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद , इस पूरी टीम के द्वारा भी वार्ड नंबर 9 में दीपाली चौधरी को जबरदस्त तरीके से टक्कर देने की रणनीति के तहत भाजपा की अधिकृत उम्मीदवार मधु सारवान की जीत के लिए कोई कसर बाकी भी नहीं छोड़ी गई। संडे को भी पटौदी क्षेत्र के गांव मिर्जापुर में जिला परिषद गुरुग्राम की बनने वाली जिला परिषद चेयरमैन दीपाली चौधरी के आवास पर बधाई और शुभकामनाएं देने वालों का सुबह से ही तांता लगा रहा ।  इस दौरान उनके राजनीतिक मार्गदर्शक एवं पिता दीपचंद विशेष रूप से मौजूद रहे। यहां पहुंचने वाले अधिकांश ग्रामीणों और बुजुर्गों के द्वारा दीपाली चौधरी को उनकी इस छोटी सी उम्र में बड़ी उपलब्धि सहित कामयाबी के लिए बधाई देते हुए, जो नया दायित्व जनता के द्वारा सौंपा गया, उस दायित्व पर खरा उतरने का आशीर्वाद प्रदान किया गया ।

दूसरी ओर दीपाली चौधरी सहित सभी 10 जिला पार्षदों को डीसी निशांत कुमार यादव के द्वारा आरंभिक तौर पर जिला पार्षद पद एवं गोपनीयता की शपथ भी दिलाई गई है। । अब ऐसे में इंतजार इस बात का है कि हरियाणा सरकार और संबंधित विभाग के द्वारा गुरुग्राम की नई जिला परिषद चेयरमैन को उनका पद और दायित्व सौंपने का कार्यक्रम सहित तिथि की घोषणा कब तक की जा सकेगी ! सूत्रों के मुताबिक इस कार्य में अभी कुछ और अतिरिक्त समय भी लगने से इंकार नहीं किया जा सकता है। वही राजनीति के जानकारों का कहना है कि जिला परिषद चेयरमैन के अलावा इसी कड़ी में जिला परिषद वाइस चेयरमैन का चुनाव होना भी एक बहुत ही महत्वपूर्ण कड़ी है । जानकारों की माने तो इस बात से इंकार नहीं कि कथित रूप से पहले जिला परिषद वाइस चेयरमैन का चुनाव भी करवाए जाने से इनकार नहीं किया जा सकता है। दूसरी ओर यह बात बिल्कुल साफ है कि जिला परिषद चेयरमैन पद अनुसूचित महिला वर्ग के लिए आरक्षित होने को देखते हुए केवल और केवल इस पद पर दीपाली चौधरी के अलावा अन्य किसी उम्मीदवार की दावेदारी के विषय में सोचना ही बेमानी साबित होगा ।

बहरहाल दीपाली चौधरी के मुताबिक उनका पहला लक्ष्य और कार्य अधिकारिक तौर से अपने पद को ग्रहण कर जिला परिषद चेयरमैन की पूरी जिम्मेदारी को स्वीकार करना है । जब भी सरकार और शासन प्रशासन के द्वारा जिला परिषद चेयरमैन का दायित्व संभालने के लिए निमंत्रण मिलेगा , उसके लिए वह पूरी तरह से तैयार हैं। दीपाली चौधरी के शब्दों में उनके पिता दीपचंद के कार्यकाल के दौरान जो भी विकास के कार्य किए गए सामूहिक समस्याओं का समाधान करवाया गया मौजूदा चुनाव में लोगों के जन समर्थन के माध्यम से उसका प्रतिफल भी अवश्य प्राप्त हुआ है । दीपाली चौधरी के मुताबिक उनका यह पूरा प्रयास रहेगा कि जिला गुरुग्राम में शामिल सभी चारों विधानसभा क्षेत्र और 157 गांव बेशक से इन गांवों में अलग-अलग सरपंच और कई गांवों को मिलाकर पंचायत समिति के सदस्य चुनाव जीतने वालों में शामिल हैं। लेकिन यह सभी पंचायत प्रतिनिधि एक प्रकार से जिला परिषद की टीम के या फिर परिवार के सदस्य के समान ही हैं । आने वाले समय में सरकार की विकास परियोजना को शासन-प्रशासन के सहयोग से प्रत्येक गांव में, गांव के सबसे निचले पायदान पर रहने वाले ग्रामीण और परिवार तक ले जाने का ईमानदारी से प्रयास करते हुए गंभीरता से कार्य किए जाएंगे ।

दीपाली चौधरी ने कहा बेशक से उनकी उम्र कम है और सक्रिय राजनीति में पहली बार देश और दुनिया में अपनी अलग ही पहचान बनाए हुए जिला गुरुग्राम की जिला परिषद चेयरमैन की जिम्मेदारी भी उनके कंधों पर निश्चित रूप से आ चुकी है । ऐसे में ग्रामीण विकास सहित देहात में किस प्रकार से ग्रामीणों का जीवन स्तर ऊंचा उठाया जा सके ? बेहतर स्वास्थ्य सुविधा अच्छी शिक्षा सुविधा सेल्फ स्टडी ग्रुप स्वयं सहायता समूह गांव की सफाई महिला स्वावलंबन महिला सशक्तिकरण को केंद्र में रखकर राज्य और केंद्र सरकार की पंचायती राज व्यवस्था और एक्ट के तहत हर प्रकार से सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। संडे को गांव मिर्जापुर में जिला परिषद गुरुग्राम की जिला परिषद चेयरमैन बनने वाली दीपाली चौधरी को शुभकामनाएं और बधाई देने वालों का तांता लंबे समय तक लगा रहा । इस दौरान अनेक ग्रामीण बुजुर्ग महिलाओं और पुरुषों के द्वारा दीपाली चौधरी को उसकी कामयाबी के लिए बधाई देते हुए आगामी 5 वर्ष तक बिना किसी भेदभाव के जनहित के कार्य करने के लिए प्रेरित भी किया गया।

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