दो वर्षों से निगम संभाल रहे विधायक जी अब इसमें गिना रहे खामियां

पटौदी 3/12/2022 :- ‘ पटौदी विधायक द्वारा मानेसर नगर निगम के कार्यों की समीक्षा करना प्रशंसनीय है, किंतु खामियां गिनाना हास्यास्पद है, क्योंकि दो वर्षों से खुद एमएलए जरावता ही निगम मानेसर को संभाले हुए हैं, ऐसे में लगता है की वो निगम की खामियों को बताने की बजाए खुद की विफलताएं गिना रहे हैं।’ ये कहना है महिला कांग्रेस नेत्री सुनीता वर्मा का। उन्होंने निगम के सभी अधिकारियों की विधायक सत्यप्रकाश जरावता द्वारा ली गई बैठक पर अपनी टिप्पणी करते हुए कहा कि ये समीक्षा बैठक, पंचायत चुनावों में खोई प्रतिष्ठा को हासिल करने के लिए और जनता को भरमाने के लिए जुमलों भरी कवायद भर है।

वर्मा ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कहा कि जहां पटौदी में छह जिला पार्षदों में से केवल दो जिला पार्षद बीजेपी के जीते वहीं शेष कोई भी जिला पार्षद अभी तक विधायक जी से आशीर्वाद लेने तक नही पहुंचा है। इससे साफ लग रहा है की विधायक जी जिला प्रमुख का चेहरा हारते ही क्षेत्र में अपनी लोकप्रियता भी खो चुके हैं।

कांग्रेस नेत्री ने कहा कि गांव का कूड़ा गांव में ही डिस्पोज करने के लिए कूड़ा डिस्पोज संयंत्र लगाए जाने चाहिए ताकि एक गांव की गंदगी दूसरे गांव में न जाए। उन्होंने सफाई के विषय में कहा कि पहले सफाई के लिए 800 सफाई कर्मियों का टेंडर लगाया गया था लेकिन अब इनकी संख्या एकाएक ढाई गुना बढ़ाकर 2000 सफाई कर्मियों का टेंडर लगाया गया है, जो समझ से परे है, क्योंकि इतने सफाई कर्मी तो शायद गुरुग्राम निगम में भी न हों। पहले के सफाई कर्मी भर्ती का ठेका अपने चहेतों को दिलाकर परोक्ष रूप से उन्हें फायदा पहुंचाने का प्रयास है, जबकि सभी भर्तियां चाहे वो ठेके के तहत हों या निगम के तहत अथवा नियमित, सभी भर्तियों के लिए आवेदन मांग कर ही कर्मचारी भर्ती किए जाने चाहिएं, बैकडोर से भर्ती न किए जाएं।

निगम में नक्शा पास की कोई पॉलिसी नहीं होने पर वर्मा बोली की निगम क्षेत्र में जो लोग अपना घर बनाना चाहते हैं, शायद इस पॉलिसी के द्वारा अब उन्हें कागजी कार्यवाही में उलझा कर डेवलपमेंट चार्ज के नाम पर उनकी जेबों से मोटी रकम निकालने की नीति पर इस सरकार ने काम शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि निगम की वार्डबंदी की सर्वे टीम में किसी भी विपक्ष के नेता को शामिल न करना बीजेपी सरकार की तानाशाही एवम् अलोकतांत्रिक सोच को उजागर करता है।

महिला कांग्रेस नेत्री ने प्रेस को जारी अपने बयान में कहा कि गत दिनों सीएम फ्लाइंग द्वारा मानेसर निगम में चल रहे गड़बड़झाले की वजह से जो छापे डाले गए और जांच अधिकारियों द्वारा जिस प्रकार से कर्मियों के डाटा वाला डोंगल तक को अपने कब्जे में लिया गया वो साफ दर्शा रहा हैं की निगम में जरूर कोई बड़ा खेला हो रहा है जिस पर कोई भी अधिकारी या बीजेपी नेता बोलने तक को तैयार नही है। इस मामले की किसी सिटिंग जज से जांच करवाई जानी चाहिए, ताकि बीजेपी का पर्दे के पीछे वाला असली खेल सामने आ सके।

महिला कांग्रेस नेत्री ने कहा कि निगम में बंद पड़े कामों से, टेंडरों को देने में बरती गई अनियमितताओं से, ठेकेदारों की रूकी पेमेंट से दिसंबर 2020 को अस्तित्व में आए नए नगर निगम मानेसर की तस्वीर संवरे की बजाए बदहाल सूरत हो गई है, जिसका जिम्मेदार कौन? विधायक जी ये भी बताएं की जब निगम में काम रुके पड़ें हैं, ठेकेदारों ने भी पेमेंट नही होने से काम करने में अपने हाथ खड़े कर दिए हैं तो ये विकास कार्य होंगे कैसे? उन्होंने कहा कि इस समीक्षा बैठक में निगम की आमदनी बढ़ाने पर तो चर्चा की गई किंतु मानेसर को सुंदर बनाए रखने पर कोई ठोस नीति नहीं बनाई गई। शायद अब प्रदेश के सीएम की नजर सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले गुरुग्राम के बाद इस कमाऊ निगम मानेसर पर टिक गई है।

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