अक्टूबर,नवंबर व दिसंबर में आने वाले सभी बिजली बिलों में एडवांस कंजप्शन डिपॉजिट जोड़कर भेजी जा रही है ! 

भारत सारथी सोहना / राजेन्द्र कुमार होटला

हरियाणा में बिजली उपभोक्ताओं के लिए बुरी खबर है। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा इस माह से आ रहे नए बिजली बिलों के साथ एडवांस कंजप्शन डिपॉजिट (एसीडी, अग्रिम सुरक्षा राशि) जोड़कर भेजी जा रही है। बिजली बिलों में नॉन एनर्जी चार्ज का कालम बनाकर उसे जोड़कर भेजा जा रहा है। इसके तहत हरियाणा के लाखों उपभोक्ताओं को एक तरह से सिक्योरिटी राशि जमा करवानी होगी। एसडीएम लियाकत अली ने जानकारी देते हुए बताया  यह सिक्योरिटी राशि पूरे साल के बिलों का औसतन निकालकर तय की जा रही है।अक्टूबर,नवंबर व दिसंबर में आने वाले सभी बिलों में यह नॉन एनर्जी चार्ज जोड़कर भेजे जाएंगे। इसका सीधा असर उपभोक्ताओं की जेब पर पड़ेगा। यानी उनको बिल के साथ-साथ नॉन एनर्जी चार्ज भी नए बिल की अंतिम तारीख तक भरना पड़ेगा।

इस नियम के तहत बिजली निगम की ओर से एक उपभोक्ता के पूरे साल पूरे बिल राशि को जोड़कर महीने भर की उसकी एवरेज निकाल ली जाती है।उसके बाद उसके दो बिलों जितनी राशि को सिक्योरिटी के तौर पर रखा जाता है। एचईआरसी (हरियाणा इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमिशन) के निर्देशानुसार सभी सक्रिय बिजली उपभोक्ताओं को वित्तीय वर्ष में दो औसत बिलिंग के बराबर अग्रिम सुरक्षा राशि (एसीडी) रखना अनिवार्य किया गया है!

 क्या कहते हैं अधिकारी 

सोहना बिजली विभाग में एसडीओ के पद पर तैनात लियाकत अली का कहना है ! कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में कोविड-19 महामारी के प्रकोप के कारण दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा बिजली उपभोक्ताओं की अग्रिम खपत जमा की समीक्षा स्थगित कर दी गई थी। अब इसे दोबारा शुरू किया गया है। यह अग्रिम सुरक्षा राशि सभी प्रकार के उपभोक्ताओं के बिलों के साथ जोड़कर आएगी। निगम की तरफ से सर्कुलर जारी किया गया है, जिसमें एसीडी की राशि जमा करवाई जा रही है। यह राशि नियम के अनुसार ही लगाई जा रही है।