भाजपा-जजपा सरकार व मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, बिजली मंत्री चौ0 रणजीत सिंह जाजिया कर के रूप में थोपे गए नान एनर्जी चार्ज पर मौन क्यों है? विद्रोही सवाल उठता है कि जो बिजली उपभोक्ता नियमित रूप से बिजली बिल भरते आ रहे है, उनसे नान एनर्जी चार्ज के नाम पर एडवांस बिल वसूलने का औचित्य क्या है? विद्रोही 10 नवम्बर 2022- स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से आग्रह किया कि हरियाणा में बिजली निगमों द्वारा बिजली बिलों में मनमाने ढंग से थोपे गए नॉन एनर्जी चार्ज को तत्काल वापिस लेने का आदेश दे। विद्रोही ने कहा कि बिजली बिलों में आमजनों पर अनावश्यक रूप से थोपा गया नान एनर्जी चार्ज एक तरह से जजिया कर है जिसे लोकतंत्र में स्वीकार नही किया जा सकता है। जिस तरह से बिना चर्चा के बिजली निगमे चुपचाप मासिक बिलों के साथ नान एनर्ली कर थोप रही है, वह अपने आप में गैरसंवैद्यानिक कदम है। बिजली निगमों ने अभी तक इस बात का कोई तर्कसंगत जवाब नही दिया है कि नान एनर्जी चार्ज के नाम पर आधुनिक जाजिया कर को थोपने का औचित्य क्या है? भाजपा-जजपा सरकार व मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, बिजली मंत्री चौ0 रणजीत सिंह जजिया कर के रूप में थोपे गए नान एनर्जी चार्ज पर मौन क्यों है? विद्रोही ने कहा कि बिजली निगमे बकाया बिलों की वसूली करने के बहाने प्रदेश के हर बिजली उपभोक्ता से बिजलीे बिल में नान एनर्जी चार्ज के रूप में एक मोटी राशि वसूल रही है ताकि कोई बिल न भरे तो नान एनर्जी चार्ज के नाम पर पर वसूली गई राशि से बिजली बिल लिया जा सके। सवाल उठता है कि जो बिजली उपभोक्ता नियमित रूप से बिजली बिल भरते आ रहे है, उनसे नान एनर्जी चार्ज के नाम पर एडवांस बिल वसूलने का औचित्य क्या है? जो उपभोक्ता बिजली बिल अदा नही करते है, उनका खामियाजा नियमित बिजली बिल भरने वाला उपभोक्ता क्यों भुगते? वहीं विद्रोही ने सवाल किया कि जो बिजली उपभोक्ता अपने बिजली बिलों का भुगतान नही करते, उनकी जवाबदेही नियमित बिजली अदा करने वाले उपभोक्तोओं पर कैसे थोपी जा सकती है? यदि कोई उपभोक्ता अपने बिजली बिल का भुगतान नही करते है तो बिजली विभाग के सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारी तथा बिजली बिल न भरने वाले उपभोक्ता पर तत्काल कार्रवाई क्यों नही करते? बिजलीे निगमे डिफाल्टर उपभोक्ताओं के खिलाफ तो कार्रवाई नही करती, उल्टा नान एनर्जी चार्ज के नाम पर जाजिया कर लगाकर ईमानदार बिजली उपभोक्ताओं और लूटा जा रहा है। हरियाणा बिजली निगमों का यह तानाशाही रवैया किसी भी हालत में बर्दाश्त नही किया जा सकता। विद्रोही ने हरियाणा के सभी बिजली उपभोक्ताओं से अनुरोध किया कि जाजिया कर रूप में थोपे गए एनर्जी चार्ज का एकजुटता के साथ मिलकर सड़कों पर विरोध करे और आवश्यकता हो तो सत्ता अहंकार में चूर आमजन को लुटने वाली जनविरोधी भाजपा-जजपा सरकार के नेताओं का सामाजिक बहिष्कार करे। Post navigation उदयभान के बयान पर भड़कीं किरण चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष के हर वार पर किया करारा पलटवार हरियाणा को मिला सर्वश्रेष्ठ राज्य कृषि व्यवसाय पुरस्कार-2022