चंडीगढ़- : कांग्रेस नेता किरण चौधरी ने प्रदेश अध्यक्ष उदयभान की भाषा को अशोभनीय बताते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा उदय भान की इज्जत की है, लेकिन उनके द्वारा इस प्रकार की बयानबाजी करने का सीधा मतलब गुटबाजी को बढ़ावा देना है। प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व सभी को एक साथ लेकर चलने का होता है, न कि किसी को विरोधी मानकर उनको तोड़ने का। उनकी इस भाषा शैली ने यह साफ कर दिया है कि वह एक तरफ और कुछ लोगों के साथ ही खड़े हैं। उन्होंने कहा कि मेरी हैसियत जनता की आवाज है। मैं जो कुछ भी हूं जनता और अपने परिवार के कारण हूं। मैं छोटी और ओछी टिप्पणियां करने में विश्वास नहीं रखती। कोई भी पार्टी प्रदेशाध्यक्ष इसलिए बनाती है, ताकि वह पूरे संगठन को एक साथ लेकर चले। लेकिन कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की लगातार आ रही बयानबाजी के तरीके से यह स्पष्ट हो गया है कि वह ऐसा नहीं कर रहे। उदय भान तो अभी अध्यक्ष बने हैं। टिकट वितरण की प्रक्रिया में वह पहले कभी शामिल ही नहीं हुए, क्योंकि वह इस लेवल के ही नहीं थे। -कुमारी शैलजा के बयानों से मैं पूरी तरह सहमत: किरण चौधरी किरण चौधरी ने कहा कि इससे पहले प्रदेश में हुए उपचुनाव के लिए एआईसीसी में सभी नेताओं को बुलाकर चर्चा की जाती थी। वहीं इस बार आदमपुर चुनाव में किसी बड़े नेता को नहीं पूछा गया। यह अपने आप में बेहद अचरज भरी बात है। उन्होंने बताया कि आदमपुर में टिकट वितरण में प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है। यह दायित्व प्रदेश अध्यक्ष का था और इसी कारण कुमारी शैलजा के बयानों से मैं पूरी तरह से सहमत हूं। पार्टी को आगे बढ़ाने और सरकार बनाने के लिए सभी को मिलकर साथ चलना होगा। अगर एक तरफ की हवा दी गई तो पार्टी आगे नहीं बढ़ सकती। प्रदेश अध्यक्ष का पद बेहद गरिमा भरा पद होता है। इसलिए इस पद पर बैठकर ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। उदयभान को प्रदेश अध्यक्ष पद की गरिमा निभानी चाहिए। -किरण चौधरी ने खुद को बताया कांग्रेस की सच्ची सिपाही किरण चौधरी ने कहा कि मैंने कांग्रेस पार्टी के खिलाफ कभी कोई बयान या टिप्पणी नहीं की। हमेशा पार्टी की सच्ची और समर्पित सिपाही रही हूं। उदयभान को अध्यक्ष बनाने से पहले उनके बारे में हम से भी पूछा गया था कि उन्हें अध्यक्ष पद दिया जाए या न दिया जाए। इसलिए उदय भान को हमारे स्तर का पता होना चाहिए। किरण चौधरी ने कांग्रेस आलाकमान को प्रदेश अध्यक्ष उदय भान की बयानबाजी पर संज्ञान लेने की भी बात कही है। उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश में इसी तरह के हालात बने रहे तो कांग्रेस कैसे मजबूत होगी। इन स्थितियों में भाजपा को बहुत ज्यादा फायदा हो रहा है। Post navigation चुनावों के लिए 22 नवंबर व 25 नवंबर, 2022 को होने वाले मतदान के मद्देनजर सार्वजनिक अवकाश रहेगा : मुख्य सचिव बिजली बिलों में आमजनों पर अनावश्यक रूप से थोपा गया नान एनर्जी चार्ज एक तरह से जजिया कर है : विद्रोही