36 बिरादरी के समर्थन से बढ़ेगा मेरा और बोहड़ाकला का स्वाभिमानइससे पहले बोहड़ाकला में ही सभा के बीच 36 बिरादरी से मांगा समर्थनसैनी सभा , बाल्मीकि सभा , ब्राह्मण सभा सहित अन्य संगठनों का समर्थनफतह सिंह उजाला बोहड़ाकला /पटौदी। जिला गुरुग्राम सहित पटौदी विधानसभा क्षेत्र के ऐतिहासिक और सबसे बड़े गांव बोहड़ाकला में जिला परिषद चुनाव को लेकर अब किसी हद तक तस्वीर साफ होने लगी है । कि लोगों का समर्थन किसके पक्ष में और किसके साथ है? इसी कड़ी में संडे को वार्ड नंबर 7 से उम्मीदवार श्रीमती कविता शर्मा ने अपना चुनाव प्रचार अभियान सहित रोड शो के माध्यम से शक्ति प्रदर्शन से पूर्व जनसभा को संबोधित करते हुए कहां की 36 बिरादरी के समर्थन-मतदान से ही मेरा और इस ऐतिहासिक गांव बोहड़ाकला का स्वाभिमान बरकरार रह सकेगा। वर्तमान में चुनाव सही मायने में जिला के सबसे बड़े गांव बोहड़ाकला के आम नागरिक सहित 36 बिरादरी के मान सम्मान का चुनाव है । क्योंकि 12-13 हजार की जनसंख्या और वोटर होते हुए , इस गांव से किसी को भी भाजपा के द्वारा अपना उम्मीदवार बनाने में अनदेखी की गई । यह अनदेखी सबसे बड़े ऐतिहासिक गांव बोहड़ाकला की हर घर परिवार की बहु ,बहन ,बेटी ,मां ,दादी ,नानी ,ताई ,चाची सभी महिला वर्ग की एक प्रकार से अनदेखी ही है । मतदाता और जनसंख्या के हिसाब से यह गांव सरकार की नीतियों के मुताबिक महानगर ग्राम में शामिल माना जाता है और किसी भी नगरपालिका के मुकाबले इसका क्षेत्रफल और यहां की आबादी भी है । उन्होंने सवाल किया कि यह तो भाजपा और भाजपा संगठन के नेता ही बेहतर जानते हैं या जवाब दे सकते हैं कि उनकी ऐसी क्या और कौन सी मजबूरी रही ? जो इस ऐतिहासिक 1857 के शहीद ठाकुर अब्बू सिंह के गांव की ही नहीं बल्कि आजादी के आंदोलन में अहम भूमिका अदा करने वाले गांव बोहड़ाकला को अनदेखा किया गया। जब कि इसी गाव के रहने वाले गरीब पीिवर से दो-दो एमएलए पटौदी के लिए चुने जा चुके है। उन्होंने मौके पर उपस्थित 36 बिरादरी के हर उम्र वर्ग के महिला, युवा वर्ग, पुरुष ,बुजुर्गों महिलाओं का आह्वान किया कि आने वाली 9 नवंबर बुधवार के दिन उनके चुनाव चिन्ह गैस सिलेंडर के निशान पर बटन दबाकर बोहड़ाकला के मान स्वाभिमान को एक नई पहचान दिलाने का काम करना ही होगा । ? इसी मौके पर पूर्व जिला पार्षद सुशील सिंह चौहान ने भी कहा की राजपूत बहुल गांव बोहड़ाकला जिसका अपना एक आजादी के आंदोलन से लेकर मौजूदा समय में गौरवमई इतिहास रहा है , यहां के प्रत्येक घर परिवार की महिला की अनदेखी कर टिकट वितरण में मनमानी करते हुए एक प्रकार से आधी आबादी महिला वर्ग का अपमान करने जैसा काम किया गया । अब समय आ गया है कि इस अपमान का बदला आने वाली 9 नवंबर को गैस के सिलेंडर के निशान पर मतदान करके 36 बिरादरी को लेने का आज ही संकल्प कर लेना चाहिए । इसी मौके पर वार्ड नंबर 7 से उम्मीदवार श्रीमती कविता शर्मा के पति विक्रम शर्मा ने भी कहा की गांव में पीढ़ी दर पीढ़ी रहने वाले और बीते कई दशकों से भाजपा संगठन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने वाले लोगों की या कार्यकर्ताओं की अंतिम समय में टिकट बांटते समय क्यों अनदेखी की गई ? टिकट देने वालों की क्या मजबूरी रही या फिर अन्य कोई स्वार्थ था इस बात को अब गांव का प्रत्येक परिवार और मतदाता भलीभांति समझते हुए जान भी चुका है । क्योंकि वार्ड नंबर 7 में बाहर के उम्मीदवार को जहां जबरदस्ती लाकर लोगों के बीच में छोड़ दिया गया । उन्होंने कहा अपने गांव का रहने वाला अपने बीच का कोई भी व्यक्ति महिला बहन बेटी दादी नानी चाची ताई इन सब से कोई ना कोई भावनात्मक संबंध हर घर परिवार का बीते कई दशकों से पीढ़ी दर पीढ़ी चला आ रहा है । लेकिन जब कोई नया व्यक्ति अचानक चुनाव लड़ने के लिए लोगों के बीच छोड़ दिया जाए , तो क्या ऐसे व्यक्ति पर भरोसा किया जा सकता है ? इस बात पर मौके पर मौजूद सैकड़ों की संख्या में लोगों ने नकारात्मक रूप से हाथ हिलाते हुए अपना जवाब भी दे दिया । इसके उपरांत श्रीमती कविता शर्मा ने अपने चुनाव चिन्ह गैस सिलेंडर को लेकर रोड शो करते हुए बोहड़ाकला गांव में प्रत्येक ढाणी, गली, बाजार, पाना, ढ़ाणी इत्यादि से होते हुए आम लोगों के बीच पहुंचते हुए अपने लिए और बोहड़ाकला के स्वाभिमान के लिए आगामी 9 तारीख को गैस के सिलेंडर के निशान पर बटन दबाकर विजई बनाने की अपील करते चुनावी माहौल अपने पक्ष में बनाने का अभियान देर शाम तक जारी रखा। Post navigation 2024 में बीजेपी के लिए खतरे की घंटी है आदमपुर उपचुनाव के नतीजे ? धार्मिक कार्यक्रमों में विधायक सुधीर सिंगला ने की सबकी सुख-समृद्धि की कामना