100 किलोमीटर का सफूगा आया सामने : वर्मा उपचुनाव में वोटिंग हुई ढाणी महोब्बतपुर का स्कूल किया मर्ज : वर्मा अम्बाला में सरकार ने मौके पर पहुंचे सीईटी परीक्षा देने अभ्यर्थीयो के केन्द्र बदल इन के साथ किया भद्दा मजाक : वर्मा इन अभ्यर्थियों को दोबारा टेस्ट देने का मौका दे सरकार : वर्मा हिसार 06 नवम्बर । कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता हनुमान वर्मा ने प्रैस मे जारी बयान में कहा कि ये सरकार जुमलों की सरकार है । मुख्यमंत्री पुरा जुमलेबाज है । मुख्यमंत्री ने कहा था कि किसी भी नौकरी के लिए पेपर देने 100 किलोमीटर से ज्यादा दूर नहीं जाना पडेगा । बात तो सरकार होम डिस्टिक की भी करती थी । अब हिसार से नारनौल , महेन्द्रगढ़ तक बच्चों को पेपर के लिए परेशान होना पड़ रहा है । इस सरकार ने बच्चों का मजाक बना कर रख दिया है । वर्मा ने कहा कि सरकार ने ये कहा था कि फ्री में वो बच्चों को लेने और लाने का प्रबंधन करेगी । वो भी इनका जुमला सामने आ गया । जो अभ्यर्थी अपना रजिस्ट्रेशन करने गये उन पर पुलिस ने लाठियां भांजी । ये कैसी सरकार है ?? जो पहले फ्री यात्रा की बात करती है और फिर उन बच्चों पर लाठीया बरसाती है । वर्मा ने कहा कि सरकार का चेहरा सब के सामने उजागर हुआ । वोट लेने के ढाणी महोब्बतपुर का स्कूल खोल दिया और वोट पड़ते ही स्कूल मर्ज । शिक्षा का मजाक बनाकर रख दिया है इस जजपा भाजपा सरकार ने । वर्मा ने कहा सरकार भूल गई कि 1 साल बाद जब चुनाव आएंगे हरियाणा की जनता भाजपा जजपा से गिन गिन कर बदले लगी । सत्ता तो दूर की बात इन शिक्षा के दूश्मनो को विधानसभा का मूंह तक नहीं देखने देगी । वर्मा ने कहा कि आज अम्बाला कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट देने अम्बाला पहुंचे अभ्यर्थियों का मौके पर एग्जाम सेंटर बदल दिया। जिस वक्त बच्चे एग्जाम देने के लिए सेंटर के बाहर पहुंचे तो उन्हें पता चला कि उनका सेंटर किसी और जिले में कर दिया गया है। सेंटर इतनी दूर दिए गए कि बच्चों का समय पर पहुंच पाना बहुत मुश्किल था। बताया जा रहा है कि इस तरीके की खामियों की वजह से हरियाणा सरकार की सभी व्यवस्थाओं पर पानी फिर गया। एक बार फिर शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए। गुस्साए अभ्यर्थियों ने जमकर नारेबाजी की। इसके साथ ही हरियाणा सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। वहीं सोनीपत से आई महिला अभ्यर्थी ने बताया कि पहले रेवाड़ी में सेंटर दिया गया उसके बाद अंबाला के डीएवी स्कूल में दिया गया, लेकिन जब सेंटर में पहुंचे है तो इस स्कूल में ताला जड़ा लगा हुआ था । हरियाणा में सीईटी एग्जाम आयोजित किया गया है जिसके लिए दूसरे जिलों से काफी बच्चे परीक्षा देने आ रहे है। अम्बाला छावनी के डीएवी स्कूल में जिन बच्चों का सेंटर बना उनको अब पता चल रहा है कि यह उनका सेंटर नहीं है। इन बच्चों का पहले भी दो बार सेंटर बदला जा चुका है और अब तीसरा सेंटर मिल रहा है जो बच्चे परीक्षा देने आए है उन्हें रेवाड़ी, फरीदाबाद, गुरूग्राम यानी दूर दूर के सेंटर दिए गए है। बच्चों के भविष्य के साथ मजाक हुआ है। सरकार को पहले से सीईटी परीक्षा के लिए व्यवस्था दुरुस्त करनी चाहिए थी। सीईटी की परीक्षा में लाखों बच्चों का भविष्य अटका हुआ है। वर्मा ने सरकार से अपील की कि इन बच्चों को एक और मौका मिलना चाहिए और महिलाओं का होम डिस्ट्रिक्ट में ही सेंटर बनाना चाहिए। Post navigation दादा लखमी का प्रमोशन….. पांच साल की रिसर्च के बाद बनाई दादा लखमी : यशपाल शर्मा दादा लखमी : सड़क से सिनेमाघर तक