गांव के समग्र विकास और बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए करें मतदान

पिता पूर्व एमएलए भूपेंद्र चौधरी के अधूरे कार्यांे भी पूरा किया जाएगा

ग्रामीणों की हर कसौटी और विश्वास पर खरा उतरने का आश्वासन

फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम । आगामी 9 नवंबर को होने वाले जिला परिषद के चुनाव सही मायने में गांव के विकास और बच्चों के उज्जवल भविष्य की दिशा और दशा तय करने वाले साबित होंगे । एक योग्य, उच्च शिक्षित और राजनीतिक अनुभवी व्यक्ति ही बेहतर तरीके से जानता है कि पंचायती राज व्यवस्था और एक्ट के तहत किस प्रकार से गांव में विकास कार्य किए जा सकते हैं । ग्रामीण बच्चों का विशेष रूप से महिलाओं और युवतियों को भी आत्मनिर्भर बनाने का काम संभव है । यह बात वार्ड नंबर 9 से जिला परिषद प्रमुख पद की दावेदार पूर्व एमएलए भूपेंद्र चौधरी की पुत्री सुप्रीम कोर्ट में एडवोकेट पर्ल चौधरी ने बुधवार को गदाईपुर सहित आधा दर्जन गांवों का दौरा करते हुए अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान ग्रामीणों के बीच कहीं।  इस मौके पर विशेष रूप से उनके साथ पूर्व एमएलए एवं उनके पिता भूपेंद्र चौधरी , सरपंच राम भगत, परमेश रंजन , परवीन , डॉ हरिओम सहित अन्य समर्थक और कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।

गांवों में पहुंचने पर ग्रामीण महिलाओं के द्वारा सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट पर्ल चौधरी का गर्मजोशी के साथ फूल माला पहनाने सहित पगड़ी बांधकर मान सम्मान किया गया। यही मान सम्मान ग्रामीणों के द्वारा उनके पिता पूर्व एमएलए भूपेंद्र चौधरी को भी दिया गया । इस मौके पर सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट वार्ड नंबर 9 से जिला परिषद प्रमुख पद की दावेदार उम्मीदवार पर्ल चौधरी ने कहा गांव में किस प्रकार के विकास कार्य होने चाहिए और वास्तव में ग्रामीणों को उनके अधिकार विषय में कितनी जानकारी है? यह जानना और बताना उम्मीदवार के साथ-साथ उम्मीदवार को वोट देकर अपना जनप्रतिनिधि चुनने वाले ग्रामीणों के लिए भी जरूरी है । उन्होंने आश्वस्त किया कि जो भी अधिकार पंचायती राज व्यवस्था और एक्ट में ग्रामीण विकास सहित गांव में तमाम सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए दिए गए हैं, इन सभी अधिकारों का गांव सहित सभी ग्रामीणों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने सहित समग्र विकास के लिए किया जाएगा ।

उन्होंने कहा कि उनके पिता पूर्व एमएलए भूपेंद्र चौधरी के कार्यकाल में किए गए कार्यों को आज भी सभी लोग एक उदाहरण और मिसाल के तौर पर गिरवाते जा रहे हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात उनके पिता पूर्व एमएलए भूपेंद्र चौधरी पर किसी भी प्रकार का कोई भी आरोप उनके राजनीतिक जीवन में और एमएलए के कार्यकाल के दौरान नहीं लग सका है , यही सबसे ईमानदार और पारदर्शी राजनीति का उदाहरण है। उन्होंने आश्वस्त किया , अपने पिता के पद चिन्हों पर चलते हुए ग्रामीण विकास के कार्य करने के साथ-साथ ग्रामीणों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने और गांव में शिक्षा स्वास्थ्य और रोजगार के भरपूर अवसर उपलब्ध करवाए जाएंगे।

पर्ल चौधरी ने कहा ग्रामीणों का सहयोग और आशीर्वाद से जिला परिषद प्रमुख बनने का मौका मिला तो जिला परिषद के दायरे में आने वाले सभी गांव का एक योजनाबद्ध तरीके से विकास कार्य किया जाएगा । उन्होंने भरोसा दिलाया गांव और ग्रामीणों को देखने के साथ-साथ यहां उपलब्ध सुविधाओं का आकलन सहित अध्ययन करने के लिए अन्य प्रदेशों से भी विशेषज्ञ आने के लिए मजबूर हो जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट पर्ल चौधरी ने कहा आने वाली 9 नवंबर को पतंग के निशान पर बटन दबाकर अपनी उमंग को एक नई ऊंचाई पर ले जाकर उत्साह के साथ अपने अपने गांव के बेहतर विकास और बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए मौका प्रदान किया जाए।

error: Content is protected !!